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स्वच्छता सर्वे : 17 नंबर मोड़ के पास बनाया जाएगा एमआरएफ सेंटर

स्वच्छता सर्वे : 17 नंबर मोड़ के पास बनाया जाएगा एमआरएफ सेंटरस्वच्छता सर्वे : 17 नंबर मोड़ के पास बनाया जाएगा एमआरएफ सेंटरस्वच्छता सर्वे : 17 नंबर मोड़ के पास बनाया जाएगा एमआरएफ सेंटर

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफFri, 31 Jan 2025 10:22 PM
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स्वच्छता सर्वे : 17 नंबर मोड़ के पास बनाया जाएगा एमआरएफ सेंटर

स्वच्छता सर्वे : 17 नंबर मोड़ के पास बनाया जाएगा एमआरएफ सेंटर इमादपुर में 6 माह में बनकर तैयार हो जाएगा जलशोधन प्लांट तैयारी शुरू, 15 से शुरू हो सकता है स्वच्छता सर्वे का काम केंद्रीय टीम ठोस कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण समेत अन्य मानकों पर करती है मार्किंग शौचालयों की दीवारों पर करायी जाएगी पेंटिंग, टीम शहरवासियों से भी लेगी फीडबैक लोग निभाएं अपनी जवाबदेही, करें स्वच्छता व सेवाओं की मांग पर निगम को करें पूरा सहयोग फोटो : नगर निगम : बिहारशरीफ के इमादपुर में निर्माणाधीन जलशोधन प्लांट (डब्ल्यूटीपी)। बिहारशरीफ, निज संवाददाता। नगर निकायों में 15 फरवरी के बाद कभी भी स्वच्छता सर्वे शुरू हो सकता है। इसमें केंद्रीय टीम ठोस कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण समेत 10 मानकों पर 10 हजार अंकों की मार्किंग करती है। इसके लिए नगर निगम समेत अन्य नगर निकायों में तैयारी शुरू हो चुकी है। खासकर नगर निगम अपने क्षेत्र में कई स्तर पर काम कर रहा है। इसके तहत 17 नंबर मोड़ के पास मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटिज (एमआरएफ) सेंटर बनाया जाएगा। जबकि, इमादपुर में अगले छह माह में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी, जलशोधन प्लांट) बनकर तैयार हो जाएगा। बेहतर रैंकिंग पाने के लिए अन्य तैयारियां भी की जा रही हैं। शौचालयों की दीवारों पर पेंटिंग करायी जाएगी। सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई व वहां के टूटे-फूटे सामानों की भी मरम्मत करायी जाएगी। लगभग 350 करोड़ की लागत से शहर से निकलने वाले गंदे पानी का शोधन करने के लिए प्लांट बनाया जा रहा है। फीडबैक भी लेंगे: टीम के प्रतिनिधि शहर में मिलने वाली स्वच्छता व अन्य सुविधाएं और सेवाओं को लेकर शहरवासियों से फीडबैक भी लेंगे। इसमें लोग अपनी जवाबदेही निभाएं। आप शहर में मिलने वाली नगरीय सेवाओं की अवश्य मांग करें। लेकिन, शहर को स्वच्छ बनाए रखने व प्रतिनिधियों को फीडबैक देने में पूरा सहयोग करें। ताकि, आपके शहरों को बेहतर रैंकिंग मिल सके। कबाड़ी वालों से किया जाएगा समन्वय : शहर में बहुत से कबाड़ी वाले कचरा को बिनने और चुनने का काम करते हैं। कचर में लोहा, शीशा, प्लास्टिक व अन्य वस्तुएं फेंकी रहती हैं। इनका फिर से उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए कबाड़ी वालों से समन्वय बिठाकर इसे गति दी जाएगी। उनके कचरा को एमआरएफ सेंटर पर भेजा जाएगा। वहां कचरा से इन वस्तुओं को अलग कर उसे रिसाइक्लिंग के लिए अलग-अलग जगहों पर भेजा जाएगा। अधिकारी बोले : स्वच्छता सर्वे के दौरान 10 मुख्य बिंदुओं पर मार्किंग की जाएगी। इनमें मोहल्लों व सड़कों की साफ सफाई, गीला व सूखा कचरा का उठाव व डंपिंग यार्ड तक ले जाने की सुविधा, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सिटिजन फीडबैक, शहरवासियों की शिकायतों का निपटारा, कंपोस्ट, कचरा का पुनर्चक्रण व अन्य मानक पर अंक मिलेंगे। इसके आधार पर नगर निकायों की रैंकिंग की जाएगी। साकेश कुमार, नगर प्रबंधक, नगर निगम, बिहारशरीफ

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