संक्रमितों के अंतिम संस्कार को लग रहे रुपये, सरकारी नियम का लाभ नहीं
क्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार नि:शुल्क होना है। वहीं मुक्तिधाम से जुड़े लोगों ने कहा कि सरकार के आदेश के बारे में उन्हें अभी तक जानकारी नहीं है। हालांकि प्रशासनिक पदाधिकारियों का कहना है कि लोग...
छपरा। नगर प्रतिनिधि
बिहार में हर दिन हो रही कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद कोविड गाइडलाइन के अनुसार शवों का अंतिम संस्कार होना है। गरीबों को आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि अंतिम संस्कार के खर्च का वहन अब राज्य सरकार करेगी। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और विकास आयुक्त आमिर सुबहानी ने क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में लिए गए फैसलों की जानकारी सभी डीएम को दी थी। साथ ही ये भी एलान किया कि अब राज्य में कोरोना से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार का खर्च बिहार सरकार उठाएगी। इस बाबत बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई थी। राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में जिला पदाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे ने भी कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए अपने स्तर से भी गाइडलाइन जारी किया था। इसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार सरकारी खर्च पर होगा। इस बारे में सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किया गया था। इसके बावजूद शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 मरीजों की मौत के बाद अंतिम संस्कार उनके परिजन अपने खर्च पर कर रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर लोगों ने बताया कि सरकार के निर्णय के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। जिला प्रशासन को चाहिए कि अधिक-से-अधिक इसका प्रचार प्रसार करें ताकि लोग सरकार के फैसले से लाभ उठा पाएं।
रिविलगंज मुक्तिधाम में सरकार के आदेश का पालन नहीं
रिविलगंज के मुक्तिधाम में प्रतिदिन काफी संख्या में शव जलाए जाते हैं। इनमें हाल के दिनों में कोविड-19 से मृत लोगों की संख्या अधिक है पर मरीजों के अंतिम संस्कार के समय मुक्तिधाम पर मृतक के परिजनों के साथ आए दिन नोकझोंक होती रहती है। मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार के कार्य में लगे लोग कोविड का हवाला देकर अंतिम संस्कार के लिए अधिक राशि की मांग करते हैं। जबकि सरकार का स्पष्ट आदेश है कि सरकारी खर्च पर कोविड-19 मृतकों का अंतिम संस्कार होना है। बनियापुर के रहने वाले सुनील प्रसाद ने बताया कि उनके भाई का निधन पिछले दिनों को कोरोना संक्रमण के कारण हो गया था। रिविलगंज के मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचने पर जब उन्होंने सरकार के आदेश का हवाला दिया तो मुक्तिधाम के संचालकों ने कहा कि उनके पास सरकार का कोई आदेश नहीं आया है। ऐसे में आपको अंतिम संस्कार के लिए निर्धारित राशि देनी ही होगी। उन्होंने मन मसोसकर अंतिम संस्कार के लिए राशि देना ही मुनासिब समझा। इस तरह की बात सिर्फ सुनील की ही नहीं कई अन्य लोगों की भी है।
डोरीगंज में भी अपने खर्च पर परिजन करते हैं अंतिम संस्कार
डोरीगंज के विभिन्न घाटों पर भी अपने खर्च पर ही परिजन कोविड-19 के मृतकों का अंतिम संस्कार करते हैं। लोगों ने बताया कि लकड़ी सहित अन्य जरूरतों के लिए वे स्वयं खर्च का वहन करते हैं। प्रशासनिक स्तर पर कोई मदद नहीं मिल पा रही है। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि कागजी प्रक्रिया को पूरा करने में ही काफी समय लग जाएगा इसलिए वे अपने घर पर ही अंतिम संस्कार कर दे रहे हैं।
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