लॉकडाउन: हिलसा में एक बजे तक भीड़ तो बिहारशरीफ में 11 बजे सन्नाटा
लॉकडाउन: हिलसा में एक बजे तक भीड़ तो बिहारशरीफ में 11 बजे सन्नाटालॉकडाउन: हिलसा में एक बजे तक भीड़ तो बिहारशरीफ में 11 बजे सन्नाटालॉकडाउन: हिलसा में एक बजे तक भीड़ तो बिहारशरीफ में 11 बजे...
लॉकडाउन: हिलसा में एक बजे तक भीड़ तो बिहारशरीफ में 11 बजे सन्नाटा
अन्य बाजारों में 10 बजे से ही अधिकारी उतरे सड़क पर की सख्ती
माइकिंग कर दुकानदारों को दी गयी चेतावनी
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अस्पताल चौक: बिहारशरीफ अस्पताल चौक पर 11 बजे अनावश्यक दौड़ लगाने वालों से पूछ ताछ करती पुलिस।
बिहारशरीफ। निज संवाददाता
कोरोना की दूसरी लहर में वायरस की शृंख्ला को तोड़ने के लिए आखिर लॉकडाउन लग ही गया। आवश्यक सामानों की आपूर्ति बहाल रखने के लिए सुबह सात से 11 बजे तब दुकानें खुली रहीं। उसके बाद दुकानों के शटर गिरने लगे। हालांकि, हिलसा बाजार में एक बजे तक तो हरनौत बाजार में 12 बजे तक लोगों की भीड़ रही। वहीं बिहारशरीफ में 11 बजे के बाद मुख्य सड़कों पर सन्नाटा छा गया। पौने 11 बजे से ही शहर के व्यस्ततम चौक पर यातायात पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे। इस दौरान दर्जनों वाहनों को रूकवाकर कारण पूछे। कई बाइकर की जमकर क्लास भी ली। सरमेरा, सिलाव, नूरसराय समेत अन्य बाजारों में 10 बजे से ही अधिकारी व पुलिस के जवान सड़कों पर उतरे और सख्ती की। माइकिंग कर दुकानदारों को सख्त चेतावनी भी दी गयी।
नूरसराय में 11 बजते ही फटाफट गिरने लगे शटर
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05 नूरसराय 01: नूरसराय बाजार में दुकानों को बंद कराते सीओ प्रभाकर पटेल व थानाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी।
नूरसराय। निज प्रतिनिधि
कोरोना वायरस की शृंख्ला को तोड़ने के लिए बुधवार से लॉक डाउन लग गया। इसके लिए मंगलवार की दोपहर से ही सीओ प्रभाकर पटेल के नेतृत्व में स्थानीय बाजार सहित प्रखंड क्षेत्र के गांवों में माइकिंग कर लोगों से बिना काम के घर से नहीं निकलने की अपील की गयी थी। इसका असर बुधवार को बाजान में दिखा। सुबह सात बजे नूरसराय बाजार में साग सब्जी , फल की दुकानें सजने लगी थी। आठ बजे सुबह किराना, दूध, सब्जी, फल व अन्य दुकानों पर लोग खरीदारी करते नजर आये। वहीं स्थानीय बाजार क्षेत्र में साढ़े आठ बजे से भी 11 बजे सभी दुकानें बंद करने के लिए माइकिंग द्वारा अपील की गयी।
साढ़े दस बजे सीओ प्रभाकर पटेल व स्थानीय थाना की गाड़ी हिलसा रोड चौराहा पर रुकी। गाड़ी से सीओ व थानाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी पुलिस बल के साथ उतरे। उतर कर दुकानदारों को 11 बजे से दुकानें बंद कर लेने की अपील की। सीओ व थानाध्यक्ष पटना रोड, हिलसा रोड व अन्य जगहों पर घूम घूम कर बाजार में आये ग्राहकों को 11 बजे से पहले समान खरीदने की बात कही। 11 बजते ही हिलसा मोड़ स्थित दुकानों के शटर गिरने लगे। साढ़े 11 बजे बिचली बाजार में सीओ व थाना प्रभारी को आते देख दुकानदार जल्दी जल्दी दुकान बंद करने लगे। 12 बजे नूरसराय की सड़कों पर सन्नाटा छा गया। सिर्फ मेडिकल की दुकानें खुली थीं। सड़कों पर आवश्यक सेवा की गाड़ियां चलती रही। हालांकि, एक बजे दया नगर, अम्बा नगर व अन्य गलियों में ठेला पर फल सब्जी विक्रेता घूम घूमकर बेचते रहे।
लॉकडाउन के पहले दिन सुबह में पहले की तरह ही चलती रही ई-रिक्शा
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05राजगीर02-दोपहर दो बजे बस पड़ाव के पास पसरा सन्नाटा
राजगीर। निज संवाददाता
