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नालंदा के 55 समेत सूबे के 2,038 स्कूलों में तैनात हैं महज एक शिक्षक

नालंदा के 55 समेत सूबे के 2,038 स्कूलों में तैनात हैं महज एक शिक्षकनालंदा के 55 समेत सूबे के 2,038 स्कूलों में तैनात हैं महज एक शिक्षकनालंदा के 55 समेत सूबे के 2,038 स्कूलों में तैनात हैं महज एक...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफFri, 31 Jan 2025 10:22 PM
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नालंदा के 55 समेत सूबे के 2,038 स्कूलों में तैनात हैं महज एक शिक्षक

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : नालंदा के 55 समेत सूबे के 2,038 स्कूलों में तैनात हैं महज एक शिक्षक एक साल में साढ़े 47 हजार शिक्षकों की हुई बहाली पर नहीं बदले एक शिक्षकीय स्कूलों के हालात विभाग के दो दस्तावेजों के आंकड़े में फर्क, यू-डायस पोर्टल व ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर शिक्षकों की प्रोफाइल इंट्री में भी भारी अंतर नालंदा जिले के 106 विद्यालयों में मानक से अधिक शिक्षक हैं कार्यरत नालंदा के 3227 समेत सूबे के 97,407 सरकारी व मान्यता प्राप्त स्कूल हैं संचालित फोटो : स्कूल स्टूडेंट्स : बिहारशरीफ के स्कूल में पढ़ाई करते विद्यार्थी। (फाइल फोटो) बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्ष देने की नित्य नई रणनीति बना रहा हैं। लेकिन, धरातलीय हकीकत अपेक्षित सुधार की ओर इशारा नहीं कर रही है। विभागीय आंकड़े ही इसकी पुष्टि करने के लिए काफी हैं। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों के पदस्थापन का आदेश कई बार जारी किया गया है। लेकिन, अधिकतर आदेश फाइलों में सीमटकर रह जाते हैं। इसका नतीजा यह कि नालंदा जिले के 55 समेत सूबे में दो हजार 38 ऐसे विद्यालय हैं, जहां छात्रों की पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा महज एक शिक्षक के हवाले है। सरकारी स्कूलों में एमडीएम का संचालन की भी जिम्मेवारी अकेले वही एक शिक्षक झेल रहे हैं। नालंदा जिले की बात की जाए तो 106 ऐसे विद्यालय हैं, जहां 30 से कम बच्चे नामांकित हैं। लेकिन, इन स्कूलों में मानक से अधिक शिक्षक पदस्थापित हैं। विभागीय रिपोर्ट इस बात की भी पुष्टि कर रही है कि एक साल में साढ़े 47 हजार शिक्षक की बहाली हुई है पर एक शिक्षकीय स्कूलों को उनके हालात पर छोड़ दिये गये। जिम्मेवार अधिकारियों ने इन स्कूलों में शिक्षकों के पदस्थापन की जहमत उठाना उचित नहीं समझा। पोर्टल में इंट्री में भी भारी अंतर : नालंदा जिले में तीन हजार 227 समेत सूबे में 97 हजार 407 सरकारी व निबंधित निजी स्कूल संचालित हैं। इनमें यू-डायस पोर्टल व ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर शिक्षकों की प्रोफाइल इंट्री में भी भारी अंतर है। सत्र 2023-24 के यू-डायस के अनुसार नालंदा में 21 हजार 460 शिक्षक समेत सूबे में छह लाख 54 हजार 616 शिक्षक कार्यरत हैं। जबकि, सत्र 2024-25 में नालंदा में 23 हजार 635 समेत सूबे में सात लाख दो हजार 298 शिक्षक यानि, 47 हजार 682 शिक्षक बढ़े हैं। प्रोफाइल इंट्री नहीं : हद तो यह कि सत्र 2024-25 में ई-शिक्षाकोष पोर्टल में नालंदा जिले में 16 हजार 89 शिक्षकों की प्रोफाइल इंट्री है। जबकि, इसी सत्र में यू-डायस में 15 हजार 808 शिक्षकों की प्रोफाइल इंट्री है। यानि, 281 शिक्षकों का डाटा यू-डायस में इंट्री नहीं करायी गयी है। इसी तरह, सूबे में सत्र 2024-25 में ई-शिक्षाकोष में पांच लाख 43 हजार 838 शिक्षकों की प्रोफाइल इंट्री हैं। जबकि, इसी सत्र में यू-डायस में पांच लाख 16 हजार 298 शिक्षकों की ही डाटा इंट्री है। यानि, 27 हजार 540 शिक्षकों ने प्रोफाइल यू-डायस में इंट्री नहीं करायी है। हद तो यह कि नालंदा जिले के 69 समेत सूबे के 3,767 स्कूलों ने एक भी छात्र की डाटा यू-डायस पोर्टल पर इंट्री नहीं करायी है।

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