राहत : मिली स्वीकृति, बिहारशरीफ में बनेंगे दो नये पावर सब स्टेशन
राहत : मिली स्वीकृति, बिहारशरीफ में बनेंगे दो नये पावर सब स्टेशनराहत : मिली स्वीकृति, बिहारशरीफ में बनेंगे दो नये पावर सब स्टेशनराहत : मिली स्वीकृति, बिहारशरीफ में बनेंगे दो नये पावर सब स्टेशनराहत :...
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : राहत : मिली स्वीकृति, बिहारशरीफ में बनेंगे दो नये पावर सब स्टेशन नालंदा कॉलेज के पीछे और मणिबाबा तालाब के पास जमीन चिह्नित टेंडर की प्रक्रिया शुरू, एक साल में निर्माण कार्य हो जाएगा पूरा फोटो पीएसएस : बड़ी पहाड़ी का पीएसएस, जिससे शहरी इलाके में मिलती है बिजली। मुख्य बातें 20 एमवीए होगी प्रत्येक पीएसएस की क्षमता 10 एमवीए के दो-दो पावर ट्रांसफॉर्मर लगेंगे बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। सारी बाधाएं दूर हो गयी हैं। जमीन चिह्नित कर ली गयी है। शहरी इलाके में बिना रुकावट बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए दो नये पावर सब स्टेशन (पीएसएस) बनाने की स्वीकृति दे दी गयी है। टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा। एक साल में नये पीएसएस से बिजली की आपूर्ति बहाल होगी तो खासकर शहर के पूरबी और पूरबी-दक्षिण भाग के दर्जनों मोहल्ले में ट्रीपिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। पावर सब स्टेशन बनाने के लिए मणिबाबा अखाड़ा तालाब के पास और नालंदा कॉलेज के पीछे जमीन का चयन कर लिया गया है। प्रत्येक पावर सब स्टेशन की क्षमता 20 एमवीए होगी। 10 एमवीए के दो पावर ट्रांसफॉर्मर लगेंगे। वर्तमान में शहरी क्षेत्र में रामचन्द्रपुर, बड़ी पहाड़ी, सोहसराय और चैनपुरा में पीएसएस बना हुआ है। इन पीएसएस से शहर के अलावा आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी बिजली की आपूर्ति की जाती है। शहरी इलाके का लगातार विस्तार हो रहा है। बिजली उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के साथ मांग भी बढ़ती जा रही है। इससे खासकर गर्मी के दिनों में कुछ फीडरों से निर्बाध बिजली बहाल रखने में परेशानी आती है। अब दो नये पीएसएस बन जाएंगे तो ओवर लोडिंग और ट्रीपिंग की आने वाली समस्याओं का समाधान हो जाएगा। घटेगा बड़ी पहाड़ी व रामचन्द्रपुर पीएसएस से लोड : नये पीएसएस बनेंगे तो बड़ी पहाड़ी और रामचन्द्रपुर पीएसएस से लोड घट जाएगा। रेलवे-वन व टू फीडर से जुड़े शहर के पूरबी इलाके के उपभोक्ता नालंदा कॉलेज के पास बनने वाले पीएसएस में शिफ्ट होंगे। जबकि, मणिबाबा, टाउन-टू व थ्री फीडर के पूरबी और पूरबी-दक्षिण भाग के उपभोक्ताओं को मणिराम पीएसएस से बिजली मिलेगी। रिंग सिस्टम से जुड़ेंगे सभी पीएसएस: खास यह भी कि पुराने और नये पीएसएस को रिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा। 33 केवी लाइन का जाल ऐसा बिछाया जाएगा कि एक नहीं दो सोर्स से जरूरत पड़ने पर सभी पीएसएस को बिजली की आपूर्ति बहाल रह सके। इससे बिना रुकावट शहर के हर मोहल्लों में बिजली आपूर्ति करने में सहूलियत होगी। क्या कहते हैं अधिकारी मणिराम अखाड़ा और नालंदा कॉलेज के पास नये पावर सब स्टेशन बनाने की स्वीकृति मिल गयी है। टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा। नये पीएसएस बनेंगे तो शहरी क्षेत्र में बिना रुकावट बिजली बहाल रखने में काफी सहूलियत होगी। विकास कुमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, बिहारशरीफ (ग्रामीण)
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