लॉकडाउन का पहला दिन। सुबह आठ बजे। राजगीर का छबिलापुर चौक। छबिलापुर चौराहे पर लोगों की आवाजाही पहले की तरह ही हो रही थी। कोई सब्जी लेकर जा रहा था तो कोई फल। ई-रिक्शा वाहन धड़ल्ले से सवारी लेकर दौड़ रही थी। किसी में एक तो किसी में पांच सवारी भी थे। मानों लग ही नहीं रहा हो कि लॉकडाउन लगा हो। लॉकडाउन की सरेआम धज्जियां उड़ायी जा रही थी। हालांकि राशन, दूध व अन्य खाद्य सामानों की दुकानें नियमानुसार खुली थी। एकाध हार्डवेयर की दुकानें भी खुली नजर आयीं। वहीं कुछ पान की गुमटी भी खुली थी। सुबह के नौ बजे। इस समय तक बस स्टैंड के पास छबिलापुर चौक पर पुलिस तैनात नहीं थी। सब्जी मंडी में भी लोग अपनी जरूरत के हिसाब से सब्जी की खरीद कर रहे थे।
धर्मशाला रोड से बाजार तक अधिकतर दुकानें तो बंद थी पर कुछ दुकानदार लॉकडाउन के बाद भी अपनी लालच को बढ़ाते हुए दुकान के पास बैठे थे। ग्राहक आने पर शटर उठाकर सामान दे रहे थे। इस तरह से वे कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने में लगे थे।
10 बजे तक पुलिस छबिलापुर चौक पर आयी। 11 बजे के बाद सभी दुकानों को पुलिस ने जबरन बंद करवाया। चौक पर मुस्तैदी से पुलिस के जवान डंटे थे। आने-जाने वालों पर नजर बनाए थे। बस पड़ाव में दो बजे सरकारी इलेक्ट्रिक बस को छोड़ अन्य कोई बस नहीं थी। पूरा पड़ाव खाली पड़ा था। कुछ ई-रिक्शा वाले वहां पर अपनी रिक्शा लगाये खड़े थे। साढ़े 11 बजे के बाद सड़कें पूरी तरह से सुनसान थीं। कुछ लोग बाइक व टेम्पो से आ जा रहे थे। इसी मोड़ के पास कुछ ऐसे भी दुकानदार थे। जो इस लॉकडाउन में भी ढिठई कर अपनी दुकान को खोल बिक्री करते रहे। मार्केट में इस तरह का काम ज्यादा होता रहा। पुलिस-प्रशासन को इन दुकानदारों पर भी नजर रखनी होगी। ताकि कोरोना संक्रमण न बढ़े। छबिलापुर रोड में एकाध प्लास्टिक के सामान वाली दुकानें खुली थीं।
खुली रही प्रतिबंधित दुकाने, ग्राहकों की जुटी रही भीड़
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05हिलसा01: हिलसा योगीपुर मोड़ के पास खुली प्रतिबंधित दुकान में ग्राहकों की लगी भीड़।
हिलसा। निज प्रतिनिधि
लेकिन लॉक डाउन के पहले दिन ही हिलसा बाजार में लापरवाही का आलम दिखा। रोज की तरह ही 11 बजे तक बाजारों में भीड़ और वाहनों की रफ्तार सामान्य बनी रही। खासकर सब्जी फल मंडियों और किराना दुकान में ग्राहकों की काफी भीड़ रही। जहां न तो सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया जा था और न ही लॉक डाउन के तहत लगाई गई पाबंदियां पर ध्यान दिया जा रहा था। रोज की तरह मंडी सजी रही और ग्राहकों की भीड़ लगी रही। इतना ही नही प्रतिबंधित चप्पल जुता, कपड़ा, फोटो स्टेट, हार्ड वेयर, सैलून व अन्य दुकानों से बैक डोर तो किसी ने खुलेआम लॉक डाउन और पाबंदियां को ताक पर रखकर दुकान चलाया।
सवा 11 बजे एसडीओ राधाकांत का काफिला एक साथ पहुंचा। इसके बाद धीरे धीरे भीड़ कमने लगी। लेकिन, काफिला के आगे जाते ही कुछ दुकानदार बैक डोर से फिर सामान बेचते नजर आए। दो बजे तक यही स्थिति बनी रही। इसके बाद वाहनों की रफ्तार थमने के साथ ही सड़को पर सन्नाटा छा गया। प्रशासनिक वाहनों की चहलकदमी और एम्बुलेंस की रफ्तार के साथ सायरन की आवाज ही गूंजती रही।
प्रतिबंधित रहने के बावजूद डंटे रहे दुकानदार
लॉक डाउन के दौरान मेडिकल और खाद्य सामग्री दुकान को छोड़ अन्य दुकानें नहीं खुलनी है। लेकिन, हिलसा बाजार में लॉक डाउन के पहले दिन ही कई प्रतिबंधित दुकानों से ग्राहकों ने सामान खरीदे। ऐसे दुकानदार न सिर्फ लॉक डाउन के गाइडलाइन को नजर अंदाज कर रहे हैं। बल्कि लॉक डाउन के नाम पर ग्राहकों से सामान की ऊंची कीमत वसूल रहे हैं। ऐसे लोगो पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है। लॉक डाउन की घोषणा के बाद खाद्य सामग्री सहित अन्य रोजाना उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में अचानक उछाल आ गया है। हिलसा में मुनाफेखोरी का धंधा जोर पकड़ने लगा है।
