कंटेनमेंट जोन नहीं किया जा रहा सेनेटाइज
है। जिसके प्रभाव से काफी संख्या में लोग इस बदलते मौसम में मौसमी संक्रमण से जूझ भी रहे हैं। पर पिछले साल के अपेक्षा इस बार संक्रमण से बचाव को लेकर हर स्तर से प्रयास काफी कम दिख रही है। संक्रमित लोगों...
नावानगर। एक संवाददाता
पिछले साल देश मे आई कोरोना की पहली लहर के अपेक्षा इस बार कोरोनावायरस संक्रमण का प्रकोप काफी बढ़ा है । इस बार लोग ज्यादा बीमार हुए हैं। सर्दी- खांसी और बुखार, यह तो वर्तमान में मौसम के परिवर्तन के साथ आम बीमारियां हो गई है। जिसके प्रभाव से काफी संख्या में लोग इस बदलते मौसम में मौसमी संक्रमण से जूझ भी रहे हैं। पर पिछले साल के अपेक्षा इस बार संक्रमण से बचाव को लेकर हर स्तर से प्रयास काफी कम दिख रही है। संक्रमित लोगों ने बताया कि इस बार कंटेन्मेंट क्षेत्र में सेनेटाइजर का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है। विगत वर्ष सामाजिक संगठनों , जनप्रतिनिधियों ने गांव, मुहल्लों को सैनिटाइज किया था। गांव की गलियों व नालियों में दवा का छिड़काव किया गया था। पंचायत स्तर पर गांवों में मास्क, सेनेटाइजर व साबुन की वितरण की गई थी। जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की तरफ से लोगों को जागरूक किया गया था। पर इस बार परिस्थितियां वैसी नहीं है, सामाजिक स्तर पर लोग ने इस बार महामारी की रोकथाम के क्षेत्र में बढ़ चढ़कर हिस्सा नहीं लिया है। जिसका नतीजा है, कि ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना काफी तेजी से पैर पसार रहा है। वैसे में सभी लोगो को सतर्क एवं संयम के साथ अपने घरों में रहना है। एक दूसरे का सहयोग करते हुए मानसिक रूप से भी मजबूत होने की आवश्यकता है। तब जाकर हम कोरोना को हरा कर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
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