सिविल सर्जन के समक्ष 4 को आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
सिविल सर्जन के समक्ष 4 को आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन सिविल सर्जन के समक्ष 4 को आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
सिविल सर्जन के समक्ष 4 को आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन बैठक में मांगों के समर्थन में आंदोलन करने की बनी रणनीति कहा, अप्रशिक्षित कार्यकर्ताओं से लिया जा रहा तकनीकी काम शेखपुरा, हिन्दुस्तान संवाददाता। बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलेटर संघ द्वारा रविवार को सदर अस्पताल के प्रांगण में बैठक की गयी। संगीता सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर चार जनवरी को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आशा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री अनिल कुमार ने बताया कि आठवीं पास और तकनीकी अप्रशिक्षित आशा कर्मियों से आयुष्मान कार्ड बनाने और भव्या पोर्टल एप पर अपलोड करने संबंधित कार्य करने का आदेश जारी किया गया है। आशा कार्यकर्ताओं को तकनीक का काफी कम ज्ञान है। ऐसे में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कार्य नहीं करने वाले आशा पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं कार्य नहीं करने पर नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जा रही है। कार्यकर्ताओं ने डाटा एंट्री ऑपरेटर से उक्त कार्य कराए जाने की मांग की है। साथ ही वर्ष 2019 में हुए आंदोलन के दौरान उनकी कई मांगों को अभी तक नहीं माने जाने पर नाराजगी जतायी। कहा कि 15 सौ देने की बात कही गई थी। परंतु, वह भी नहीं मिल रहा। कर्मियों ने अगस्त 2023 से 25 सौ बकाया भुगतान करने की मांग की है।
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