Hindi Newsबिहार न्यूज़बिहारशरीफRajgir s New Identity Asian Hockey Champions Trophy Elevates Bihar s Prestige

पर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में जुटा एक और अध्याय

पर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में जुटा एक और अध्यायपर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में जुटा एक और अध्यायपर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में जुटा एक और अध्यायपर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में जुटा एक और अध्यायपर्यटक...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफWed, 20 Nov 2024 10:43 PM
share Share

पर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में जुटा एक और अध्याय हॉकी खेल ने दिलायी नयी पहचान, अब खेल में भी राजगीर देश-दुनिया में छाया एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी होने से बढ़ा बिहार का गौरव शांति संदेश, साम्राज्य, धर्म, पुलिस अकादमी के बाद अब हॉकी स्टेडियम भी राजगीर की आधुनिक पहचान फोटो : राजगीर शहर : राजगीर शहर का विहंगम दृश्य। राजगीर ग्लास ब्रिज : राजगीर ग्लास ब्रिज पर गौरव यात्रा के दौरान मस्ती करती भारतीय हॉकी टीम। बिहारशरीफ/राजगीर, निज संवाददाता। पर्यटक नगरी राजगीर के गौरव में एक और अध्याय जुट गया है। यहां हो रहे हॉकी खेल ने इसे एक नयी पहचान दिलायी है। अब खेल में भी राजगीर देश-दुनिया में छा चुका है। इस शहर में 11 से 20 नवंबर के बीच हुए एशियन महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी होने से बिहार की उपलब्धि व इसके गौरव में भी चार चांद लगा है। राजगीर के साथ ही बिहार अंतरराष्ट्रीय पटल पर छा गया है। यह नगरी पहले से ही विश्व को शांति संदेश देती रही है। यहां मगध साम्राज्य की जड़ें थीं। सिख, बुद्ध समेत कई धर्मों से भी यह नगरी जुड़ी हुई है। गत 10 सालों में राजगीर बिल्कुल ही अलग व आधुनिक शहर बन चुका है। पुलिस अकादमी से हर साल हजारों जवान देश की सेवा के लिए निकल रहे हैं। अब हॉकी स्टेडियम ने राजगीर की एक अलग ही नई पहचान दी है। लोगों का कहना है कि नालंदा जिले के लिए यह काफी गौरव की बात है। यहां हुई एशियन महिला हॉकी चैंपिंयंस ट्रॉफी की बहुत ही बेहतर तरीके से बिहार ने मेजबानी की। इससे आगे अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताएं होने की संभावनाएं काफी बढ़ गयी हैं। इस टूर्नामेंट ने देश-दुनिया को अपनी ओर खिंचा है। इससे राजगीर को ही नहीं जिला और राज्य के साथ ही देश को भी आने वाला समय में काफी लाभ मिलेगा। जल्द ही क्रिकेट स्टेडियम भी बनकर तैयार होने वाला है। तब यहां की उपलब्धि में एक और अध्याय जुड़ जाएंगे। पंच पहाड़ियां और गर्म सप्तधारा कुंड इसे बनाते हैं खास : यूं तो यहां सालोंभर सैलानियों का आना लगा रहता है। इस नगरी में हिंदू के साथ ही सिख, बौद्ध समेत अन्य धर्मों के लोग भी आते हैं। यहां की पंच पहाड़ियां और गर्म सप्तधारा कुंड इसे खास बनाती है। इसके साथ ही जरासंध का अखाड़ा, वेणु वन, पांडु पोखर, राजगीर अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर (आरआईसीसी) जैसी कई उपलब्धियां राजगीर के नाम दर्ज है। पहले से बने पांडु पोखर और वेणु वन अब नए अवतार में लोगों को लुभा रहा है। रोमांच लुभा रहा लोगों को : अगर आप राजगीर आने की सोच रहे हैं और एक दो दिन का कार्यक्रम है, तो राजगीर के दर्शन अच्छी तरह से नहीं कर पाएंगे। पटना से आए दर्शक अनुभव राज, रजनीश कुमार, आशुतोष कुमार व अन्य ने कहा कि राजगीर को अच्छी तरह से समझने और यहां के स्थलों को देखने के लिए कम से कम दो सप्ताह का कार्यक्रम होना चाहिए। जू व नेचर सफारी के साथ ही ग्लास ब्रिज का नसा लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। इसका अंदाजा इससे सहज ही लगाया जा सकता है कि इसके टिकट अब भी बहुत मुश्किल से मिल रहे हैं। विश्व शांति स्तूप तक जाने के लिए सिंगल सीटर रोप वे और आठ सीट वाला रोपवे का अपना एक अलग ही रोमांच है। इससे सटे घोड़ाकटोरा डैम को भी देखे बिना वापस नहीं जा सकते हैं। प्रकृति, इतिहास और साम्राज्य के साथ ही यहां आधुनिकता का बेमिसाल संगम आपको देखने को मिलेगा। एक बार यहां आने पर आपको जाने का मन नहीं करेगा। यहां बने सभी स्थल अब दर्शनीय हो चुके हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें