बाहर से इंजेक्शन मंगाने के मामले में ड्यूटी में मौजूद तीन स्वास्थ्य कर्मियों से शोकॉज
छपरा सदर अस्पताल में एक मरीज के लिए बाहर से इंजेक्शन मंगाने का मामला सामने आया है। तारा देवी को इमरजेंसी में भर्ती किया गया था, जहां उनके नाती ने 500 रुपये में एंटीबायोटिक इंजेक्शन बाहर से मंगवाया।...
छपरा, हमारे संवाददाता। छपरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी में मरीज से बाहर का इंजेक्शन मंगाने के मामले को अस्पताल प्रशासन ने काफी गंभीरता से लिया है। इस मामले में उसे दिन ड्यूटी में मौजूद तीन स्वास्थ्य कर्मियों से शोकॉज मांगा गया है। आखिर अस्पताल में इंजेक्शन रहने के बावजूद बाहर से मांगकर इंजेक्शन क्यों लगाया गया। मालूम हो कि जिले के बनियापुर थाना क्षेत्र के चेतन छपरा नारायण टोला के रहने वाली तारा देवी की सांस में तकलीफ होने के बाद उन्हें सदर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। उनके नाती से एंटीबायोटिक इंजेक्शन 500 रुपये में बाहर से मंगाया गया था। राउंड पर आने के बाद डॉ हरिंदर ने मरीज से पूछा तो उसने बताया कि बाहर से दवा मंगाया गया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध है। आखिर किस परिस्थिति में बाहर से कौन मंगाया है। आपको बता दें कि डीएम अमन समीर ने अपने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा है कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा अस्पताल प्रशासन हर हाल में करे। बाहरी जांच और बाहरी दवा लिखने पर उन्होंने कड़ा एतराज भी जताया था। मरीज से अस्पताल का फीडबैक भी लिया था। उसके बाद भी किसी स्टाफ के द्वारा बाहर से इंजेक्शन मंगा कर मरीज को लगाया गया। सदर अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ आर एन तिवारी ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया। यही कारण है कि उसे दिन ड्यूटी में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।