Hindi Newsबिहार न्यूज़बिहारशरीफIsua Hospital lock has been hanging for a month 15 thousand people affected

इसुआ अस्पताल : एक माह से लटका है ताला, 15 हजार लोग प्रभावित

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Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफFri, 7 May 2021 02:33 PM
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इसुआ अस्पताल : एक माह से लटका है ताला, 15 हजार लोग प्रभावित

इसुआ समेत आठ गांव के लोग यहां आते थे इलाज के लिए

रोगी हो रहे परेशान, सात किलोमीटर दूर सरमेरा का लगाना पड़ रहा चक्कर

फोटो:

इसुआ सेंटर: सरमेरा प्रखंड के इसुआ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में लटका ताला।

बिहारशरीफ/सरमेरा। निज संवाददाता

प्रखंड के इसुआ अस्पताल में एक माह से ताला लटका है। इससे इसुआ समेत आस पास के आठ गांव की 15 हजार आबादी प्रभावित है। इसके कारण रोगियों को सात किलोमीटर दूर सरमेरा अस्पताल जाना पड़ता है। सर्दी खांसी जुकाम होने पर भी वे इस भीषण गर्मी में सरमेरा जाने को बाध्य हैं।

इस अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनने से इन गांवों के लोगों में बेहतर इलाज की आस जगी थी। खुलने के कुछ माह तक यहां रोजाना डॉक्टर या नर्स आती थीं। लेकिन, गत एक माह से यहां कोई स्वास्थ्यकर्मी नहीं आ रहा। इससे इलाज कराने आए लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है। कई बार तो लोग मजबूरी में गांव में ही झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने को बाध्य होते हैं।

ग्रामीण शंकर कुमार, सोनु सम्राट, रंजन कुमार, भाजपा कार्यकर्ता रविश कुमार ने बताया कि यहां पहले डॉक्टर व तीन नर्स की ड्युटी लगायी गयी थी। एक माह पहले तक रोजाना स्वास्थ्यकर्मी आते थे। इधर एक माह से कोई नहीं आ रहे। इस कोरोना महामारी में भी रोगियों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। इतनी दूर रोगी के साथ जाने में संक्रमण की भी आशंका बनी रहती है। यहां आस पास के कई गांवों के दर्जनों रोगी यहां इलाज के लिए आते हैं। लेकिन, उनका इलाज नहीं हो पा रहा है।

गत माह कैंप में 45 साल से अधिक उम्र के 123 लोगों को कोरोनारोधी वैक्सीन दी गयी थी। लेकिन, दूसरी डोज के लिए स्वास्थ्यकर्मी का कोई अता पता नहीं है।

इन गांवों के लोग आते थे इलाज के लिए:

इसुआ, ससौर, मानाचक, बेलदरिया, पुरानी इसुआ, औरैया व अन्य।

कहते हैं अधिकारी:

स्वास्थ्यकर्मियों की कमी है। सरमेरा से दो नर्सों की सेवा बिहारशरीफ बीड़ी अस्पताल में तो पांच में से चार जीएनएम की सेवा सदर समेत अन्य अस्पतालों में ली जा रही है। कुछ स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित चल रहे हैं। जबकि, कोरोना संक्रमण के कारण हाल ही में चेरो अस्पताल के डॉ. रफी की मौत हो चुकी है। सरमेरा अस्पताल में आकर लोग दूसरी डोज ले सकते हैं। जल्द ही वहां स्वास्थ्यकर्मियों को भेजा जाएगा।

डॉ. सुजीत कुमार अकेला, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सरमेरा अस्पताल।

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