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ज्योति पर्व पर आज जगमग होंगे घर-आंगन

उत्साह की चमक व सतरंगी रोशनी से जगमग सारण वार को खासा उत्साह और उमंग देखा गया। यूं तो यह पर्व गुरुवार को मनाया जा रहा है लेकिन, इसकी तैयारी काफी दिनों से लोगबाग कर रहे थे। दीपावली की पूर्व संध्या पर...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराWed, 30 Oct 2024 09:34 PM
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उत्साह की चमक व सतरंगी रोशनी से जगमग सारण इंट्रो : अंधकार पर प्रकाश की विजय का महोत्सव है दीपावली। सारण के लोगों में इस पर्व को लेकर बुधवार को खासा उत्साह और उमंग देखा गया। यूं तो यह पर्व गुरुवार को मनाया जा रहा है लेकिन, इसकी तैयारी काफी दिनों से लोगबाग कर रहे थे। दीपावली की पूर्व संध्या पर पूरा शहर सतरंगी रोशनी से जगमग हो उठा है। सुबह से देर शाम तक लोग अपने घर और आस-पड़ोस को सजाने व संवारने में जुटे रहे। शाम ढलते ही शहर के बाजार और घर रंग-बिरंगे झालरों से जगमग हो उठा। इसके साथ ही बुधवार की देर रात तक ग्राहकों की बाजारों में भीड़ रही। लोग परिवार के साथ खरीददारी में मशगूल दिखे। बाजारों में दीपावली की खरीदारी को उमड़ी भीड़ इलेक्ट्रॉनिक्स की दूकानों पर हुई बम्पर बिक्री फोटो 20 शहर के छपरा कचहरी रोड में लैपटॉप की खरीदारी करते लोग फोटो 14 दीपावली को लेकर मिट्टी के दीये खरीदने लोग फ़ोटो 15 घरों की सजावट के लिए आर्टिफिशियल फूलों की लड़ी खरीदती महिलाएं फोटो 16 दीपावली की खरीदारी को लेकर बाजार में लोगों की उमड़ी भीड़ फोटो 18 भगवान गणेश व लक्ष्मी की मूर्ति की खरीदारी के लिए दुकान पर जुटे लोग छपरा, नगर प्रतिनिधि। दीपावली की पूर्व संध्या पर बुधवार को ही पूरा शहर रोशनी से जगमग हो उठा है। सुबह से देर शाम तक लोग अपने घर को सजाने व संवारने में जुटे रहे। शाम ढलते ही शहर के बाजार व घर रंग-बिरंगी झालरों से जगमग दिखाई दिए। शहर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से लेकर बड़े-बड़े भवन रोशनी से नहाई हुई नजर आईं। दीवाली पर्व को धन की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी की उपासना व दीपावली को लेकर शहर में तैयारी हो रही है। धनतेरस बीतने के बाद भी बाजारों में रौनक बनी हुई है। दुकानों पर जगमग करने वाले झालर लोगों को आकर्षित कर रहे हैं । मिट्टी के दीये,पटाखे व मोमबत्तियों से दुकानें सजी हुई हैं। बिजली की व्यवस्था सुधरने पर दीपावली में रंग-बिरंगे झालरों की मांग बढ़ी है। दुकानदार सुनील कुमार ने बताया कि दीपावली में रंग-,बिरंगे बिजली की झालरों की बिक्री ज्यादा होने की उम्मीद है। इस बार एलइडी लाइट भी डिमांड में ज्यादा है। 25 रुपये प्रति पीस सामान्य झालर बिक रहा है। रिमोट पर चलने वाले झालर भी आए हैं। मोबाइल लैपटॉप की बिक्री में भी काफी तेजी है। लोग दीपावली के दिन नए लैपटॉप की भी पूजा करेंगे। मिट्टी के दीये व मोमबत्ती पर टिका बाजार चाइना की लाइट के बाजार में छाने के बावजूद मिट्टी के दीये व मोमबत्तियां उसे कड़ी टक्कर दे रहे हैं। दीपावली पर मिट्टी के दीप जलाने की परंपरा का असर है कि आज भी मिट्टी के दिये बाजार में दिख रहे हैं । हालांकि मिट्टी के दीये व मूर्तियों की कीमत बढ़ने से इसके प्रति लोगों का आकर्षण कम हुआ है । इसके बावजूद पूजा के दौरान इन का महत्व ज्यादा होने से इनकी मांग भी कम नहीं है। 