Hindi NewsBihar NewsChapra News500 Girls Miss Out on Bihar Chief Minister s Kanya Uthan Scheme Despite First-Class Matric Exam Results

कन्या उत्थान योजना के लाभ से सारण के 5 सौ से अधिक विद्यार्थी वंचित

सारण जिले की 500 से अधिक छात्राएं, जिन्होंने मैट्रिक वार्षिक परीक्षा (विशेष) 2024 में प्रथम श्रेणी प्राप्त की, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लाभ से वंचित रह गई हैं। योजना के आवेदन पोर्टल पर उनका...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराThu, 16 Jan 2025 10:55 PM
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छपरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। सारण जिले की लगभग 500 से अधिक छात्राएं, जिन्होंने मैट्रिक वार्षिक परीक्षा (विशेष) 2024 में प्रथम श्रेणी से सफलता हासिल की थी, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लाभ से वंचित रह गई हैं। इन छात्राओं का नाम योजना के आवेदन पोर्टल पर जारी सूची में नहीं आया है, जिससे उनके अभिभावकों और स्वयं छात्राओं के बीच नाराजगी और चिंता का माहौल है। पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर कुछ छात्राओं ने दी थी विशेष परीक्षा इन छात्राओं ने पटना उच्च न्यायालय के आदेश के तहत मई 2024 में आयोजित विशेष परीक्षा में भाग लिया था। अधिकांश छात्राएं मुख्य परीक्षा में अनुपस्थित थीं या अन्य कारणों से शामिल नहीं हो सकी थीं। विशेष परीक्षा के परिणाम में, उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर प्रथम श्रेणी में स्थान प्राप्त किया। इसके बावजूद, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की सूची में उनके नाम न होने से उनकी प्रोत्साहन राशि ₹10,000 पाने की उम्मीदें टूट गई हैं। छात्राओं व अभिभावकों का संघर्ष छात्राओं और उनके अभिभावकों ने जिला शिक्षा कार्यालय (डीईओ) और बोर्ड कार्यालय के कई चक्कर लगाए हैं। इन कार्यालयों में शिकायत करने पर उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। कुछ अभिभावकों का कहना है कि यह सरकारी स्तर की चूक है और इस मुद्दे को हल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। आर्थिक सहायता से वंचित होने का प्रभाव मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्राओं को ₹10,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यह राशि न केवल उनकी उच्च शिक्षा के लिए सहायक होती है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए बड़ी राहत साबित होती है। योजना के लाभ से वंचित रहने वाली छात्राओं के भविष्य पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। छात्राएं और उनके परिवार अब भी इस उम्मीद में हैं कि जल्द ही योजना के तहत उनका नाम जोड़ा जाएगा और वे इस महत्वपूर्ण प्रोत्साहन राशि का लाभ उठा सकेंगी। वहीं, स्थानीय सामाजिक संगठनों ने इस मुद्दे पर सरकारी तंत्र से पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है। केस 1 छपरा के अभिषेक कुमार अरुनाभ के पुत्र व राजकीय उच्च विद्यालय छपरा नवस्थापित के छात्र अप्रमेय त्रिवेदी मैट्रिक विशेष परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होकर 431 अंक प्राप्त किये। प्रोत्साहन राशि का लाभ नहीं मिलने के बाद योजना लेखा के डीपीओ कार्यालय में प्रधानाध्यापक के माध्यम से एक प्रतिवेदन दिया है और योजना का लाभ देने के लिए गुहार लगाई है। केस 2 कुमार श्री प्रकाश की बेटी कुमारी जूली प्रकाश जिला स्कूल नव स्थापित की छात्रा है। इसने मैट्रिक 2024 की विशेष परीक्षा में 414 अंक लाकर प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई है। जब मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना की राशि के लिए ऑनलाइन आवेदन में नाम नहीं था तो योजना लिखा डीपीओ और डीईओ कार्यालय में योजना से लाभान्वित करने के लिए आवेदन दिया है। केस 3 छपरा के प्रभुनाथ नगर की रिंकी पांडे की पुत्री व उत्क्रमित उच्च विद्यालय देवपुरा की छात्रा उर्सिता पांडे ने 85 प्रतिशत अंक लाकर मैट्रिक की विशेष परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई है। प्रोत्साहन योजना की राशि के लिए मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नॉट फाउंड बता रहा है। बिहार बोर्ड और डीईओ कार्यालय को आवेदन दी है। केस 4 ब्रह्मपुर के मनोज कुमार तिवारी की बेटी व एसडीएस गर्ल्स हाई स्कूल की छात्रा सुप्रिया कुमारी ने मैट्रिक विशेष परीक्षा में 85 फ़ीसदी अंक लाकर प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई लेकिन मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना की राशि के ₹10000 लेने के लिए मेधा सॉफ्ट में जब आवेदन करने लगी तो उसका पंजीयन संख्या नॉट फाउंड बता रहा है। डीएम से योजना का लाभ दिलवाने की गुहार लगाई है।

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