आंगनबाड़ी केंद्रों पर चावल आवंटन में गड़बड़ी
लहलादपुर में आंगनबाड़ी केंद्रों पर चावल के आवंटन में गड़बड़ी की शिकायतें आई हैं। सेविकाओं का आरोप है कि उन्हें कम चावल दिया गया है और गाड़ी भाड़ा भी वसूला गया है। दूसरी ओर, गड़खा में एक प्रेमी युगल की शादी...
लहलादपुर, एक संवाददाता। आंगनबाड़ी केंद्रों पर चावल आवंटन के मामले में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आने लगी है। केंद्र की सेविकाओं की शिकायत है कि उन्हें निर्धारित मात्रा से कम वजन में चावल दिया गया है। इसके बाद केंद्र पर चावल पहुंचाने की गाड़ी भाड़ा के नाम पर रुपये वसूल लिये गये हंै। सेविका मंजू देवी की मानें तो केंद्र पर चावल पहुंचाने के लिये अलग से गाड़ी भाड़ा नहीं देना होता है। जानकारी के मुताबिक विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार संचालित करने के लिये अगले तीन माह के लिये चावल उपलब्ध कराया है। हरेक केंद्र को तीन माह के लिये करीब चार क्विंटल अठहतर किलो चावल मिला है। सेविकाओं में इस बात को ले नाराजगी है की उन्हें निर्धारित मात्रा से कम चावल मिला है। इस मामले में महिला पर्यवेक्षिका संध्या कुमारी ने बताया कि सभी केंद्रों को निर्धारित मात्रा में चावल दिया गया है। सेविकाओं को पोषाहार के रुपये में परिवहन के लिये भी रुपये दिये जाते हैं। कई दिनों से फ़रार चल रहे प्रेमी युगल की कराई शादी गड़खा, एक संवाददाता। गड़खा में पिछले कई दिनों से फ़रार चल रहे एक प्रेमी युगल को ग्रामीणों ने पकड़ कर शनिवार को आनन-फानन में उनकी शादी करा दी। प्रेमी गड़खा थाना क्षेत्र के मीनापुर गांव का रहने वाला है जबकि प्रेमिका भगवानी छपरा गांव की रहने वाली है। दरअसल प्रेमी जोड़ा कुछ दिनों पहले घर से भाग गया था। लड़की के पिता इसकी शिकायत लेकर प्रेमी के घर मीनपुर पहुंचे। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि और कुछ समाजसेवियों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने लड़के के पिता को बुलाकर पुत्र से संपर्क करने को कहा। बाद में प्रेमी जोड़े को बुलाया गया। गांव के कुछ बुजुर्गों ने समझाया और परिजनों से दोनों की शादी कराने की बात कही। गांव के लोगों और दोनों के परिजनों की मौजूदगी में शनिवार को मीनापुर स्थित मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी करा दी गई। वहां से लड़की अपनी ससुराल मीनापुर विदा होकर चली गई। यह शादी पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।