50 से 100 रुपये तक बढ़ गए मूर्तियों के दाम छोटी दीवाली पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों संग पूजन सामग्री भी खूब बिकी। बाजार में कोलकाता से आई मूर्तियों की भरमार है। दुकानदारों ने भी मूर्तियों की कीमतें अचानक बढ़ा दीं। 24 घंटे बाद बुधवार को अमूमन हर मूर्ति की कीमत में 50 से 100 रुपये बढ़ा दिए। कारोबारी सुमेर कहते हैं कि तीन दिन का कारोबार है। इस बार महंगी मूर्तियां कोलकाता से ही आई हैं इसलिए दाम बढ़ा दिए हैं। हालांकि, दाम गिरने की जिद पर कई ग्राहकों की बात भी दुकानदारों ने मानी। कपड़ों के साथ झालरों की हुई बिक्री दीपावली पर्व पर नए कपड़े पहनने का विशेष क्रेज रहता है। कपड़ों की खरीद के लिए दुकानों पर काफी भीड़ रही। दुकानदारों ने भी खूब मुनाफा कमाया। लोगों ने अपने घरों को सजाने के लिए बाजार से इलेक्ट्रानिक्स और प्लास्टिक के झालरों की खूब खरीदारी की। एलईडी लाइट, पट्टी, झालर, सतरंगी लाइट, जय माता दी, ओम, लक्ष्मी, शुभ लाभ, वंदनवार की झालरों की भी खूब बिक्री हुई। दिवाली पूजन के लिए लोगों ने बाजार से खिलौना, खील-बतासे, , दीपक, रूई, कपूर, झाड़ू, लाई, चना, चूरा व मिठाई की खरीदारी की। बाजार में अचानक बड़ी भीड़ के चलते ट्रैफिक भी बेहद धीमा रहा। देर रात तक बाजार रहे गुलजार छोटी दीवाली पर भी लोगों ने जमकर खरीदारी की। सराफा, रेडीमेड कपड़े, पूजन सामग्री, लइया, खील समेत अन्य सामग्रियों की खरीदारी करने के लिए लोग परिवार के साथ निकले। सजावट व रोशनी का सामान भी खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ रही। कारोबारियों के अनुसार, 400 करोड़ का कारोबार दिवाली पर होने की उम्मीद है। जमीं से आसमां तक आज होगा धूम-धड़ाका दीपावली को यादगार बनाने के लिए दिनभर खरीदारी पटाखा बाजार में उमड़े लोग महंगाई का असर पर उत्साह बरकरार फोटो 22- शहर के नगरपालिका चौक पर पटाखा की खरीदारी करते लोग छपरा, नगर प्रतिनिधि। रोशनी का पर्व दीपावली गुरुवार को मनाया जाएगा। जमीं से आसमां तक धूम-धड़ाका करने के लिए युवा तैयार हैं। बुधवार को दिनभर पटाखा बाजार में भीड़ जुटी रही। बड़ों के साथ बच्चों ने भी देर रात तक पटाखे की खरीदारी की। अकेले पटाखा कारोबार में पांच करोड़ से ज्यादा का कारोबार होने की उम्मीद है। पिछले साल की तुलना में यह 20 फीसदी अधिक है। शहर के नगरपालिका चौक, भगवान बाजार, गुदरी, साहेबगंज में दीवाली में 40 फीसदी तक कम प्रदूषण वाले पटाखे ट्रेंड में हैं। सेब अनार, फोर इन वन समेत एक हजार से ज्यादा वैरायटी उपलब्ध हैं। ‘एके-47 लगभग 300 फीट तक आसमान का सीना चीरते हुए रोशनी बिखेरेगा। इको फ्रेंडली पटाखा स्पार्क फिश तेज रोशनी बिखेरने के साथ मछली की आकृति बनाएगा। पैराइज फिश, संसेशन, बर्ड शाइन समेत कई पटाखे दिवाली में सतरंगी छटा बिखरेंगे। 