स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करे सरकार-माले
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भाकपा माले ने विभिन्न प्रखंडों में दिया धरना
राज्य व केन्द्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
फोटो:
15हिलसा02:-हिलसा में पार्टी प्रखंड में धरना देते भाकपा माले के कार्यकर्ता
थरथरी -धर्मपुर गांव मे प्रदर्शन करते माले नेता
नालंदा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत भाकपा माले ने विभिन्न प्रखंडों में सरकार की नीतियों के खिलाफ धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने केन्द्र व राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की।
बिहारशरीफ के कमरुद्दीनगंज स्थित जिला कार्यालय के गेट पर खड़े होकर कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। प्रभारी पाल बिहारी लाल ने कहा कि गलत प्रबंधन के कारण कोरोना से हाहाकार मचा है। लोगों को बेहतर इलाज भी मयस्सर नहीं है। उन्होंने राजीव प्रसाद रुड़ी को गिरफ्तार करने और पप्पू यादव को रिहा करने की मांग की। मौके पर सुनील कुमार, रामप्रीत, नसीरुद्दीन, किशोर साव, बिट्टू कुमार आदि मौजूद थे।
हिलसा के प्रखंड कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद दिवस मनाया। जिला सचिव सुरेन्द्र राम ने अस्पतालों में वेंटिलेटर व आइसीयू की व्यवस्था करने, डीलरों की हड़ताल समाप्त करवाने आदि की मांग की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण लोग कोरोना से मर रहे हैं। मौके पर दिनेश कुमार यादव, शिवशंकर प्रसाद, कम्मू राम, द्वारिका यादव, कामेश्वर प्रसाद, रविंद्र सिंह, प्रो. शैलेश यादव, रामप्रवेश साहनी आदि मौजूद थे।
थरथरी के धर्मपुर गांव में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। किसान महासभा के जिलाध्यक्ष मुनीलाल यादव ने कहा कि देश की सार्वजनिक संपत्तियां पूंजीपतियों के हाथों बेची जा रही है। महंगाई लगातार बढ़ रही है। उन्होंने मजदूरों को गुजारा भत्ता देने, जांच मशीन की सुविधा बढ़ाने आदि की मांग की। कार्यक्रम में बखोरी प्रसाद, अशोक प्रसाद, बालेश्वर मांझी, रत्नेश कुमार, पिंटू कुमार, चिंटू आदि शामिल थे।
इस्लामपुर में भी कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। प्रखंड सचिव उमेश पासवान ने कहा कि एंबुलेंस की घटना के बाद सरकार दोषियों पर कार्रवाई करने बजाय मामले को उजागर करने वाले को जेल भेज देती है। यह राजशाही का प्रतीक है। विरोध कार्यक्रम में सुधीर कुमार, महेन्द्र अमरनाथ, जर्नादन प्रसाद, बेचन प्रसाद, अखिलेश चौहान, परमानन्द चौहान, चंदेशर मांझी, सुरेश रविदास आदि मौजूद थे।
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