जल्द ही निजी एजेंसियां बनाएंगी सदर अस्पताल को पैथोलॉजी हब सेंटर, तो अन्य को स्पोक सेंटर
जल्द ही निजी एजेंसियां बनाएंगी सदर अस्पताल को पैथोलॉजी हब सेंटर, तो अन्य को स्पोक सेंटर जल्द ही निजी एजेंसियां बनाएंगी सदर अस्पताल को पैथोलॉजी हब सेंटर, तो अन्य को स्पोक सेंटर जल्द ही निजी एजेंसियां...
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : जल्द ही निजी एजेंसियां बनाएंगी सदर अस्पताल को पैथोलॉजी हब सेंटर, तो अन्य को स्पोक सेंटर समय की होगी बचत, एक साथ अधिक सैंपलों की हो सकेगी जांच आधुनिक मशीनों से की जाएगी 67 तरह की जांच मॉडल हॉस्पिटल में एक करोड़ से लगेंगी जांच मशीनें सैंपल जांच की बढ़ेगी गुणवत्ता, रोगियों के मोबाइल पर मिलेगी पूरी रिपोर्ट सदर के हब सेंटर से जुड़ेंगे अन्य अस्पतालों के स्पोक सेंटर फोटो : मॉडल हॉस्पिटल : मॉडल हॉस्पिटल, जहां बैठायी जाएंगी पैथोलॉजी जांच के लिए नई मशीनें। बिहारशरीफ, निज संवाददाता कुमार कौशलेन्द्र। जल्द ही सभी अस्पतालों में निजी एजेंसियां पैथोलॉजी सेवा केंद्र स्थापित करेंगी। यहां हर तरह की जांच की व्यवस्था होगी। इसमें रोगियों को समय की भी बचत होगी। एक साथ अधिक संख्या में सैंपलों की जांच हो सकेगी। इस आधुनिक मशीन में 67 तरह की जांच की जा सकेगी। मॉडल हॉस्पिटल में एक करोड़ से अधिक की लागत से नई मशीनें लगायी जा रही हैं। कुछ मशीनें आ चुकी हैं। आधुनिक मशीनों से सैंपल की जांच में उनकी गुणवत्ता बढ़ेगी। फिलहाल यह सेवा मॉडल हॉस्पिटल में शुरू होगा। इसके बाद इसे अनुमंडलीय तब रेफरल उसके बाद से शहरी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्थापित किये जाएंगे। यहां सैंपल आने के बाद जांच के तुरंत बाद रोगियों के व्हाट्सएप पर यह रिपोर्ट मिल जाएगी। सदर अस्पताल हब सेंटर के तौर पर काम करेगा। जबकि, अन्य अस्पतालों को स्पोक सेंटर के रूप में विकसित कर उन्हें हब सेंटर से जोड़ा जाएगा। हब एंड स्पोक मॉडल के तौर पर इन पैथोलॉजी सेंटरों को चलाया जाएगा। इसे सरकार पीपीपी मोड में चलाएगी। बावजूद, रोगियों को यहां जांच कराने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। न तो उन्हें भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। अगर कोई रोगी हरनौत, सरमेरा या राजगीर में भी किसी तरह की जांच के लिए सैंपल देता है, तब भी उसे बहुत ही कम समय में बिना दौड़-धूप के व्हाट्सएप पर रिपोर्ट मिल जाएगी। हुआ करार: जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने बताया कि इसके लिए एजेंसी के साथ एकरारनामा हो चुका है। मशीनें लगनी शुरू हो गयी हैं। मॉडल हॉस्पिटल में इसे लगाया जा रहा है। इसके बाद जल्द ही अन्य अस्पतालों को भी स्पोक सेंटर के तौर पर विकसित कर इस हब सेंटर से जोड़ा जाएगा। पूरा जिला की मॉनिटरिंग इसी हब सेंटर से की जाएगी। उन्होंने बताया कि रक्त, मूत्र, टूल, हीमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस जैसी 67 तरह की जांच इन मशीनों में मिनटों में हो सकेगी। ये मशीनें पूरी तरह से स्वचालित हैं। सिर्फ सैंपलों को इसमें लोड करना होगा। इसके लिए हिन्दुस्तान वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड व खन्ना पैथकेयर प्राइवेट लिमिटेड से करार हो चुका है। गुणवत्तापूर्ण जांच रिपोर्ट : हब और स्पोक मॉडल का लक्ष्य सदर अस्पताल, अनुमंडलीय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक जांचों को रोगियों को उपलब्ध कराना है। कम समय में रोगियों को मुफ्त व गुणवत्तापूर्ण जांच देना चाहते हैं। ताकि, समय पर तुरंत इलाज हो सके। इलाज में जांच की बहुत ही अहम भूमिका होती है। 12 घंटे के अंदर मिलेगी जांच रिपोर्ट : हब सेंटर में सैंपल देने के 12 घंटे के अंदर हर हाल में रोगियों को जांच रिपोर्ट दी जाएगी। जबकि, अन्य स्पोक सेंटरों में सैंपल देने पर उन्हें 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मुहैया करायी जाएगी। इस दौरान एजेंसी मानकों को पूरी करेगी। रोगी का पंजीकरण, नमूना संग्रह, नमूना का भंडारण, नमूरा का परिवहन, नमूना का प्रसंस्करण, जांच परिणाम की रिपोर्टिंग, नमूनों का पुन: संग्रह और पुन: परिक्षण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यानि इस जांच रिपोर्ट में किसी तरह की कोई चूक होने की संभावना नगण्य रहेगी।
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