210 व 180 शॉट वाले पटाखे भी आसमान में फुलझड़ी का नजारा दिखाएंगे। खरीदारों के पहुंचने से कारोबारियों के चेहरे खिले हैं। पटाखा की कीमत पिछले साल से 50 से 80 फीसदी महंगी हैं। 80 या 100 रुपये वाला पटाखा इस बार 160 तक पहुंच गया। हालांकि दिवाली की खुशी में लोग खरीदारी कर रहे हैं। बिना अग्निशमन यंत्र के सजीं पटाखा की दुकानें छपरा, नगर प्रतिनिधि। शहर की सड़कों पर शहर से लेकर गली मोहल्ले के में बिना अग्निशमन यंत्र से कई पटाखे की दुकानें सजी है। बच्चों से लेकर बड़े तक कई दिन पहले से ही पटाखे खरीद रहे हैं। पटाखों की दुकानों पर सुरक्षा नाम की कोई चीज नहीं है।पटाखों के बारूद से शहर कभी भी सुलग सकता है। जिला व पुलिस प्रशासन भी इस बात की अनदेखी करता नजर आ रहा है। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी भी पटाखा दूकानों की लाइसेंस की जांच के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। बिना लाइसेंस के ही शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में काफी संख्या में पटाखा की दुकानें खुली हुई है। दुकानदारों का कहना है कि लाइसेंस की प्रक्रिया जटिल होने के कारण काफी परेशानी होती है। इस कारण स्थानीय प्रशासन के सहयोग से बिना लाइसेंस की दुकान खोल ली हैं। शहर के नगरपालिका चौक, भगवान बाजार चौक, गुदरी , मोना चौक में प्रशासन के नाक के नीचे बिना लाइसेंस की दुकानों से पटाखों की बेरोकटोक बिक्री जारी है। हर्षोल्लास से दीपावली मनायें पर सावधानी जरूरी छपरा, नगर प्रतिनिधि। दीपावली के उल्‍लास में सावधान रहने की जरूरत है। दीपावली पर बरती गई लापरवाही आपको बीमार कर सकती है। दीपावली पर प्रदूषण अमूमन कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में प्रदूषणजनित बीमारी आपको परेशान कर सकती है। डॉक्टरों का कहना हैं कि थोड़ी सी असावधानी हानिकारक हो सकती है। खासतौर पर बच्‍चों और बुजुर्गों को इस दौरान विशेष ध्‍यान रखने की जरूरत है। दीपावली पर चलने वाले पटाखे, दीये-मोमबत्तियों के धुंएं, साफ-सफाई के दौरान हवा में प्रदूषण और धूल की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में जरा-सी लापरवाही आपको त्‍वचा की समस्‍या जैसे एक्जिमा, त्वचा में जलन, रैशेज पड़ना, खुजली, एलर्जिक ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारी का शिकार बना सकती है। अस्‍थमा या दमा के रोगियों के लिए ये मौसम बहुत नुकसानदेह होता है। इस मौसम में अस्‍थमा के मरीजों को काफी अटैक पड़ते हैं। कई ऐसे मामले होते हैं कि रोगी को संभालना मुश्किल हो जाता है। सांस के रोगियों को इस मौसम में बाहर निकलने से पहले सोचना चाहिए। वहीं बच्‍चों में भी बहुत ज्‍यादा धूल, प्रदूषण में जाने देने से अस्‍थमा के लक्षण पैदा हो सकते हैं। यह बीमारी बच्चों के लिए जितना खतरनाक है, उससे कहीं ज्यादा बुजुर्गों के लिए खतरनाक है। अभी गर्मी और सर्दी का संधिकाल है। ऐसे में लोग इस मौसम में कुछ भी पहन लेते हैं और खाने-पीने लगते हैं. लेकिन यह मौसम सबसे ज्‍यादा सावधानी बरतने का है। इस मौसम में साइनो‍साइटिस