लाइव-सड़कों के निर्माण से रोजगार के भी बढे़ हैं अवसर
के निर्माण होने से अब आवागमन भी सुगम हो गया है। पहले जब लोगों को जिला मुख्यालय में आना होता था तो जर्जर सड़कों की वजह से बड़ी परेशानी होती थी पर अब ऑटो पर सवार होकर एक घंटे के अंदर आसानी से मुख्यालय...
लाइव-सड़कों के निर्माण से रोजगार के भी बढे़ हैं अवसर
सड़कों के निर्माण से यातायात भी हो गया है सुगम
समय से पहुंच जाते हैं लोग मुख्यालय
अमनौर, गड़खा , परसा , खैरा व रिविलगंज के इनई में हुआ एलाइनमेंट
हमारे संवाददाता
छपरा। सारण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति सुधरने के बाद ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रोजगार का भी अवसर मिलने लगा है। वहीं सड़कों के निर्माण होने से अब आवागमन भी सुगम हो गया है। पहले जब लोगों को जिला मुख्यालय में आना होता था तो जर्जर सड़कों की वजह से बड़ी परेशानी होती थी पर अब ऑटो पर सवार होकर एक घंटे के अंदर आसानी से मुख्यालय में पहुंचकर अपने कार्य को निपटा कर घर लौट जाते हैं । रिविलगंज प्रखंड के इनई से नवादा व नवादा से लेकर जिगना तिवारी टोला सोंधी नदी पर भी सड़क का निर्माण होने से आस-पास के गांव के लोगों ने चाय व अन्य दुकानें खोल रखी है। कई लोगों ने गुमटी रखकर उसमें स्टेशनरी का सामान व बच्चों के खाने-पीने का सामान बेचना शुरू किया है। पहले इस सड़क पर धूल उड़ती थी लेकिन अब कालीकरण होने से इस पर छोटी गाड़ियां फर्राटे भर रही हैं। वैसे जिले की कई ऐसी सड़कें हैं जो पहले काफी जर्जर थीं और उस पर चलना भी लोगों का दुश्वार हो जाता था।
कई सड़कों की बदली तस्वीर
पथ निर्माण विभाग और सरकार की पहल ने कई सड़कों की तस्वीर बदल दी है । जैसे मांझी-बरौली पथ, चैनवा- चैनपुर पथ, सिकटिया-पैगंबरपुर पथ, खैरा-अख्तियारपुर पथ व शाहपुर-पहाड़पुर व छपरा से मांझी एनएच 19 तक सड़क की स्थिति अब बिल्कुल बदल गई है। मां कंस्ट्रक्शन के चंदन प्रकाश बताते हैं कि सड़कों का निर्माण तेज गति से भी चल रहा है।
पांच नए बाईपास की मिली सौगात
एक अच्छी खबर है कि जिले में पांच नए बाईपास की सौगात भी मिल चुकी है। स्थानीय सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने बाईपास को लेकर पहल की थी। पथ निर्माण विभाग ने इस दिशा में कार्य भी शुरू कर दिया है। नये बाइपास निर्माण को लेकर स्थल का भी चयन कर लिया गया है। आपको बता दें कि बाईपास का निर्माण अमनौर, परसा, खैरा, गड़खा व रिविलगंज के ईनई पुल के पास से शुरू होगा। पथ निर्माण विभाग के द्वारा इसका एलाइनमेंट भी कर लिया गया है। इसके बनने से न सिर्फ किसानों की जमीन की कीमत बढ़ेगी बल्कि परिवहन व्यवसाय से ले कर अन्य रोजगार के क्षेत्रों में संभावनाएं भी बढेंगी।
चयनित पांच स्थलों में यहां बनेंगे नए बाईपास
96 करोड़ 70 लाख की लागत से गड़खा एनएच 102 से हरपुर गांव होते हुए एनएच 102 में मिल जायेगा। 73 करोड़ 83 लाख की लागत से अमनौर बाजार चौक से स्टेट हाईवे 104 से अमन और भगवानपुर होते हुए एस एच 73 में मिलेगा। 108 करोड़ 68 लाख की लागत से शीतलपुर-परसा पथ पर सीवान के बसंतपुर-मशरक तरैया एस एच 73 पर मिलेगा। 34 करोड़ 70 लाख की लागत से खैरा के मढ़ौरा से चौरसिया वस्त्रालय तक एस एच ए नाहर ब्रिज तक निर्माण होगा। 177 करोड़ की लागत से छपरा-आरा ब्रिज के बगल से रिविलगंज के इनई पुल के पास एनएच 19 में बाईपास मिलेगा।
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