भाजपा कार्यकर्ता सुदामा, कृष्ण की तरह मिलें डिप्टी सीएम, मंत्री; अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का फरमान
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने साफ-साफ कह दिया है कि पार्टी के कार्यकर्ता की अनदेखी किसी कीमत पर नहीं होनी चाहिए। अगर पटना कार्यकर्ता पहुंचता है तो जिस तरह सुदामा के लिए भगवान कृष्ण नंगे पांव दौड़कर पहुंचे थे, वैसे ही भाजपा कोटे के डिप्टी सीएम और मंत्रियों को पहुंचना चाहिए।
बिहार चुनाव 2025 के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल फुल फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होने बीजेपी कोटे के उपमुख्यमंत्रियों से लेकर मंत्रियों तक को साफ मैसेज दे दिया है कि पार्टी में कार्यकर्ता अनदेखी बर्दाश्त नहीं होगी। साथ ही जो पार्टी नेता पटना में ही घूमते रहते हैं, वो गांवों, बूथों और शक्ति केंद्रों पर जाकर काम करें। ये बातें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भागलपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं।
दिलीप जायसवाल ने पार्टी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि जितने भी भाजपा कोटे से उपमुख्यमंत्री, मंत्री हैं। सबको मैंने कह दिया है, आप अपने स्वभाव और संस्कार में भारतीय जनता पार्टी का स्वभाव लाने का काम करें। कोई ढोंग नहीं चलेगा। अगर पार्टी का कोई कार्यकर्ता पटना जाता है, तो जिस तरह सुदामा के लिए भगवान कृष्ण नंगे पांव दौड़कर आए थे। वहीं आदत सीखनी पड़ेगी। कार्यकर्ता के लिए गेट पर जाकर गले लगाना सीखना होगा, इसको भारतीय जनता पार्टी कहते हैं।
उन्होने कहा कि अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, लेकिन मैंने खासतौर से जो नेता पटना में रहते हैं। उनको समझा दिया है, कि गांव में जाएं, बूथ पर जाएं, शक्ति केंद्र पर जाएं वहां काम करें। क्योंकि मुझे ये कतई पसंद नहीं है कि पटना में ही परिक्रमा करते रहे।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने पार्टी से बने डिप्टी सीएम से लेकर सभी मंत्रियों तक को निर्देश दिया है कि अपना दरवाजा सभी के लिए खुले रखें। बतौर प्रदेश अध्यक्ष हमारे दरवाजे भी कार्यकर्ताओं के लिए 24 घंटे खुले हैं। पटना में रहने वाले पार्टी के नेताओं को भी संदेश है कि पंचायत और शक्ति केन्द्र तक पहुंचें। धरातल पर काम करें। जो बुजुर्ग कार्यकर्ता हैं उन्हें सम्मान मिलेगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद डॉ. दिलीप जायसवाल पहली बार भागलपुर पहुंचे थे। सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।