डाटा सुधार में मांझी समेत पांच प्रखंडों का प्रदर्शन बेहद खराब
छपरा जिले में ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर विद्यार्थियों का डेटा सुधार कार्य 86.76% पूरा हो चुका है। सुधार की प्रक्रिया में मांझी, गड़खा और सोनपुर प्रखंड पीछे हैं। सभी विद्यालयों को डेटा सुधार करने का...
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ओवर ऑल जिले में 86.76 प्रतिशत डाटा सुधार के कार्य पूर्ण, शेष छात्रों का जल्द सुधारने का निर्देश छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले में ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज विद्यार्थियों के डाटा को दुरुस्त करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है फिर भी डाटा सुधार में मांझी, गड़खा, छपरा सदर, सोनपुर और मशरक प्रखंड की स्थिति दयनीय है। डीईओ ने सभी बीईओ को पत्र भेजा है। पत्र के अनुसार, सभी विद्यालयों को अपने लॉगिन के माध्यम से विद्यार्थियों के विवरण को शुद्ध करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह प्रक्रिया विद्यार्थियों को सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक विद्यालय अपने लॉगिन के माध्यम से विद्यार्थियों के डेटा की त्रुटियों को तत्काल सुधारें। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने क्षेत्र के विद्यालयों में इस प्रक्रिया की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि अगले 24 घंटे में यह कार्य पूरा हो। क्यों जरूरी है डेटा सुधार? ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर विद्यार्थियों की सही जानकारी उपलब्ध होना अनिवार्य है ताकि उन्हें छात्रवृत्ति, पोशाक, साइकिल और अन्य सरकारी लाभ समय पर मिल सके। यदि डेटा में त्रुटियां बनी रहती हैं, तो छात्रों को इन योजनाओं से वंचित होना पड़ सकता है। इसीलिए शिक्षा विभाग इसे प्राथमिकता से पूरा कराने के प्रयास में जुटा है। प्रखंडवार डेटा सुधार की स्थिति सारण जिले के 2,591 विद्यालयों में कुल 40,639 छात्रों के रिकॉर्ड में सुधार की आवश्यकता थी। अब तक 35,258 छात्रों का डेटा संशोधित किया जा चुका है, जो कुल लक्ष्य का 86.76% है। सबसे बेहतर प्रदर्शन वाले प्रखंड नगरा (100%) - इस प्रखंड ने सभी 871 छात्रों का डेटा पूरी तरह से सही कर लिया है। दिघवारा (99.90%) - 964 में से 963 छात्रों का डेटा ठीक किया जा चुका है। मढ़ौरा (98.91%) - 3,775 में से 3,743 छात्रों का डेटा सही हो चुका है। रिविलगंज (98.83%) - 1,199 में से 1,185 छात्रों का डेटा संशोधित। एकमा (98.48%) - 1,645 में से 1,620 छात्रों का डेटा सुधार लिया गया। सुधार में पिछड़ते प्रखंड: गड़खा (73.80%) - 1,319 में से 974 छात्रों का ही डेटा ठीक हो पाया है। मांझी (62.59%) - 2,788 में से केवल 1,745 छात्रों का ही डेटा सुधार हुआ है। सोनपुर (75.91%) और तरैया (80.93%) जैसे प्रखंडों में भी सुधार की गति अपेक्षाकृत धीमी रही है। अब भी 5,381 छात्रों का डेटा सुधार बाकी हालांकि जिले में औसतन 86.76% डेटा सुधार कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन अभी भी 5,381 छात्रों का विवरण सही किया जाना बाकी है। जिला शिक्षा कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि डेटा सुधार में देरी करने वाले विद्यालयों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। शिक्षा विभाग की अपील जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापकों और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से अपील की है कि वे इस कार्य को गंभीरता से लें और अपने-अपने क्षेत्र में डेटा सुधार को शीघ्र पूरा कराएं। इससे छात्रों को सरकार की सभी शैक्षणिक योजनाओं का लाभ बिना किसी बाधा के मिल सकेगा। यूजीसी नेट में अनुषा ने हासिल की शानदार सफलता छपरा। जे.पी. विश्वविद्यालय की संस्कृत विभाग की छात्रा अनुषा मिश्र ने यूजीसी नेट परीक्षा 2025 में शानदार सफलता प्राप्त की है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल परिवार, बल्कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों और सहपाठियों में भी हर्षोल्लास का माहौल है।अनुषा ने अपनी इस सफलता का श्रेय गुरुजनों के आशीर्वाद, माता-पिता के सहयोग और कठोर परिश्रम को दिया है। उन्होंने दर्शन और अन्य विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा साबित की है।प्रो वैद्यनाथ मिश्र,प्रो दिवांशु समेत गुरुजनों को सफलता का श्रेय दिया है।
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