वंदे मातरम से नमन हुई इम्तियाज की शहादत, गर्व व गम में छलके आंसू
पेज वन के लिए ष वाहन से घर पहुंचा पार्थिव शरीर, सैनिकों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर आला अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधि व ग्रामीणों का लगा जमघट गड़खा, एक संवाददाता। दिन सोमवार। स्थान - सारण जिले के गड़खा...

गड़खा, एक संवाददाता। दिन सोमवार। स्थान - सारण जिले के गड़खा प्रखंड का नारायणपुर गांव। दिन के दो बजे अपने गांव के लाल शहीद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पूरा इलाका वंदे मातरम की जयघोष से गूंज उठा। हर कोई इम्तियाज की शहादत को नमन कर रहा था। गांव वाले अपने वीर सपूत को सलाम कर रहे थे। सभी के चेहरे पर गर्व व गम का भाव था तो आंखों से आंसू छलक रहे थे। इम्तियाज की बेवा शहनाज अजीम बेसुध थी। बच्चों व भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल था। सेना की विशेष गाड़ी से बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर शहीद इम्तियाज का पार्थिव शरीर जब पहुंचा तो उनकी पत्नी शहनाज अजीम शव से लिपट पड़ीं।
इधर गांव में जुटा युवाओं का हुजूम अपने लाल की शहादत पर भारत माता की जय के नारे लगा रहा था। अपने मिट्टी के लाल भारत मां के वीर सपूत बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर शहीद इम्तियाज के पार्थिव शरीर को लाने के लिए गांव व क्षेत्र के सैकड़ों युवक हाथों में तिरंगा लहराते हुए बाइक से मानपुर पहुंचे थे। कोई घर की छत से शहीद की एक झलक पाने को बेचैन था तो कोई घर की गैलरी में खड़ा था। हजारों लोग सड़क किनारे खड़े थे। घर के बाहर जब पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया तो प्रशासन के लिए भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया। क्या पुरुष, क्या महिला, क्या बुज़ुर्ग और क्या बच्चे - सबके सब शहीद मोहम्मद इम्तियाज़ के अंतिम दर्शन को बेताब थे। लोग कतारबद्ध होकर शहीद का दर्शन कर रहे थे। प्रशासन द्वारा शहीद के अंतिम दर्शन की व्यवस्था पहले से ही कर ली गई थी। बावजूद इसके जुटी हजारों की भीड़ को संभालना मुश्किल हो रहा था। शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए पाकिस्तान के खिलाफ लोग नाराजगी जता रहे थे। इस दौरान लोगों का गुस्सा साफ दिखाई दे रहा था। यहां साथ आये सेना के जवानों ने राष्ट्रीय ध्वज पार्थिव शरीर पर प्रदान कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। डीआईजी, डीएम, एसपी समेत स्थानीय प्रशासन व पुलिस बल के अधिकारी भी अंतिम विदाई में शामिल हुए। शहीद सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज के अंतिम संस्कार के पहले पार्थिव शरीर के साथ आई सेना की विशेष टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी। बीएसएफ के अधिकारियों के नेतृत्व में सेना के जवानों ने पूरे सम्मान के साथ अपने साथी को अंतिम विदाई दी। निकाली अंतिम यात्रा, गांव के कब्रिस्तान में हुए सुपुर्द ए खाक गड़खा। सम्मान के साथ आम लोगों ने शहीद मोहम्मद इम्तियाज की अंतिम शव यात्रा निकाली। मोहम्मद इम्तियाज अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, इम्तियाज तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय, वंदे मातरम आदि नारे लगाते हुए लोग नारायणपुर गांव होते हुये कब्रिस्तान पहुंचे। काफिले में हजारों लोगों की भीड़ थी। इसके बाद गांव के कब्रिस्तान में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया। इस दौरान वहां हज़ारों की भीड़ थी। फोटो- 16 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में हो रही कब्रिस्तान की सफाई 17 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद को गार्ड ऑफ़ ऑनर देते बीएसएफ के जवान 18 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद को श्रद्धांजलि देते विधायक, पूर्व मंत्री व अन्य 19 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद को श्रद्धांजलि देते पूर्व एमएलसी महाचंद्र प्रसाद सिंह 20 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के पार्थिव शरीर को निहारते उनके फौजी भाई 21 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के पार्थिव शरीर के पास रोते बिलखते परिजन 22 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद को कंधा देते लोग 23 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार करते लोग 24 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में पेड़ के नीचे बैठ शहीद के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार करती महिलायें 25 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद की रोटी बिलखती पत्नी व अन्य 26 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के रोटी बिलखती पत्नी व अन्य 27 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के परिजनों से बात करते डीआईजी, डीएम व एसपी 28 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के रोते बिलखते परिजन 29 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में शहीद के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार करते अधिकारी 30 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में तिरंगा यात्रा निकालते ग्रामीण 31 गड़खा प्रखंड के नारायणपुर में मांगों से संबंधित डीएम को आवेदन देते शहीद के परिजन
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।