Bihar Weather Today: बिहार में हाड़ कंपा देने वाली ठंड, समस्तीपुर सबसे ठंडा; जानिए कब मिलेगी राहत
राज्य में पछुआ हवाएं 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। जिस कारण लोगों को हाड़ कपकपाने वाली ठंड का एहसास हुआ। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 5.1 डिग्री सेल्सियस के साथ समस्तीपुर का पूसा और सबसे गर्म शहर 21 डिग्री सेल्सियस के साथ पूर्णिया व किशनगंज रहा।
बिहार में आज से पुरवा हवा चलेगी। जिस कारण लोगों कनकनी से राहत मिलेगी। वहीं हवा का रुख बदलने के कारण प्रदेश में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान (रात का पारा) में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। जबकि शुक्रवार को प्रदेश के उत्तरी और दक्षिण-पूर्व भाग के 24 जिलों में सुबह के समय हल्के से मध्यमस्तर का कोहरा छाया रहेगा। जिस कारण क्षैतिज दृश्यता 1000 से 200 मीटर के बीच रहने का पूर्वानुमान है।
वहीं गुरुवार को सूबे के न्यूनतम तापमान में 8.6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई और पछुआ हवा 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। जिस कारण लोगों को हाड़ कपकपाने वाली ठंड का एहसास हुआ। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 5.1 डिग्री सेल्सियस के साथ समस्तीपुर का पूसा और सबसे गर्म शहर 21 डिग्री सेल्सियस के साथ पूर्णिया व किशनगंज रहा।
पटना सहित प्रदेश का अधिकतम पारा चढ़ा, न्यूनतम गिरा : पटना सहित प्रदेश के अधिकतम तापमान में गुरुवार को बढ़ोतरी हुई और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। इस दौरान गया के अधिकतम तापमान में गिरावट और दरभंगा व बेगूसराय के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। दिन में हल्की धूप निकलने के कारण अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। इसके बावजूद लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा था। वहीं पटना के अधिकतम तापमान में 2.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी और न्यूनतम तापमान में 4.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। राजधानी का न्यूनतम तापमान 9.5 और अधिकतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 18.7 09.5
गया 19.5 06.7
मुजफ्फरपुर 19.0 10.2
पूर्णिया 21.0 08.7
भागलपुर 19.5 08.2
दरभंगा 19.4 13.2
बाल्मीकि नगर 20.2 11.6
कोहरे की वजह से ट्रेनों की लेटलतीफी गुरुवार को भी जारी रही। गुरुवार को हरिद्वार-हावड़ा और भागलपुर गरीब रथ रद्द रहीं जबकि मगध समेत आठ ट्रेनों की लेटलतीफी ने यात्रियों को परेशान किया। ट्रेनों की अधिकतम लेटलतीफी चार घंटे की रही। श्रमजीवी एक घंटे, विक्रमशिला दो घंटे, ब्रह्मपुत्र मेल तीन घंटे, मगध चार घंटे, डिब्रुगढ़-लोकमान्य तिलक दो घंटे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल-आसनसोल एक घंटे 40 मिनट देरी से पहुंची।