आंधी-बारिश : 10 लाख की पान की फसल बर्बाद
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आंधी-बारिश : 10 लाख की पान की फसल बर्बाद
पान उत्पादकों पर पड़ी बेमौसम की मार, खेती हुई चौपट
आठ सौ अतरा से ज्यादा नये व पुराने पान के बरेजा गिरे
बरेजा और तबाह हुई खेती को देख खून के आंसू हो रहे किसान
फोटो
पान : खुदागंज के अर्जुन सेरथुआ गांव में तेज आंधी के कारण टूटे पान के बरेजा को देखते किसान।
बिहारशरीफ। कार्यालय प्रतिनिधि
पहले कोरोना की मार। अब आंधी-पानी से तबाही। प्राकृतिक आपदा से नालंदा के पान उत्पादक कराह रहे हैं। खेतों में बांस का बरेजा बना नयी फसल कुछ दिन पहले ही लगायी थी। सोमवार को दोपहर बाद आयी तेज आधी के साथ बारिश और हल्की ओलावृष्टि से सबकुछ तबाह-बर्बाद हो गया। करीब दस लाख की पान की फसल और बरेजा को नुकसान पहुंचा है। किसान टूटे बरेजा और तबाह हुई खेती को देख खून के आंसू हो रहे हैं।
खुदागंज मगही पान कृषक संस्थान के अध्यक्ष लक्ष्मीचंद प्रसाद कहते हैं कि तेज आंधी के कारण आठ सौ अतरा से ज्यादा पान के बरेजा गिर गिर गये हैं। एक कट्ठा में किसान दो अतरा बनाकर खेती करते हैं। सबसे ज्यादा नुकसान बरदाहा पंचायत के अर्जुन सेरथुआ गांव के किसानों को हुआ है। यहां करीब पांच सौ अतरा बेरेजा पूरी तरह से तबाह हो गया है। कोचरा पंचायत के कोचरा गांव में भी आंधी-पानी ने तबाही मचायी है। करीब तीन सौ अतरा का नुकसान हुआ है। इसके अलावा बौरीडीह और दउरा में भी करीब सौ अतरा बरेजा गिरकर बर्बाद हो गया है। किसानों को 10 लाख से ज्यादा की पान फसल बर्बाद हो गयी है। बारिश के साथ आसमान से छोटे-छोटे वर्फ के गोले गिरने से पान के पत्तों को काफी क्षति हुई है।
एक कट्ठा में 15 से 20 हजार लागत:
किसानों ने बताया कि एक कट्ठा में बांस का बरेजा बनाकर पान की खेती करने पर 15 से 20 हजार रुपए खर्च आता है। तेज आंधी ने सबकुछ तबाह कर दिया है। अब टूटे बरेजा को फिर से बनाने और पौधे लगाने में किसानों को घर की पूंजी लगानी होगी।
उम्मीदों पर फिरा पानी:
मौसम की मार ने पान की खेती करने वाले किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। पहले ही कोरोना के कारण पान के पत्ते की मांग गया और बनारस की मंडियों में ठप हो गयी है। कई किसानों ने कर्ज लेकर पान की खेती की थी। सब बेकार हो गया। अब कर्ज कैसे चुकाएंगे, घर का खर्चा कहां से आएगा, यही चिंता खायी जा रही है।
नुकसान का मुआवजा दे सरकार:
अध्यक्ष लक्ष्मीचंद चौरसिया, कामता प्रसाद, केसो प्रसाद व अन्य किसानों ने कहा कि आंधी-पानी से पान की फसलों को काफी क्षति हुई है। सरकार क्षति का आकलन कर प्रभावित किसानों को मुआवजा दे। ताकि पान उत्पादकों को थोड़ी राहत मिल सके।
आंधी-पानी से इनकी खेती हुई चौपट:
1. अर्जुन सरथुआ : कामता प्रसाद, केसो प्रसाद, विनोद प्रसाद, अवधेश प्रसाद, मुन्ना चौरसिया व अन्य।
2. कोचरा : दीपू कुमार, संजय कुमार, प्रमोद प्रसाद, सुभाष प्रसाद व अन्य।
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