जलमीनार का सप्लाई पाइप फटने से पेयजल संकट गहराया
कोपवां गांव में 25 हजार लीटर क्षमता का जलमीनार बनाया गया है, जो 10 हजार की आबादी के लिए नाकाफी है। पाइप फटने से पानी बर्बाद हो रहा है और लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। अधिकारियों ने चौबीस घंटे...

कोपवां मात्र 25 हजार लीटर की क्षमता वाला जलमीनार नाकाफी दस हजार की आबादी पेयजल संकट से जूझने को विवश फोटो संख्या-15, कैप्सन- कोपवा स्थित जलमीनार। डुमरांव, निज संवाददाता। प्रखंड के विभिन्न पंचायत के गांवों में हर घर नल का जल योजना पूरा करने के लिए जलमीनार और बोरिंग से पानी पहुंचाने का काम किया गया है। यह सुविधा लोगों को मिल रही है कि नहीं, इसे देखने वाला कोई नहीं है। ताजा मामला मठिला पंचायत के कोपवां गांव का है। गांव में हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए 25 हजार लीटर क्षमता का जलमीनार बनाया गया है। इसमें पानी भरने की सारी व्यवस्था भी है। लेकिन, इसकी क्षमता कम होने से पूरे गांव में पानी नहीं पहुंच पाता है। जलमीनार से कुछ दूरी पर करीब एक माह से पाइप फट गया है। जिससे हजारों लीटर पानी प्रतिदिन बर्बाद हो रहा है। इसकी सूचना विभाग को भी दी गई है। लेकिन, उसे ठीक नहीं किया जा रहा है। जलमीनार पर पदस्थापित ऑपरेटर महावीर प्रसाद ने बताया कि प्रखंड के हर पंचायत में जलमीनार की क्षमता 50 हजार लीटर से उपर की है। लेकिन, इसकी मात्र 25 हजार ही है। गांव के जदयू जिला महासचिव संजय सिंह, राजद के जिला महासचिवि भगवानजी सिंह यादव, बृजबिहारी महातो, धनुषधारी पाल, किसान साह, सुखारी साह सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि गांव में जगह-जगह जो नल लगाए गए हैं, उसमें 95 प्रतिशत में टोटी गायब है। पाइप फटने से नल से पानी आना बंद हो गया है। जिससे लोगों को पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है। इस संबंध में बीडीओ संदीप कुमार पांडेय ने बताया कि चौबीस घंटे के अंदर फटे पाइप को ठीक करा दिया जाएगा।
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