परेशानी : घोड़ों को रखा जा रहा खंडहर में
परेशानी : घोड़ों को रखा जा रहा खंडहर मेंपरेशानी : घोड़ों को रखा जा रहा खंडहर मेंपरेशानी : घोड़ों को रखा जा रहा खंडहर मेंपरेशानी : घोड़ों को रखा जा रहा खंडहर में
परेशानी : घोड़ों को रखा जा रहा खंडहर में टाल क्षेत्र में रबी फसल की सुरक्षा में 5 घुड़सवारों की है तैनाती 50 सालों से टाल क्षेत्र की सुरक्षा कर रहे ये घुड़सवार फोटो : सरमेरा घोड़ा : सरमेरा टाल क्षेत्र में फसलों की सुरक्षा में लगे घुड़सवार। सरमेरा, निज संवाददाता। पांच दिनों से ठंड चरम पर है। इंसान के साथ पशु पक्षी भी बेहाल हैं। टाल क्षेत्र में रबी दलहनी व तेलहनी फसलों की सुरक्षा के लिए एक सप्ताह पहले पांच घुड़सवार आए हैं। लेकिन, उनके रहने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। घोड़ों को इस कनकनाती ठंड में खंडहरनुमा पैक्स गोदाम में रखा गया है। 50 साल से यहां की टाल क्षेत्र में फसल सुरक्षा में इन घुड़सवारों की तैनाती होती रही है। एक दशक पहले तक सरमेरा थाना परिसर में खपरैल भवन के बरामदे में घोड़ा रखा जाता था। लेकिन, वह ध्वस्त हो गया है। घुड़सवार दल के टीम लीडर विद्याशंकर यादव ने बताया कि हम लोगों के ठहरने का बैरक भी थाना में नहीं बना है। ई किसान भवन में रहकर ड्यूटी करनी पड़ती है। वहां काफी कठिनाई हो रही है। जदयू के प्रखंड अध्यक्ष विजय प्रसाद व नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सनी कुमार ने सीएम नीतीश कुमार से सरमेरा थाना परिसर में घोड़ों के ठहरने के लिए स्थाई अस्तबल एवं जवानों के लिए स्थाई बैरक बनवाने की मांग की है। इसके लिए बिहार राज्य पुलिस भवन निर्माण विभाग को आवेदन दिया है। सरमेरा में एक साल में तीन बार घुड़सवार की तैनाती होती है। अस्तबल नहीं रहने से घोड़ों की सेहत पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है। उनके बीमार पड़ने से फसलों की सुरक्षा में परेशानी हो सकती है।
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