आम्बेडकर विद्यालय के छात्रों को 6 माह बाद भी राशि मिली न पोशाक
आम्बेडकर विद्यालय के छात्रों को 6 माह बाद भी राशि मिली न पोशाकआम्बेडकर विद्यालय के छात्रों को 6 माह बाद भी राशि मिली न पोशाकआम्बेडकर विद्यालय के छात्रों को 6 माह बाद भी राशि मिली न पोशाकआम्बेडकर...
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : आम्बेडकर विद्यालय के छात्रों को 6 माह बाद भी राशि मिली न पोशाक जीविका के माध्यम से छात्रों को 4 सेट सिली-सिलायी पोशाक करायी जानी है उपलब्ध राजगीर में पहली से प्लस-टू, तो मुढ़ारी में दसवीं कक्षा तक बच्चे कर रहे पढ़ाई हर बच्चे की पोशाक के लिए 21 सौ रुपए की राशि दी गयी जीविका को पोशाक नहीं मिलने की वजह से अभिभावक व स्कूल प्रशासन दोनों परेशान फोटो : राजगीर आम्बेडकर स्कूल : राजगीर आम्बेडकर आवासीय विद्यालय का भवन। बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले के दोनों आम्बेडकर आवासीय विद्यालयों के छात्र व छात्राओं को छह माह बीतने के बावजूद न राशि मिली न पोशाक ही उपलब्ध करायी गयी। विभागीय प्रावधान के अनुसार इस साल जीविका के माध्यम से इन स्कूलों में नामांकित विद्यार्थियों को सिली-सिलायी पोशाक उपलब्ध करायी जानी है। राजगीर आवासीय बालिका विद्यालय के प्राचार्य राजीव रंजन व मुढ़ारी बालक आवासीय स्कूल के प्राचार्य अरुण कुमार ने बताया कि विभागीय प्रावधान के अनुसार जीविका को पोशाक की राशि उपलब्ध करा दी गयी है। जीविका के माध्यम से पोशाक उपलब्ध करायी जानी है। पोशाक नहीं मिलने की वजह से अभिभावकों की खरी-खोटी सुननी पड़ रही है। प्राचार्य ने बताया कि विभागीय प्रावधान के अनुसार प्रत्येक बच्चे की पोशाक के लिए 21 सौ रुपए की राशि जीविका को उपलब्ध करायी गयी है। जुलाई में ही पोशाक उपलब्ध कराने की जीविका से सहमती बनी थी। लेकिन, अभी तक एक भी छात्रों को एक भी पोशाक की आपूर्ति नहीं करायी गयी है। विभागीय प्रावधान के अनुसार सूबे के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में छात्रों की पोशाक की आपूर्ति के लिए बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन संगठन के माध्यम से पोशाक आपूर्ति के लिए समझौता किया गया है। जीविका द्वारा वस्त्रों की सिलाई एवं आपूर्ति 15 जुलाई तक निर्धारित की गयी थी। लेकिन, छह माह बीतने के बावजूद छात्रों को पोशाक उपलब्ध नहीं करायी गयी है। राजगीर में 519 बच्चियां हैं नामांकित : राजगीर आम्बेडकर बालिका स्कूल में पहली से दसवीं कक्षा तक 400 बच्चियां नामांकित हैं। जबकि, इंटर में विज्ञान व कला संकाय में 119 छात्राएं नामांकित हैं। स्कूल काफी व्यवस्थित व अनुशासिक हैं। जबकि, मुढ़ारी स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि अप्रैल 2023 से किराये के 12 कमरों में स्कूल चलाया जा रहा है। इस स्कूल में 226 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। मार्च 2024 में ही राज्य स्कीम मद से प्लस-टू आवासीय विद्यालय मुढ़ारी का तीस करोड़ की लागत से भवन निर्माण कराने की विभाग से स्वीकृति प्रदान की गयी है। ये सुविधाएं हैं राजगीर स्कूल में : 1. आर्ट इन क्लास 2. कम्प्यूटर लैब : 10 कम्प्यूटर 3. आईसीटी लैब : 20 कम्प्यूटर 4. रोबोटिक्स लैब 5. स्मार्ट क्लास - 2 6. आर्ट एंड क्राफ्ट लैब 7. खेलघर 8. किचेन गार्डेन 10. पहली से आठवीं कक्षा में नामांकन : 320 11. नौंवी व दसवीं में नामांकन : 80 12. 11वीं व 12वीं कक्षा में नामांकन : 119 बोले अधिकारी : जीविका के माध्यम से छात्रों को पोशाक उपलब्ध करायी जानी है। कुछ वजह से पोशाक उपलब्ध कराने में जीविका को विलंब हुआ है। यथाशीघ्र छात्रों को सिली-सिलायी पोशाक उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। रत्नेश कुमार सिंह, जिला कल्याण पदाधिकारी
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