लॉकडाउन के पहले से ही मुस्तैद दिखी पुलिस, 11 बजते ही सड़कों पर हुआ सन्नाटा
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05करायपरसुराय01: करायपरसुराय थाना परिसर के पास लॉकडॉउन में सड़कों पर उतरी पुलिस व अधिकारी।
करायपरसुराय। निज संवाददाता
कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया गया। 10 दिन के लॉकडाउन के पहले दिन सुबह 7 बजे से पुलिस सड़कों पर मुस्तैद दिखी। बाजारों में आवश्यक सेवाओं की दुकानें खुली रहीं। 11 बजते ही चौक चौराहे सहित कई अन्य जगहों पर सन्नाटा रहा। लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस टीम पहले से मुस्तैद थी। जवानों ने लोगों से घरों में सुरक्षित रहने की अपील की। इस प्रखंड में रोजाना कुछ न कुछ संक्रमित मिल रहे हैंं। थानाध्यक्ष अवधेश कुमार दल बल के साथ लॉकडाउन को सफल बनाने में मुस्तैद दिखो।
बीडीओ उतरे सड़कों पर, दी चेतावनी
अस्थावां बाजार में बीडीओ अरविंद कुमार दल बल के साथ उतरे। उन्होंने लोगों को सख्त चेतावनी दी। इसके पहले माइकिंग से लोगों को 11 बजे तक दुकानें बदं कर देने का आदेश दिया। इसकी वजह से 11 बजते ही शटर गिरने लगे। उन्होंने अनावश्यक घुम रहे दर्जनों युवाओं को घर में वापस भेजा। लोगों से सावधानी बरतने व मास्क लगाने की अपील की। इससे एक साल पहले की याद ताजा हो गयी। हालांकि, इस लॉकडाउन से कई कारोबारी के चेहरे पर निराशा के भाव भी दिखे। जबकि, गांव से आए लोगों को इसकी जानकारी नहीं होने से लौटना पड़ा। मुर्गिफार्म संचालक अजय कुमार ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि जान है तो जहान है। वहीं डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि महामारी फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन आवश्यक है। 11 बजे के बाद बाजार में सन्नाटा फैल गया।
प्रशासन के तेवर सख्त, उल्लंघन करने वालों पर कसा शिकंजा
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थरथरी लॉकडाउन: थरथरी में लॉकडाउन को लेकर गश्ती के साथ र्निदेश देते थानाध्यक्ष एवं अन्य।
थरथरी। निज संवाददाता
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार व जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों के पालन में कोताही बरतने वालों के खिलाफ स्थानीय प्रशासन सख्त दिखा। प्रखंडों से लेकर गांव में भी प्रशासन ने सख्ती दिखाई। बुधवार को थानाध्यक्ष चंदन कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम बाजार के अलग-अलग मार्गों, चौक चौराहों पर सख्ती बरतते हुए लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर लगी लॉकडाउन का पालन करने की सख्त हिदायत देती दिखी।
साथ ही इसके पालन में कोताही बरतने वालों की जमकर फटकार भी लगाई। आवश्यक सामानों के अलावा अन्य दूसरी दुकानों को खुले रहने व वहां लोगों की भीड़ लगी रहने पर दुकान संचालक के साथ-साथ लोगों की जमकर क्लास ली। चेतावनी देते हुए जारी गाइड लाइन का पालन करने को कहा। 11 बजे के बाद मुख्यालय में भ्रमण कर कई अनावश्यक दुकानों को बंद कराया। वहीं घरों से बेवजह निकलकर बाजार में घूमने वालों को रोककर पूछताछ करते हुए फटकार लगाया। चार दर्जन से अधिक लोगों को संक्रमण से बचाव को लेकर घरों में रहने की हिदायत दी व उन्हें वापस भेजा। प्रशासन की ओर से काफी सख्ती बरती गयी।
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