नालंदा के 50 से अधिक लोगों को दिया नोटिस, बेघर होने का सताने लगा भय
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नालंदा के 50 से अधिक लोगों को दिया नोटिस, बेघर होने का सताने लगा भय एएसआई ने कहा-किसी की निजी जमीन के विरुद्ध नहीं दिया गया है नोटिस फोटो : नालंदा नोटिस : नालंदा में शनिवार को नोटिस के विरोध में प्रदर्शन करते स्थानीय लोग। नालंदा, निज संवाददाता। सिलाव प्रखंड अंतर्गत चमार गाड़ी बड़गांव महादलित टोला के निवासियों को अतिक्रमित जमीन खाली करने का नोटिस दिया है। इसके बाद महादलित परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया है। लोगों को बेघर होने का डर सताने लगा है। हालांकि, एएसआई के नालंदा इंचार्ज अमृत झा ने स्पष्ट रूप से कहा कि निजी जमीन वालों के विरुद्ध नोटिस नहीं दिया गया है। किसी को भी बेघर नहीं किया जाएगा। भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले शनिवार को महादलित परिवार के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे माहादलित परिवार के लोगों ने कहा कि हम लोग यहां चार पीढ़ी से रह रहे हैं। हम लोग इस जमीन को किसी भी कीमत पर खाली नहीं करेंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष सुधीर पटेल ने कहा कि इन सभी महादलित परिवारों को 27 मार्च 2013 को ही सरकार उनके नाम से गृह स्थल योजना अंतर्गत जमीन बंदोबस्त कर जमीन का पर्चा दिया गया था। लेकिन, इसी पुरातत्व विभाग की जमीन बताकर खाली करने के लिए नोटिस थमा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इन अनपढ़ लोगों से कुछ दिन पहले पुरातत्व विभाग के लोग नगर निगम के कर्मचारी बता कर मिले और कहा कि आप लोगों को कॉलोनी दी जाएगी। फिर सभी लोगों का नाम नोट किया और वापस चले गए। फिर चार दिन बाद वापस आए और कहा कि आप लोगों की कॉलोनी पास हो गयी है आप सब इसपर अंगूठा लगा दें। फिर सभी लोगों से एक कागज पर अंगूठा लगवा लिया। उसके बाद 14 फरवरी की शाम में वही लोग जाकर इन लोगों को नोटिस थमा दिया। उन्होंने कहा कि इस टोले में महादलित समाज के 50 परिवार रहते हैं। इनमें से 10 लोगों को सरकार द्वारा पर्चा दिया गया है। अब यही लोग 10 परिवार से लगभग 50 परिवार हो गए हैं। इन सभी की जमीन का रसीद भी कट रहा है। सरकार इन महादलित परिवारों को बेघर करने के बजाय शेष बचे हुए परिवारों को जमीन का पर्चा देने का काम करें। इन लोगों के नाम से जारी किया गया है नोटिस : इंदु देवी, मंजू देवी,गलो देवी, बालमुकुंद मांझी, चंदन मांझी, बिंदिया देवी, रोहित मांझी, व अन्य। अधिकारी बोले : नोटिस देने का मामला हमारे संज्ञान में आया है। हम पुरातत्व विभाग के अधिकारियों व कर्मियों से इस विषय पर बात करेंगे। किसी भी व्यक्ति को बेघर नहीं होने दिया जाएगा। आकाशदीप सिन्हा, सीओ, सिलाव यह जमीन बहुत पहले अधिग्रहित कर घेराबंदी कर दी गई थी। लेकिन, कुछ लोगों ने घेराबंदी को क्षतिग्रस्त कर जमीन पर कब्जा कर लिया है। किसी की जायज जमीन के विरुद्ध नोटिस नहीं दिया गया है। नालंदा महाविहार के भग्नावशेष को विस्तार करने के लिए अपनी जमीन की तलाश में नोटिस भेजा गया है। अमृत झा, जिला इंचार्ज, एएसआई
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