आप बीती: मन घबराया तो सहयोगियों ने बंधाया धैर्य
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आप बीती: मन घबराया तो सहयोगियों ने बंधाया धैर्य
फोटो:
23नूरसराय 01: श्यामा कुमारी, एएनएम, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नूरसराय
नूरसराय। निज प्रतिनिधि
नूरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम श्यामा कुमारी ड्यूटी करने के दौरान ही कोरोना पॉजिटिव हो गयी थी। स्वास्थ्य कर्मी में सबसे पहले वे संक्रमित हुई थीं। जानकारी मिलते ही मन बहुत घबरा गया था। तब मेरी हालत देख अस्पताल के चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने मुझे धैर्य बंधाया था। होम आइसोलेशन में खुद का बहुत ख्याल रखा। पहला दिन तो चिंता में ही बीत गया। धीरे धीरे मन को ढांढस बंधाया। जांच में मेरे पति भी पॉजिटिव हो गए थे। दोनों के संक्रमित होने के बाद मन में और भय व्याप्त होने लगा। पर परिजनों व सहयोगियों ने हमेशा साथ दिया। तीन दिनों के बाद दोनों पति पत्नी नूरसराय के डायट आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हो गए। वहां चिकित्सकों व स्वस्थ्यकर्मियों का हौसला देख मन से डर समाप्त होने लगा। समय पर जांच, खाना के अलावा अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति आइसोलेशन वार्ड में हो रही थी। गर्म पानी, नींबू पानी, नींबू चाय भी संक्रमण को खत्म करने में काफी कारगर साबित हुआ। 17 दिन आइसोलेशन वार्ड में रहने के बाद अठारहवें दिन पुनः जांच कराया। इसमें रिपोर्ट निगेटिव आयी। 20वें दिन पहले की तरह ड्यूटी करने लगी। अब कोरोना से डर नहीं लगता। बस आदमी को एहतियात बरतनी चाहिए। डर का डंटकर मुकाबला करें।
परिवार हुआ हताश, पत्नी ने दिया साथ
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23नूरसराय 02: मो.शकील अहमद, स्थापना लिपिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र , नूरसराय
नूरसराय। निज प्रतिनिधि
कोरोना की पहल लहर में ही जून 2020 में नूरसराया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्थापना लिपिक शकील अहमद कोरोना संक्रमित हो गए थे। आपबीती के दौरान उन्होंने बताया कि पॉजिटिव आने के बाद परिजन काफी हताश हो गए थे। मेरे मन में भी डर बना। पर तुरंत अस्पताल से निकलकर घर जाकर होम आइसोलेशन में चले गए। वहां पत्नी ने हमेशा हमारा साथ दिया। दवा समय पर लेते रहे। इसके साथ ही गर्म पानी, नींबू पानी के साथ खट्टे फल का काफी सेवन किया। दूध, रोटी, हरी सब्जी, जूस, डाभ का पानी प्रचुर मात्रा में पीया। गिलोय का काढ़ा भी दो बार लिया और सुबह से शाम तक में चार बार गर्म पानी का उनाह भी लेते थे। बुखार हो जाने पर चिंता बढ़ जाती थी। पर, पत्नी नाजनीन खातून मुझे धैर्य बंधाती थी। यहां तक कहती थी कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घबराएगा तो आम आदमी का क्या होगा? पत्नी की बात को ध्यान में रखकर कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया। अन्य सदस्यों की जांच कराने पर सभी निगेटिव पाये गये। होम आइसोलेशन में चौदह दिन रहने के बाद पंद्रहवे दिन फिर से जांच कराया तो निगेटिव निकला। और सोलहवें दिन से ही पूर्व की भांति अस्पताल में ड्यूटी करने लगे।
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