बीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर : बाहर की दवा लिखना डॉक्टर को पड़ा भारी
बीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर : बाहर की दवा लिखना डॉक्टर को पड़ा भारीबीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर : बाहर की दवा लिखना डॉक्टर को पड़ा भारीबीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर : बाहर की दवा लिखना डॉक्टर को पड़ा भारीबीड़ी...
बीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर : बाहर की दवा लिखना डॉक्टर को पड़ा भारी
बीड़ी श्रमिक अस्पताल में भर्ती मरीज को अस्पताल में दवा रहते बाहर की लिख रहे डॉक्टर
डीएम ने इस मामले को गम्भीरता से ले डॉक्टर से किया जवाब-तलब
इस्लामपुर के लारनपुर पीएचसी के डॉ. वीरमणि कुमार की ड्यूटी लगी है बीड़ी अस्पताल में
फोटो :
बीड़ी : बिहारशरीफ का बीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर।
बिहारशरीफ़। हिन्दुस्तान संवाददाता
बीड़ी अस्पताल कोविड सेंटर में भर्ती कोरोना मरीजों से अस्पताल में दवा रहने के बावजूद बाहर से दवाई मंगवाना डॉक्टर को महंगा पड़ गया है। इस मामले को डीएम योगेंद्र सिंह ने काफी गम्भीरता से लेते हुए डॉक्टर से जवाब-तलब किया है। डीएम ने बताया कि इस्लामपुर के लारनपुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. वीरमणि कुमार को कोरोना संक्रमण काल में बीड़ी अस्पताल में प्रतिनियुक्त किया गया है। डयूटी के दौरान उनपर आरोप लगा है कि वे अस्पताल में दवा रहने पर भी मरीजों को बाहर की दवा लाने को मजबूर कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पता चला है कि बीड़ी अस्पताल में भर्ती मरीजों को बाहरी दवा लिखते हैं और चिह्नित दवा दुकान से दवा लाने के लिए मरीज के परिजन को परामर्श देते हैं। जबकि, सभी प्रकार की दवाइयां डीसीएचसी बीड़ी अस्पताल में उपलब्ध है। शोकॉज में पूछा गया है कि आप बताएं क्या अस्पताल में दवा उपलब्ध रहते आपके द्वारा बाहरी दवा लिखकर बाहर से मंगाना नियम के अनुकूल है।
24 घंटे में दें जवाब :
इससे स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हुई है। इसलिए पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर स्पष्ट करें कि किस परिस्थिति में दवा उपलब्ध रहते हुए मरीजों को बाहरी दवा लिखकर मंगाया जाता है। क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारी को अनुशंसा कर दी जाए। असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने इसकी प्रतिलिपि डीसीएचसी बीड़ी अस्पताल के नोडल पदाधिकारी व सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को कार्रवाई के लिए दिया है।
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