हरनौत में चाय की चुस्की पर हुई पानी पर चर्चा
हरनौत में चाय की चुस्की पर हुई पानी पर चर्चाहरनौत में चाय की चुस्की पर हुई पानी पर चर्चाहरनौत में चाय की चुस्की पर हुई पानी पर चर्चा
हरनौत में चाय की चुस्की पर हुई पानी पर चर्चा कहा-नदियों को पानीदार बनाने के लिए करना होगा कई स्तरों पर काम नदियां रहेंगी पानीदार तभी किसान और ग्रामीण होंगे खुशहाल ताल-तलैया में पहले सालों रहता था पानी, अब नदियां ही प्यासी पानी बनती जा रही सबसे बड़ी समस्या, अब नहीं चेते तो हो जाएगी देरी हरनौत, निज संवाददाता। ऐतिहासिक नालंदा के हरनौत बाजार के आदर्श नगर में रविवार की सुबह समाजसेवियों ने चाय की चुस्की पर पानी की चर्चा की। लोगों ने कहा कि हवा और पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। नदियों को पानीदार बनाने के लिए हमें कई स्तर पर काम करना होगा। नदियां पानीदार रहेंगी, तभी किसान और ग्रामीण खुशहाल होंगे, आर्थिक संपन्नता आएगी। समाजसेवी चंद्रउदय कुमार ने कहा कि नालंदा जिला की अधिकतर आबादी कृषि पर आधारित है। इस जिला से गुजरने वाली नदियों में सबसे प्रमुख नदी मुहाने है। कई वर्षों पहले इस मुहाने नदी के मुंह को गया जिला के उदेरा स्थान में बंद कर दिया गया है। उस मुंह को खोलने के लिए 2018 में कृषि विभाग ने आदेश दिया था। आदेश में कहा गया था कि जब उदेरास्थान में पानी ज्यादा हो, तो मुहाने नदी को दिया जाए। लेकिन, उस पत्र के आदेश को अमल नहीं किया गया। मुहाने नदी का मुंह आज भी बंद है। इस कारण नदी में पर्याप्त पानी नहीं आ रहा है। चर्चा में शामिल लोगों ने कहा कि नदी का मुंह खुलवाने तक प्रयास जारी रहेगा। सीएम नीतीश कुमार से भी लोगों ने बंद मुंह को खुलवाने की अपील की है। ताकि, मुहाने पानीदार हो सके। चाय पे चर्चा कार्यक्रम में शिक्षाविद दिनेश कुमार, प्रो. दिनेश कुमार, समाजसेवी मंजू सिंह, शिवशंभु कुमार, सुबोध कुमार, जवाहर प्रसाद वर्मा व अन्य मौजूद थे।
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