पंचायत विकास सूचकांक के महत्व और उपयोगिता के बारे में बताया
पंचायती राज विभाग, पटना के निर्देश पर चौसा में पंचायत विकास सूचकांक पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को इसके...
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उठाया लाभ नौ थीमों में सभी विभागों के कार्यों को शामिल किया जाता है पंचायती राज विभाग, पटना के निर्देश पर कार्यक्रम आयोजित चौसा, एक संवाददाता। पंचायती राज विभाग, पटना के निर्देश पर पंचायत विकास सूचकांक विषय पर सोमवार को प्रखण्ड कार्यालय के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। बीडीओ अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम में अलग-अलग विभागों के अधिकारियों, कर्मियों और पंचायत प्रतिनिधियों को इसके महत्व और उपयोगिता की जानकारी दी गई। जिला पंचायत संसाधन केन्द्र की नोडल इंदू रानी और प्रखण्ड कार्यपालक सहायक मनीष कुमार ने पंचायत विकास सूचकांक के बारे में सभी उपस्थित लोगों को बेहतर तरीके से अवगत कराया। बीडीओ अशोक कुमार ने बताया कि पंचायत विकास सूचकांक में प्रत्येक पंचायत में सभी विभागों द्वारा किए गए कार्यों की गणना की जाती है और इसी आधार पर सभी पंचायतों की ग्रेडिंग निर्धारित की जाती है। इसमे सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा एलएसडीजी के सभी नौ थीम के आधार पर होती है। इन सभी नौ थीमों में सभी विभागों के कार्यों को शामिल किया जाता है। इसके आधार पर पंचायत, प्रखण्ड और जिला स्तर पर सभी विभागों के कमियों और खुबियों का पता चलता है। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में प्रखण्ड प्रमुख सुनीता राय, उप प्रमुख मोहित दूबे, विभिन्न पंचायतों के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
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