Hindi Newsबिहार न्यूज़छपराShow Cause from fourteen Medical Officer and Hospital Manager

चौदह चिकित्सा पदाधिकारी व अस्पताल प्रबंधक से शो कॉज

कि यह घोर लापरवाही है। क्यों न आप पर विभागीय कार्रवाई की जाये। स्पष्टीकरण मांगने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। मालूम हो कि जिले के जिन प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराSat, 22 May 2021 08:00 PM
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एप मरीजों की ट्रैकिंग अपडेट नहीं करने पर हुई कार्रवाई

हमारे संवाददाता

छपरा। एप से मरीजों की ट्रैकिंग अपडेट नहीं करने पर 14 चिकित्सा पदाधिकारी व अस्पताल प्रबंधक से शो कॉज किया गया है। जिले के 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और वहां के अस्पताल प्रबंधक से 24 घंटे के अंदर सीएस ने स्पष्टीकरण की मांग की है। सिविल सर्जन ने अपने भेजे गए आदेश में कहा है कि यह घोर लापरवाही है। क्यों न आप पर विभागीय कार्रवाई की जाये। स्पष्टीकरण मांगने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। मालूम हो कि जिले के जिन प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी और प्रबंधक से स्पष्टीकरण की मांग की गई है उनमें अमनौर, बनियापुर, दरियापुर ,एकमा, दिघवारा, इसुआपुर, तरैया, जलालपुर, लहलादपुर, मकेर, मांझी, परसा, मशरक व रिविलगंज के चिकित्सा पदाधिकारी व अस्पताल प्रबंधक शामिल हैं। मालूम हो कि यह सभी लोग कोविड-19 के लिए सरकार के द्वारा एक एप लॉन्च किया गया है जिसमें मरीजो की ट्रैकिंग रिकॉर्ड को अपडेट करना है। लेकिन इन लोगों के द्वारा इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया गया। जानकारी हो कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के बारे में प्रतिदिन एम पर अपडेट करना है व मरीजों की ट्रैकिंग करनी होती है जो अभी तक नहीं हो पाया है। इस वजह से मरीजों को परेशानी हो रही है। एएनएम को भी प्रतिदिन घर-घर जाकर कोविड-19 से संक्रमित मरीजों का तापमान व पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल की जांच कर मोबाइल एप में अपलोड करना है।

एएनएम को एप संचालन के लिए मिलेगी ट्रेनिग

अपने-अपने प्रखंड में प्रशिक्षण का आयोजन कर एएनएम को प्रशिक्षित करने व एप की सुविधा लागू कराना है ताकि होम आईसोलेट संक्रमित मरीजों की बेहतर तरीके से ट्रैकिंग हो सकें। यह प्रशिक्षण केयर इंडिया के कर्मियों द्वारा दिया जायेगा। अब मोबाइल एप से ही ऐसे मरीजों की ट्रैकिंग कर स्वास्थ्य हाल जाना जाएगा व आवश्यकतानुसार आवश्यक चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे न सिर्फ ट्रेकिंग के कार्य को गति मिलेगी बल्कि, मरीजों को भी आसानी के साथ समुचित स्वास्थ्य उपलब्ध होगी। जिला प्रशासन की पहल को अमलीजामा बनाने में पदाधिकारी कितने सफल होते हैं यह तो आने वाला समय में ही देखने को मिलेगा ।

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