पहल: डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे चेरन ग्रिड और चंडी पावर सब स्टेशन
पहल: डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे चेरन ग्रिड और चंडी पावर सब स्टेशनपहल: डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे चेरन ग्रिड और चंडी पावर सब स्टेशनपहल: डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे चेरन ग्रिड और चंडी पावर सब स्टेशनपहल:...
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : पहल: डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे चेरन ग्रिड और चंडी पावर सब स्टेशन एजेंसी का चयन, 22 किमी 33 केवी लाइन बनाने का काम जल्द होगा शुरू चंडी व नागरनौसा प्रखंडों के उपभोक्ताओं को मिलेगा निर्बाध मिलेगी बिजली पिक आवर में अब नहीं होगी ओवरलोडिंग व ट्रिंपिंग की समस्या फोटो बिजली : चंडी का पावर सब स्टेशन। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि इंतजार खत्म हुआ। स्वीकृति मिल गयी है। एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है। हरनौत के चेरन ग्रिड सब स्टेशन और चंडी पावर सब स्टेशन डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे। 22 किमी 33 केवी नयी सर्किट लाइन बनाने का काम जल्द शुरू होगा। मार्च तक नयी व्यवस्था बहाल होगी तो चंडी के साथ ही नगरनौसा प्रखंड के उपभोक्ताओं को ओवरलोटिंग और ट्रीपिंग की समस्या से छुटकारा मिल जाएगी। वर्तमान में हरनौत और चंडी के बीच 33 केवी की एक सर्किट लाइन है। इसकी क्षमता 24 मेगावाट है। चंडी से ही नगरनौसा पीएसएस को भी बिजली मिलती है। खासकर अधिक गर्मी और खरीफ सीजन में बारिश न होने पर 38 मेगावाट तक बिजली की मांग पहुंच जाती है। इससे ओवरलोडिंग की समस्या बन आती है। नतीजा, रोटेशन के आधार पर बिजली मिलती है। खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। अब 24 मेगावाट क्षमता की एक नयी सर्किट लाइन बनायी जाएगी। इसके बाद दोनों को मिलाकर बिजली आपूर्ति करने की कुल क्षमता 48 मेगावाट हो जाएगी। इससे पिकआवर में भी दोनों प्रखंडों में बिना रुकावाट बिजली बहाल रखने में मदद मिलेगी। चंडी-नूरसराय सर्किट लाइन की क्षमता बढ़ेगी: चंडी पीएसएस से नूरसराय पीएसएस को जोड़ने वाली 10 किमी 33 केवी पुरानी सर्किट लाइन की क्षमता भी बढ़ायी जा रही है। डॉग कंडक्टर को हटाकर उल्फ लगाया जा रहा है। पहले 18 मेगावाट तो अब 24 मेगावाट इसकी क्षमता हो जाएगी। पुराना को हटाकर नया कंडक्टर लगाने का काम पूरा होने वाला है। दो से तीन खटाल नया कंडक्टर लगाना शेष है। टू-वे से बहाल रहेगी बिजली : अभी नूरसराय व थरथरी पीएसएस को बड़ी पहाड़ी ग्रिड से बिजली मिलती है। जबकि, चेरन ग्रिड से चंडी और नगरनौसा को। गर्मी के दिनों में पिकआवर में मांग बढ़ने पर सभी पीएसएस से निर्बाध बिजली आपूर्ति बहाल रखने में परेशानी आती है। हरनौत-चंडी के बीच 33 केवी नयी लाइन के बिछ जाने व चंडी-नूरसराय के बीच नया कंडक्टर लग जाने पर इन सभी पीएसएस को टू-वे (दो सोर्स) से जरूरत के अनुसार बिजली मिलने लगेगी। क्या कहते हैं अधिकारी: हरनौत व चंडी के बीच 33 केवी नयी लाइन बनाने का काम जल्द शुरू होगा। एजेंसी को मार्च तक इसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है। नयी सर्किट के चालू हो जाने पर चार प्रखंडों में बिजली की ओवरलोडिंग और ट्रीपिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। रूपक कुमार, एग्जीक्यूटटिव इंजीनियर, बिहारशरीफ (ग्रामीण) इन पीएसएस में ओवरलोड की समस्या होगी खत्म: 1. चंडी 2. नगरनौसा 3. नूरसराय 4. थरथरी
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