की समस्‍या सबसे ज्‍यादा होती है। पटाखों की धूम से इस दौरान लोगों को छींक आना, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और खांसी की तकलीफ सता सकती है। दीवाली के दौरान बच्‍चों विशेषकर नवजात को निमोनिया होने का खतरा ज्यादा होता है। इसके शिकार बच्चे-नवजात की सांस लंबी-लंबी चलती है। सीने में कफ अटकने लगता है। खांसी और जुकाम का होना व सांस लेने में दिक्‍कत होती है। बच्‍चों को इसमें बचाने की जरूरत है। ऐसे बरतें सावधानियां घर के अंदर न ही पटाखे चलाएं और न ही मोमबत्तियां व दीये जलाएं। बच्‍चों को पटाखों व आग से दूर रखें। ठंडा खाने से परहेज करें, पूरी आस्‍तीन के कपड़े पहनें। शाम से देर रात में घर से बाहर न निकलें। अगर जाना ही है तो मुंह व नाक को ढंक लें। दीपावली पर प्रशासन चौकस, अस्पताल व फायर बिग्रेड अलर्ट जिलाधिकारी ने संबंधित अफसरो को जारी किया आदेश यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने पर भी ध्यान छपरा, नगर प्रतिनिधि। दीपावली के दिन जहां पूरा शहर जश्न मना रहा होगा, वहीं पुलिस, अस्पताल और फायर बिग्रेड के कर्मचारी किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैनात रहेंगे। जिला व पुलिस प्रशासन ने शहरभर में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के लिए थानों में स्पेशल अलर्ट जारी किया है। इसके मद्देनजर शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। संवेदनशील इलाकों में विशेष नजर रखी जाएगी। पेट्रोलिंग वाहन दिनभर भ्रमण करते रहेंगे। यातायात व्यवस्था के लिए भी ट्रैफिक जवानों की तैनाती की गई है।बताया जाता है कि शहर में चेक पॉइंट बनाए गए हैं, जहां पर पुलिस की टीम मौजूद रहेगी। कई जगहों पर मोटरसाइकिल से जवान पेट्रोलिंग करेंगे, ताकि कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत घटनास्थल पर पहुंच जा सके। जिलाधिकारी अमन समीर ने शहर से लेकर गांव तक में सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतने का आदेश संबंधित अफसरों को जारी किया है। जगह -जगह पर तैनात रहेगी फायरब्रिगेड दीवाली के दिन कहीं पर आगजनी होने पर उससे निपटने के लिए फायर ब्रिगेड ने तैयारी पूरी कर ली है। जिलाधिकारी के निर्देश पर फायर बिग्रेड का अमला जगह -जगह तैनात रहेगा। फायर बिग्रेड के एक अफसर ने बताया कि त्योहार के मद्देनजर जवानों की छुट्टी पहले ही रद्द कर दी गई थी। अस्पताल प्रशासन को मुस्तैद रहने पर जोर जिलाधिकारी ने दीपावली को देखते हुए सदर अस्पताल सहित अन्य सभी सरकारी अस्पतालों में 24 घंटे मुस्तैदी रखने पर जोर दिया है। पटाखों से झुलसने की हर साल हो रही घटनाओं को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष व्यवस्था की गई है। गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में दीवाली के दौरान हर वर्ष पटाखों से झुलसकर दर्जनों लोग पहुंचते हैं। समुचित बिजली देने का बिजली कंपनी का दावा छपरा। नगर प्रतिनिधि दीपोत्सव के मद्देनजर जिले को निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाएगी। राज्य सरकार का पत्र आने के बाद