Bihar Weather: बिहार में कब से चलेंगी पछुआ हवाएं, ठंड में इतनी देर क्यों; मौसम विभाग ने क्या कहा
Bihar Weather: विभाग के अनुसार 14 नवंबर से प्रदेश में पछुआ चलने लगेगी। जिस कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में थोड़ी बहुत गिरावट आने के आसार हैं। इसके प्रभाव से लोगों को सुबह और शाम के समय हल्की ठंड का एहसास हो सकता है।
Bihar Weather: पटना सहित पूरे बिहार में पांच वर्षों के बाद एक माह की देरी से दिसंबर में ठंड आने के आसार हैं। 2019 से 2023 के बीच लोगों को नवंबर के प्रथम सप्ताह में ही ठंड का एहसास होने लगा था। इस दौरान न्यूनतम तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता था, जबकि 2024 नवंबर के प्रथम सप्ताह के दौरान न्यूनतम तापमान 19 से 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं पिछले तीन वर्षों (2021 से 2023) से नवंबर के प्रथम सप्ताह के न्यूनतम तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जबकि विभाग ने 2024 के नवंबर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का पूर्वानुमान जताया है।
विभाग के अनुसार 14 नवंबर से प्रदेश में पछुआ चलने लगेगी। जिस कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में थोड़ी बहुत गिरावट आने के आसार हैं। इसके प्रभाव से लोगों को सुबह और शाम के समय हल्की ठंड का एहसास हो सकता है। वहीं शनिवार को प्रदेश का न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
बिहार में 14 नवंबर से मौसम के मिजाज बदलने के आसार
मौसम विभाग के अनुसार 14 नवंबर से बिहार में मौसम का मिजाज बदलेगा। इस दौरान पछुआ हवा चलने के कारण तापमान में थोड़ी बहुत गिरावट आने के आसार हैं। शनिवार को प्रदेश के अधिकतर शहरों के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। इस दौरान प्रदेश का सबसे गर्म जिला 33.5 डिग्री सेल्सियस के साथ मोतिहारी रहा, जबकि पटना के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। राजधानी का अधिकतम तापमान 30.7 और न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के निदेशक सह वरिष्ठ वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने के कारण तापमान में गिरावट नहीं हो रही है। पर्वतीय इलाके में बर्फबारी होने के कारण मैदानी इलाकों में ठंड का प्रभाव बढ़ता है, लेकिन इन इलाकों में बर्फबारी नहीं हो रही है। इसके साथ में उन्होंने बताया कि अक्टूबर में दाना नाकाम तूफान आने के कारण भी ठंड में देरी हो रही है। इसके प्रभाव से तापमान में गिरावट नहीं आ रही है, जबकि वर्तमान समय में पूरबा का प्रवाह जारी है।
पछुआ चलने के बाद ही तापमान में गिरावट आनी शुरू होगी।