Hindi Newsबिहार न्यूज़बक्सरHindustan Exclusive Preparation of Third Wave All PHCs to be lashed with fast oxygen-rich beds

हिन्दुस्तान एक्स्क्लूसिव: तीसरी लहर की तैयारी तेज , ऑक्सीजन युक्त बेड से लैश होंगे सभी पीएचसी

पर अधिक से अधिक प्रभाव पड़ने को देखते हुए इनके लिए चिकित्सा कक्ष और आईसीयू आदि बनवाने की व्यवस्था शुरू कर दी गईहै। कोविड-19 से जंग के लिए जिले के सभी कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) में आठ-आठ बेड की...

Newswrap हिन्दुस्तान, बक्सरFri, 21 May 2021 10:10 AM
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बक्सर। निज संवाददाता

कोरोना के तीसरे लहर से बचाव को लेकर जिला प्रशासन ने अब तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था क साथ- साथ बच्चों पर अधिक से अधिक प्रभाव पड़ने को देखते हुए इनके लिए चिकित्सा कक्ष और आईसीयू आदि बनवाने की व्यवस्था शुरू कर दी गईहै। कोविड-19 से जंग के लिए जिले के सभी कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) में आठ-आठ बेड की व्यवस्था की जाएगी। सभी बेड ऑक्सीजन से लैश होंगे। इनमें से चार कोविड तथा चार नान कोविड बेड होंगे। सीएचसी में ऑक्सीजन युक्त बेड के इंतजाम के बाद जिला व अनुमंडल स्तरीय कोविड केयर सेंटरों व अस्पतालों में मरीजों के भार कम हो जाएंगे व हल्के ऑक्सीजन के जरूरतमंद रोगियों का उपचार सीएचसी में ही किया जाएगा।

कोविड संक्रमण तथा श्वांस संबंधी परेशानियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग का यह कदम कारगर होने की संभावना है। जाहिर है कि कोविड संक्रमण के प्रसार पर लगाम लगाने के अलावा कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जिला प्रशासन द्वारा काफी गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोगों की जान का खतरा कम-से-कम हो सके।

जिले में स्थापित हैं चार सीएचसी

जिले भर में कुल चार सीएचसी स्थापित हैं। ये चारों राजपुर, ब्रह्मपुर, सिमरी व नावानगर में हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इन कम्युनिटी हेल्थ सेंटरों में ऑक्सीजन युक्त दो-दो बेड का इंतजाम पहले से ही है, जिसे विस्तारित करते हुए वहां आठ-आठ बेड बनाने की योजना तैयारी की गई है। इन सेंटरों में सिलिंडर के अलावा कंसनटेटर से भी ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी। प्रस्तावित कार्य योजना के अनुसार, हर सेंटर में तत्काल चार कंसनटेटर अधिष्ठापित किए जाएंगे, जबकि शेष चार बेडों के लिए सिलिंडर से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।

विभाग के पास सिलिंडर की उपलब्धता

जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास फिलहाल 2 सौ ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध हैं। अतिरिक्त सिलिंडर व्यवस्था की कवायद भी की जा रही है। सभी सीएचसी को ऑक्सीजन फ्लो मीटर व कंसनटेटर मुहैया कराने का प्रयास तेज कर दिया गया है। कंसनटेटर के अधिष्ठापन के बाद हवा से ऑक्सीजन तैयार कर पाइप के माध्यम से बेड तक पहुंचाया जाएगा। इससे श्वांस संबंधी मरीजों को सुगमता से ऑक्सीजन की आपूर्ति होने लगेगी व बीमारियों के उपचार में परेशानी नहीं होगी।

चौबीस घंटे में स्वस्थ्य हुए कोरोना के 168 मरीज

बक्सर। निज संवाददाता

पिछले चौबीस घंटे में जिला अंतर्गत कुल 24 नए कोरोना संक्रमित पाए गए। हालांकि इस बीच कुल 168 मरीज कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ जिले में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या घटकर मात्र 422 रह गई हैं। गुरुवार को जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार 19 मई को कोविड बीमारी से पीड़ित 04 लोगों की मौत हो गई है। इसी के साथ अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से कुल 119 लोगों की मौत हो गई है। जिले में अब तक 669418 व्यक्तियों के सैंपल की कोरोना जांच की गई है। जिनमें से कुल 8055 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

1820 युवाओं को लगी कोरोना की वैक्सीन , 45 का ठप

बक्सर/डुमरांव। तीन दिनों से बंद वैक्सीनेशन का कार्य गुरूवार को शुरू हुआ। हालांकि 18 प्लस वालों के शुरू होने से 45 से उप वाले वंचित होने लगे हैं। उन्हें पहला डोज लेने के बाद दूसरे डोज के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ गया है। वैक्सीनेशन सेंटर पर शिक्षक और टोला सेवकों को भी ड्यूटी पर लगया जा रहा है। डुमरांव में दो स्थानों पर वैक्सीनेशन का कार्य शुरू कर दिया गया है। पैंतालीस प्लस वाले जहां निराश लौट रहे हैं, वहीं अठारह प्लस वाले खुशी-खुशी टीका लेकर लौट रहे हैं। डीआईओ डॉ. आरके सिंह ने बताया कि इसबार 20 केंद्रों पर ही वैक्सीन दी गई है। इसके तहत गुरुवार को कुल 1820 लोगों को वैक्सीन दी गई। इसके तहत गुरुवार को बक्सर से दो केंद्र पर 200- 200 लोगों को वैक्सीन दी गई। यह संख्या आज की सबसे अधिक की रही। डीआईओ ने बताया कि वैक्सीन अभी 45 से ऊपर के लोगों को देने के लिए नहीं उपलब्ध कराया गया है। इसलिए , उनका टीकाकरण नहीं शुरू किया जा सका।

कोट :-

कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी गई है। दूसरी लहर के केस कम हो गए हैं , लेकिन लोगों को गाइड लाइन का पालन करना जरूरी है। इसके साथ ही अब पीएचसी तक बेड की व्यवस्था की जा रही है। बच्चों के लिए नुकसान देह होने की आशंका के मद्देनजर अब बच्चों के लिए आईसीयू और बेड की संख्या भी तेजी से बढ़ाई जा रही है।

अमन समीर, डीएम , बक्सर ।

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