पहली से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों का 12 अंकों का बनेगा ‘अपार आईडी
पहली से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों का 12 अंकों का बनेगा ‘अपार आईडीपहली से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों का 12 अंकों का बनेगा ‘अपार आईडीपहली से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों का 12 अंकों का बनेगा...
पहली से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों का 12 अंकों का बनेगा ‘अपार आईडी राज्य परियोजना निदेशक ने डीईओ को भेजा पत्र, हफ्तेभर में आईडी बनवाने का दिया आदेश जिलास्तर पर डीईओ को नोडल तो डीपीओ को सहायक नोडल पदाधिकारी किए गये नामित एमआईएस शाखा प्रभारी को नामित किया गया है तकनीकी नोडल पदाधिकारी जिन छात्रों का ई-शिक्षाकोष में करायी गयी है आधार इंट्री उनकी यू-डायस में भी इंट्री अनिवार्य अपार आईडी बनाने के लिए माता या पिता का आधार नंबर के साथ सहमति पत्र लेना जरूरी फोटो : बिहारशरीफ स्कूल : बिहारशरीफ प्रखंड के एक स्कूल में पढ़ाई करते विद्यार्थी (फाइल फोटो) बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता। शिक्षा विभाग ने पहली से 12वीं कक्षाओं में अध्यनरत छात्रों का 12 अंकों का ‘अपार आईडी बनवाने का निर्णय लिया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक योगेन्द्र सिंह ने डीईओ को पत्र भेजकर हफ्तेभर में स्कूलों में नामांकित शत-प्रतिशत विद्यार्थियों का अपार आईडी बनवाने का आदेश दिया। जिलास्तर पर डीईओ को नोडल तो समग्र शिक्षा डीपीओ को सहायक नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। एमआईएस शाखा प्रभारी को तकनीकी नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। जिन छात्रों का ई-शिक्षाकोष में डाटा इंट्री करायी गयी है उनकी यू-डायस पोर्टल में भी आधार की इंट्री कराना अनिवार्य है। अपार आईडी बनाने के लिए माता या पिता का आधार नंबर के साथ सहमति पत्र लेना जरूरी है। सहमति पत्र के लिए विभाग द्वारा एक फॉर्मेट जारी किया गया है। अभिभावक-शिक्षक की बैठक कर छात्रों के माता, पिता या अभिभावक का सहमति पत्र वितरण कर उनसे सहमति पत्र प्राप्त करेंगे। कैसे बनेगा अपार आईडी : छात्रों को जेनरल प्रोफाइल यथा, विद्यार्थी का नाम, पिता या माता का नाम, लिंग, जन्म तिथि, आधार नंबर, मोबाइल नंबर को अपडेट करने व माता-पिता या अभिभावक का सहमति पत्र प्राप्त करने के बाद अपार आईडी की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। यू-डायस पोर्टल के स्कूल प्रोफाइल में विद्यालय के यूजर आईडी व पासवर्ड से लॉगिन करने के बाद वर्ष 2024-25 सेलेक्ट करेंगे। इसके बाद अपार आईडी पर क्लिक करने के बाद कक्षा चिह्नित कर ‘गो बटन क्लिक करेंगे। इसमें सभी छात्रों की सूची दिखेगी। इसके बाद सूची के अंतिम में एक्शन कॉलम मिलेगा। इसमें छात्रों के नाम के सामने जेनरेट बटन पर क्लिक करने के बाद छात्रों का आधार नंबर पर क्लिक करेंगे। इसके बाद माता-पिता या अभिभावक से प्राप्त किए गये सहमति पत्र के आधार पर सभी आकड़े इंट्री कर सबमीट बटन क्लिक करने पर छात्र का अपार आईडी जेनरेट हो जाएगा। क्या हैं अपार आईडी : ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री यानिस्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता पंजीयन का संक्षिप्त रूप है ‘अपार। यह एक स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता है। यह नई राष्ट्रीय शिक्षा निति के अनुसार एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी कार्यक्रम का हिस्सा है। इसकी पहल सरकार द्वारा शुरू की गयी है। अपार आईडी क्यों जरूरी : अपार 12 अंकीय कोड है, पजो छात्रों की सभी शैक्षणिक क्रेडिट्स को डिजिटल रूप में संग्रहित, प्रबंधित और एक्सेस करने में मदद करेगा। इसमें स्कोर कार्ड, मार्कशीट, डिग्री, डिप्लोमा प्रमाण पत्र व अन्य की उपलब्धियां शामिल हैं। यह आईडी शिक्षा पारिस्थितकी तंत्र में छात्र के लिए एक स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में कार्य करेगा।
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