पान के बरेजा में आग, दो लाख का नुकसान
ओरा खंधे में बने पान के बरेजा में मंगलवार की रात आग लगा दी गयी। आग की लपटों से 15 कट्ठे के 45...
पान के बरेजा में आग, दो लाख का नुकसान
आग में खाक हुए किसानों के सपने, सता रही भविष्य की चिंता
खुदागंज के मदारगंज खंधे में शरारती तत्वों की करतूत
45 अतरा में तैयार पान के पौधे आग की लपटों से बर्बाद
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पान : मदारगंज खंधे में पान के बरेजा में आग से हुए नुकसान को देखते किसान।
बिहारशरीफ। कार्यालय प्रतिनिधि
इस्लामपुर प्रखंड के खुदागंज थाना क्षेत्र की कोचरा पंचायत के मदारगंज ओरा खंधे में बने पान के बरेजा में मंगलवार की रात आग लगा दी गयी। आग की लपटों से 15 कट्ठे के 45 अतरा (एक कट्ठा तीन अतरा) में तैयार पान के पत्ते झूलस गये। शरारती तत्वों की करतूत से करीब दो लाख रुपया का नुकसान हुआ है। चार किसानों के सपने आग में खाक हो गये। घटना की जानकारी होने पर किसानों ने बोरिंग के सहारे आग पर काबू पाया तो खंधे में बनाये गये अन्य बरेजा जलने से बच गया।
खुदागंज का इलाका मगही पान की खेती के लिए मशहूर है। यहां के चौरसिया परिवार का गुजारा पान की खेती से होने वाली कमाई पर ही निर्भर है। गांव से थोड़ी दूर पर मदारगंज ओरा खंध है, जहां पांच-छह सौ बरेजा बनाया गया है। श्रवण प्रसाद और उनके तीन बेटे धर्मेन्द्र प्रसाद, शैलेन्द्र प्रसाद और राजीव प्रसाद की जीविका भी पान की खेती से ही चलती है। इन्हीं चार किसानों के बरेजा में शरारती तत्वों ने आग लगा दी। पीड़ित किसानों का कहना है कि रात 12 से एक बजे के बीच किरासन तेल छिड़कर बरेजा को आग के हवाले किया गया है। पान के तैयार पत्ते पूरी तरह से बर्बाद हो गये हैं। मेहनत के साथ सारी पूंजी भी डूब गयी है। भविष्य की चिंता खायी जा रही है। पान कृषक कल्याण संस्थान के अध्यक्ष लक्ष्मीचंद चौरसिया ने बताया कि घटना के संबंध में इस्लामपुर के सीओ और खुदागंज थाने में शिकायत की गयी है।
घर के पास पुंज में भी लगा दी आग:
शरारती तत्वों ने चारों किसानों के बरेजा ही नहीं, उनके घर के पास नेबारी की पुंज में भी आग लगा दी। आग की उठती लपटों को देख शोर मचाया तो देखते ही देखते भिड़ जुटी। लोग आग पर काबू पाने का प्रयास कर ही रहे थे कि पता चला कि पान के खेत में भी आग लगा दी गयी है। अथक प्रयास के बाद ग्रामीणों की मेहनत रंग लायी और आग पर काबू पाया गया। लेकिन, तबतक काफी नुकसान हो चुका था।
पीड़ित किसानों को मिले क्षति का मुआवजा:
घटना की जानकारी होने के बाद बुधवार को पान कृषक कल्याण संस्थान के अध्यक्ष लक्ष्मीचंद चौरसिया, सचिव अरविंद प्रसाद व अन्य किसान मदारगंज पहुंचे। घटना की जानकारी ली। अध्यक्ष ने कहा कि पहले ही पान कृषकों की कमर लॉकडाउन से पूरी तरह टूट गयी थी। किसी तरह से फिर से खेती में किसान जुटे थे। पत्ते तैयार हो चुके थे। बाजार भेजने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन, सारी मंसूबों पर शरारती तत्वों ने पानी फेर दिया। उन्होंने पीड़ित किसानों को क्षति का आकलन कर मुआवजा देने की मांग की है।
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