भूमि राजस्व विभाग के कार्य निपटारे में भी जिले के अधिकतर अंचल कार्यालय हैं फिसड्डी
भूमि राजस्व विभाग के कार्य निपटारे में भी जिले के अधिकतर अंचल कार्यालय हैं फिसड्डीभूमि राजस्व विभाग के कार्य निपटारे में भी जिले के अधिकतर अंचल कार्यालय हैं फिसड्डीभूमि राजस्व विभाग के कार्य निपटारे...
भूमि राजस्व विभाग के कार्य निपटारे में भी जिले के अधिकतर अंचल कार्यालय हैं फिसड्डी सूबे 534 अंचलों की रैकिंग में बिंद 29वें पायदान पर, तो हिलसा 110 स्थान पर भूमि राजस्व विभाग ने कार्यों के आधार पर दिसंबर की जारी की गयी रैकिंग फोटो: आरटीपीएस काउंटर: बिहारशरीफ अंचल कार्यालय स्थित अंचल कार्यालय। बिहारशरीफ, निज प्रतिनिधि। जिला प्रशासन, अपर समाहर्ता व डीसीएलआर व अंचल कार्यालयों के भूमि राजस्व विभाग के कार्य निपटारे में सूबे के सभी सीओ की रैंकिंग की गयी है। दिसंबर माह की जारी रैंकिंग में जिला प्रशासन की तरह ही यहां के सीओ भी काफी फिसड्डी रहे। सूबे के कुल 534 अंचल कार्यालयों की रैकिंग में बिंद 29वें स्थान पर है। जबकि, परवलपुर 71, करायपरसुराय 101, हिलसा 110, अस्थावां 121, कतरीसराय 162, एकंगरसराय 210, नगरनौसा 221, थरथरी 267, रहुई 286, बिहारशरीफ 358वें स्थान पर हैं। राजस्व व भूमि सुधार विभाग द्वारा म्यूटेशन, परिमार्जन, अंचल कार्यालय का निरीक्षण करने समेत विभाग के अन्य कार्यों के आधार पर रैकिंग की गयी है। 100 नंबर के अंक में किसी ने भी 50 फीसद से अधिक अंक नहीं हासिल की है। कई अंचलों ने तो 40 से भी कम अंक हासिल की है। मापदंडों में दाखिल खारिज के मामलों के निपटारा, परिमार्जन प्लस पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों का निपटारा, अभियान बसेरा -2 के तहत वासविहीन को उपलब्ध कराई की भूमि, आधार सीडिंग, ई-मापी भी शामिल हैं। बिहारशरीफ जिले में भी फिसड्डी : सदर अंचल बिहारशरीफ 358वें पायदान पर है। जबकि, रहुई 286 वें स्थान पर है। ऐसे में सहज ही समझा जा सकता है कि यहां पदस्थापित सीओ के हाल क्या हैं। पिछले दो-तीन माह में कई ऐसे मामले आये, जिनको डीएम शशांक शुभंकर ने गंभीरता से लेते हुए सदर सीओ को निदान का आदेश दिया। लेकिन, समस्याओं के निदान नहीं किये जा सके। एडीएम मंजीत कुमार ने बताया कि जिले के आधा दर्जन से अधिक सीओ पर कार्रवाई की जा चुकी है। वे अपने कर्तव्यों के निर्वहन में रुचि नहीं ले रहे हैन। अथवा, समस्याओं के हल गलत दिशा में जाकर निकाल रहे हैं। 10 पायदान फिसला हरनौत : दिसंबर में हरनौत 360वीं रैंक पर है। जबकि, नवंबर में 350वीं रैंक पर था। इससे स्पष्ट है कि एक माह में हरनौत 10 पायदान फिसल गया है। इस बार की रैंकिग देख सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि हरनौत सीओ का भी प्रदर्शन काफी खराब है। डीएम शशांक शुभंकर ने बयाया कि सभी सीओ खासकर हरनौत समेत खराब प्रदर्शन करने वालों को चेताया गया है। यही हाल रहा तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी होगी। उन्हें स्पष्ट रूप से चेताया गया है कि वे अपने प्रदर्शन में सुधार लाएन, वरना सजा भुगतने के लिए तैयार रहें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।