सिविल कोर्ट लिपिक पद के लिए परीक्षा में मैथ के प्रश्न रहे टफ
छपरा में सिविल कोर्ट क्लर्क पद की पीटी परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के लिए दंडाधिकारी और पुलिस की व्यवस्था की गई थी। परीक्षार्थियों ने गणित और रीजनिंग के प्रश्नों...
दो पालियों में शहर के 6 परीक्षा केदो पर ली गई परीक्षा कोर्ट प्रशासन व जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी परीक्षा पर रखे हुए थे नजर न्यूमेरिक 10 बजे सुबह से पहली पाली में परीक्षा हुई शुरू फोटो 10 शहर के सरस्वती शिशु मंदिर केंद्र पर परीक्षा के बाद बाहर निकलते परीक्षार्थी छपरा नगर प्रतिनिधि। सिविल कोर्ट के क्लर्क पद पर नियुक्ति की पीटी परीक्षा दो पालियों में छह परीक्षा केन्द्रों पर रविवार को आयोजित की गई। परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों ने बताया कि अंग्रेजी, हिंदी, जीके, गणित, रीजनिंग और कंप्यूटर साइंस जैसे विषय से अधिक अधिकतर प्रश्न पूछे गए थे लेकिन गणित के प्रश्नों को हल करने में समय लग रहा था। करंट अफेयर से भी कुछ प्रश्न पूछे गए थे। रीजनिंग के प्रश्नों को भी हल करने में ठंड के मौसम में भी परीक्षार्थियों के पसीने छूट रहे थे। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10-12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर की परीक्षा 2-4 बजे तक हुई। शहर में राजपूत स्कूल, एसडीएस, छपरा सेंट्रल स्कूल, भगवत विद्यापीठ , व सरस्वती शिशु मंदिर में परीक्षा ली गई। पहली पाली में 3794 व दूसरी पाली में भी 3794 परीक्षार्थियों के लिए सीटिंग अरेंजमेंट किया गया था लेकिन कई परीक्षार्थियों ने परीक्षा नहीं दी। परीक्षा को कदाचार मुक्त करने के लिए समुचित संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। सभी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि समय से जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग को रिपोर्ट करेंगे और उनके द्वारा दिये गये निर्देश मार्गदर्शन में अपने दायित्व का शक्ति से अनुपालन करेंगे। साथ ही परीक्षा केंद्र पर प्रतिनियुक्ति स्टैटिक दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी का दायित्व तय किया गया था कि वह परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों के प्रवेश के समय पूर्ण रूप से जांच कर लें। परीक्षा में किसी भी प्रकार की प्रतिबंधित सामग्री यथा बैग, मोबाइल, पर्स, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, वॉच, स्मार्ट क्लाक, पेजर आदि कोई भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण परीक्षा केंद्र के अंदर न ले जाने पाए। परीक्षा कक्ष में महिला परीक्षार्थियों की तलाशी महिला पुलिस, महिला वीक्षक, महिला केंद्र अधीक्षक द्वारा ली गयी। सेंटर आब्जर्वर के तौर पर न्यायिक पदाधिकारी सभी परीक्षा केदो पर प्रतिनियुक्ति किए गए थे। परीक्षा केंद्र पर निषेधाज्ञा लागू विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए परीक्षा प्रारंभ होने के दो घंटे पूर्व एवं परीक्षा समाप्ति के दो घंटे बाद तक परीक्षा केंद्र एवं उसके आसपास धारा 163 (1) प्रभावी ढंग से लागू रखने का निर्देश सदर अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया था। परीक्षा कि सुचिता बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन व कोर्ट प्रशासन आपस में समन्वय बनाए हुए थे। न्यायिक पदाधिकारी के अलावा एडीएम इंजीनियर मुकेश कुमार व ट्रैफिक डीएसपी बसंती टुडू को नोडल पदाधिकारी की जिम्मेवारी दी गई थी। पटना हाई कोर्ट के स्तर पर भी परीक्षा की मॉनिटरिंग हो रही थी। परीक्षा समाप्त होने के बाद हाई कोर्ट को भी शांतिपूर्ण परीक्षा होने की रिपोर्ट की गई। सीसीटीवी व जैमर की जद में थे परीक्षार्थी परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न करने के लिए सभी अच्छे परीक्षा केन्द्रों पर समुचित संख्या में सीसीटीवी व जैमर लगाए गए थे। तीन स्तरों पर जांच के बाद ही परीक्षार्थियों का प्रवेश परीक्षा हॉल में हो रहा था। जिला प्रशासन के स्तर पर भी परीक्षा की मॉनिटरिंग हो रही थी। शांतिपूर्ण परीक्षा समाप्त होने पर जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी ने भी राहत की सांस ली।
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