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डॉक्टर से सवाल जवाब : कोरोना से निपटने में विटामिन सी के साथ डी व जिंक का है अहम रोलडॉक्टर से सवाल जवाब : कोरोना से निपटने में विटामिन सी के साथ डी व जिंक का है अहम रोल

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Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफTue, 4 May 2021 08:02 PM
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डॉक्टर से सवाल जवाब : कोरोना से निपटने में विटामिन सी के साथ डी व जिंक का है अहम रोल

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डॉ. नीतीश कुमार: डॉ. नीतीश कुमार, नेत्र रोग विशेषज्ञ, पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल।

नूरसराय। निज प्रतिनिधि

सूबे में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। इस बीमारी की सही जानकारी होने से इससे लड़ने में बहुत मदद मिलेगी। जरूरी है कि इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को को जागरूक किया जाए। सदर अस्पताल के पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी व नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतीश कुमार से जानें कोरोना के कुछ सवालों के जवाब।

सवाल - कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का क्या रोल है।

जवाब - कोरोना वायरस छह से आठ फीट दूर तक काफी सक्रिय रहता है। इसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने से इस महामारी से बचा जा सकता है।

सवाल - कोरोना संक्रमण में विटामिन सी और जिंक का क्या रोल है।

जवाब - कोविड के समय में विटामिन सी, डी और जिंक का अहम रोल है। दवाओं के साथ इसके नेचुरल सोर्स का भी सेवन करना चाहिए। संतरे, नींबू पानी, अंडे और केला भरपूर मात्रा में खाना चाहिए। विटामिन डी के लिए थोड़ी देर धूप में भी बैठें। शरीर में केमिकल रिएक्शन में जिंक का अहम रोल है।

सवाल - वैक्सीन कोरोना को पूरी तरह रोक सकती है।

जवाब - अस्सी प्रतिशत लोगों के वैक्सिनेशन हो जाने पर हर्ड इम्युनिटी हो जाएगा। जो कोरोना संक्रमण के असर को कम कर देगी।

सवाल - वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के बाद भी लोग संक्रमित क्यों हो रहे हैं।

जवाब - वैक्सीन की संरचना कुछ ऐसी है कि वह शरीर में जाकर एंटीबॉडी बनाना शुरू करती है। शरीर में एंटीबॉडी बनने में वक्त लगता है। ऐसा नहीं है कि आज वैक्सीन लगाई और शाम में इंफेक्शन नहीं होगा। वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना गाइड लाइन का पालन करना जरूरी है।

सवाल - दूसरी डोज लेने के बाद भी लोग संक्रमित हो जाते हैं।

जवाब - वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद भी लोग ढिलाई बरतेंगे। तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ेगा। अच्छी बात यह है कि दूसरी डोज लगने के 28 दिन बाद वायरस का इंफेक्शन हुआ, तो वह गंभीर नहीं होगा।

सवाल - कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान ऑक्सीजन की जरूरत क्यों हो रही है।

जवाब - इस बार कोरोना वायरस ज्यादा घातक बनकर उभरा है। कोरोना वायरस की वजह से कोविड-19 निमोनिया और हाइपोकजेमिया हो रहा है।

सवाल - हाइपोकजेमिया क्या है।

जवाब - सरल शब्दों में समझें तो खून में ऑक्सीजन की कमी। कोविड 19 निमोनिया की सबसे गंभीर स्थिति है और ज्यादातर मौतों का कारण यही बन रहा है।

सवाल - इम्युनिटी का सही मतलब क्या है।

जवाब - मानव शरीर में कई तरह के जीवाणु होते हैं। कुछ शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं तो कुछ नुकसानदेह होते हैं। ऐसे अवयव जो शरीर में रोग प्रतितोधक क्षमता विकसित करते हैं। शरीर के अंदर के वायरस से लड़ने की शक्ति पैदा करते हैं। उसे ही इम्युनिटी यानि प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं।

सवाल - इम्युनिटी बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए।

जवाब - खान पान पर विशेष ध्यान दें। बाजरा, चना, मूंग, दाल, हरी सब्जी, दूध का सेवन ज्यादा कारगर होता है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए केले और सिट्रस फल जैसे संतरा, अनानस, मौसमी आदि का सेवन करना चाहिए। गर्म पानी के साथ नींबू का रस भी अच्छा काम करता है। लहसुन भी इम्युनिटी बढ़ाने में कारगर है।

सवाल - किन क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या अधिक होती है।

जवाब - प्रदूषित क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या ज्यादा देखने को मिल रही है।

सवाल - इसका निदान क्या है।

जवाब - प्रदूषण से मुक्ति के लिए हर किसी को पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना होगा। हर किसी को पेड़ पौधे लगाना ही होगा। वायुमंडल में मात्र 21 प्रतिशत ही ऑक्सीजन है। जबकि कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रोजन, फॉर्मलडिहाइड सहित अन्य हानिकारक गैसों की मात्रा 78 फीसदी है। सुबह खुले वातावरण में अनुलोम विलोम जैसे एक्सरसाइज से खासा लाभ होगा।

सवाल - तनाव को खत्म करने के लिए क्या करें।

जवाब - काम और आराम जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है। लेकिन, दोनों को ही संतुलित कर चलें। न तो अधिक देर तक काम करें न ही अधिक देर तक आराम करें। दोनों ही स्थिति में तनाव बढ़ता है। इसके लिए खुद के काम के अनुसार दिनचर्या को तय करें। सुबह में थोड़ी देर के लिए शारीरिक श्रम जीवन के लिए रामबाण है। अधिक आराम व तैलीय भोजन के कारण ही मोटापा, मधुमेह जैसी बीमारियां हो रही हैं।

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