विभाग आपूर्ति व्यवस्था बेहतर बनाने में जुट गया है। बिजली कम्पनी के अफसरों का दावा है किजिला मुख्यालय पर पूर्व से ही 24 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है, लेकिन ग्रामीण अंचलों में कुछ कम बिजली मिल पाती है। दीपावली पर शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति 24 घंटे रहेगी। सरकार के निर्देश पर धनतेरस से दीपावली तक तीन दिनों तक समुचित बिजली रहेगी। अधीक्षण अभियंता ने कहा कि कहीं कोई तकनीकी खराबी न हुई तो निर्बाध बिजली आपूर्ति का आदेश दिया गया है, जिसको प्रभावी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दीपावली को लेकर अतिरिक्त कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। तकनीकी गड़बड़ियों को तुरंत दूर करने का निर्देश संबंधित कर्मियों को दिया गया है। बिजली कंपनी दीपावली के दिन समुचित बिजली उपलब्ध कराने के लिए फुलप्रूफ की योजना बनाई है। दीपावली पर कुबेर पूजन का भी महत्व छपरा। नगर प्रतिनिधि महालक्ष्मी का प्राकट्यपर्व दीपावली गुरुवार को है। इस दिन घर में आ रही लक्ष्मी की स्थिरता के लिए देवताओं के कोषाध्यक्ष धन एवं समृद्धि के स्वामी कुबेर का पूजन-आराधना करने से नष्ट हुआ धन भी वापस मिल जाता है और कर्ज से मुक्ति के द्वार खुल जाते हैं। व्यापार में बड़ी सफलता और यश प्राप्ति के लिए कुबेर यंत्र का पूजन आवश्यक है। लक्ष्मी कुबेर पूजन करने से अचल लक्ष्मी की प्राप्ति का योग है। साथ ही उल्का भ्रमण का भी विशेष महत्व है। देर रात्रि तक काली पूजा, दीक्षा ग्रहण के साथ निशा पूजा भी होगी। इस दिन द्रव्य लक्ष्मी अर्थात चांदी के सिक्के में अंकित लक्ष्मी-गणेश के पूजन का अत्यधिक महत्व है। इस दिन पूजन के समय श्री सूक्त का पाठ, लक्ष्मी सहस्त्रनाम का पाठ स्तोत्र, लक्ष्मी चालीसा, महालक्ष्मी के विविध मंत्र का पाठ एवं जप किया जाना चाहिए। इस प्रकार पूजन करने से लक्ष्मी जी की सदैव कृपा एवं समस्त मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। प्रदोष काल जिसका दीपावली महालक्ष्मी पूजन में सर्वाधिक महत्व है। व्यापारियों के लिए दीपावली, महालक्ष्मी, कुबेर, दवात्-कलम, तराजू-बाट, तिजोरी इत्यादि पूजन के लिए कल्याणकारी सिद्ध होगी। अपनी आस्था व सुविधानुसार किसी शुभ लग्न चैघड़िया, महानिशीथकाल और सिंह लग्न में महालक्ष्मी पूजन करना चाहिए। मुख्य द्वार पर हल्दी का जल ज्योतिषाचार्य पंडित चन्द्रभूषण का कहना है कि दिवाली के दिन घर की अच्छी तरह से सफाई करें। विशेषकर मुख्य द्वार को बहुत अच्छी तरह से साफ करें। इसके बाद मुख्य द्वार पर हल्दी का जल छिड़कें। भगवान गणेश को दूब-घास और मां लक्ष्मी को कमल का पुष्प चढ़ाना चाहिए। ये वस्तुएं दोनों देवी-देवता को अत्याधिक प्रिय हैं। घर के बाहर रंगोली अवश्य बनाएं। रंगोली को शुभ माना जाता है। मुख्य द्वार पर जूते और चप्पल बिल्कुल न रखें। रसोई में झूठे बर्तन बिल्कुल न छोड़ें। दिवाली के दिन घर की रसोई में भी दीपक जलाया जाता है। इस दिन मां अन्नपूर्णा की भी पूजा होती है।

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