आंधी-पानी से कई पेड़ उखड़े, प्याज और मक्के की फसलों को नुकसान
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आंधी-पानी से कई पेड़ उखड़े, प्याज और मक्के की फसलों को नुकसान
आंधी की मार ने एक बार फिर आम उत्पादकों को रुलाया
प्याज उत्पादकों का बढ़ा टेंशन, लत्तरवाले पौधों के सड़ने की आशंका
फोटो
एकंगरसराय : एकंगरसराय के शिवदत्त बिगहा के पास तेज आंधी के कारण गिरे पेड़।
प्याज : बारिश के बाद नूरसराय में प्याज के खेत में जलभराव।
नालंदा। हिन्दुस्तान टीम
पहले कोरोना की मार तो अब आंधी-पानी से तबाही। नालंदा के धरती पुत्र कराह रहे हैं। बुधवार को हुई तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश से आम, मक्का, प्याज और लत्तरवाली सब्जियों को व्यापक नुकसान हुआ है। जबकि, तेज आंधी से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गये। वहीं, ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी चरमरा गई। ब्रेकडाउन के कारण तीन से चार घंटे तक बत्ती गुल रही।
सबसे पहले बुधवार की अहले करीब चार बजे तेज बारिश हुई थी। उसके बाद मौसम साफ हो गया। लेकिन, बादलों की लुकाछिपी चलती रही। दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे आसमान में काले बादल छा गये और तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश होने लगी। जिले के अलग-अलग हिस्सों में कभी तेज तो कभी हल्की बारिश होती रही। प्राकृतिक की मार से किसान कराह उठे हैं। जबकि, कई फुसनुमा घरों के छप्पर के उड़ने की भी खबर है। अस्थावां के गिलानी के आम उत्पाद सब्बाआजम कहते हैं कि उनेके बगीचे में तेज आंधी से एक पेड़ गिर गये हैं। आम के तैयार टिकोले झड़ गये हैं। हरनौत के सरथा, चैनपुर, इस्लामपुर, रूपसपुर व अन्य जगहों के बगीचे में भी व्यापाक नुकसान हुआ है। जिला उद्यान पदाधिकारी ज्ञानचंद बताते हैं कि बेमौसम बरसात से अगली फसल की खेती में कोई परेशानी नहीं आयेगी। जून से किसान खरीफ की खेती में जुटेंगे। लत्तरवाली सब्जियों के साथ प्याज और आम की फसलों को आंधी से नुकसान जरूर हुआ है।
तैयार फसल हो जाएगी बेकार :
लगातार हो रही बारिश ने प्याज उत्पादकों का टेंशन बढ़ा दिया है। नूरसराय के जगदीश प्रसाद, आशानगर के रामजी महतो, टिकुलीपर के मनोज प्रसाद कहते हैं कि कई किसानों के खेतों में लगे प्याज अब तैयार हो चुके हैं। दो-तीन दिनों में हार्वेस्टिंग करने की तैयारी चल रही है। बारिश से तैयार हो चुके प्याज के सड़ने की संभावना बढ़ गयी है। जिले में 28 हजार हेक्टेयर में इस बार प्याज की खेती की गयी है। हरनौत कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक विभा रानी बताती हैं कि बारिश से उन प्याज की फसलों को ज्यादा नुकसान होगा, जो बिल्कुल तैयार हो चुके हैं। डंठल में पानी जाने से हार्वेस्टिंग के बाद प्याज सड़ने लगेंगे। हालांकि, उन प्याज की फसलों को बारिश से फायदा है जो दो सप्ताह के बाद तैयार होगा।
सड़ जाएंगे पौधे:
सोहडीह के किसान राकेश रोशन, चंदन कुमार, रामप्रवेश प्रसाद व अन्य कहते हैं कि पहले से ही सब्जी उत्पादक किसान लॉकडाउन की मार से त्रस्त हैं। उपज की कीमत नहीं मिल रही हैं। अब बारिश ने किसानों के चेहरे की रौनक उड़ा दी है। अलान पर लगे पौधों को तो नुकसान नहीं है। लेकिन, खेतों में जलजमाव होने से कद्दू, परोर, करैला आदि लत्तरवाली सब्जियों के सड़ने की आशंका बढ़ गयी है। भिण्डी, बैगन, बोरा और टमाटर को बारिश से फायदा है। मूंग और अन्य गरमा फसलों को भी लाभ है।
कई इलाकों की गुल हो गयी बत्ती:
आंधी के साथ बारिश से कई इलाकों की बत्ती गुल हो गयी। बिहारशरीफ के पहड़पुरा के पास अस्थावां को जाने वाली 33 केवी लाइन पर एक पेड़ की डाली गिर गयी। इसके कारण अस्थावां, बिंद और सरमेरा इलाके में तीन से चार घंटे तक बिजली की आपूर्ति ठप रही। जबकि, नगरनौसा के पास बांस की बसेड़ी मेन लाइन पर आंधी के कारण उखड़कर गिर गयी। इसकी वजह से नगरनौसा इलाके में भी बिजली गुल हो गयी। नूरसराय, थरथरी और चंडी पावर सब स्टेशन से तीन घंटे तक बिजली की सप्लाई ठप रही।
धराशायी हो गया विशाल पेड़ :
एकंगरसराय में आंधी और पानी से प्रखड क्षेत्र के शिवदत्त बिगहा के पास विशाल पीपल का पेड़ उखड़ गया है। किसानों के खेतों में लगे मक्के की फसल गिरकर बर्बाद हो गयी। दर्जनों पेड़ की टहनियां टूट गईं। तेज आंधी से आम को काफी नुकसान हुआ है। तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तरबूज, लालमी और ककड़ी की खेती होती है। बारिस से नुकसान हुआ है।
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