Bihar Weather: कैसा रहेगा बिहार का मौसम, कहां बारिश-कहां धूप ? जानें IMD का लेटेस्ट वेदर अपडेट
बिहार में इस बार अच्छी बारिश नहीं हुई। मानसून दूसरी बार प्रदेश में एक्टिव हुआ लेकिन बहुत ज्यादा राहत नहीं मिली। पिछले 15 दिनों में कई जिलों में अच्छी तो कुछ जिलों में हल्की और मध्यम दर्जे की बारिश हुई। इस बीच खबर है कि मानसून बिहार में एक बार फिर कमजोर पड़ गया है।
बिहार में इस बार अच्छी बारिश नहीं हुई। मानसून दूसरी बार प्रदेश में एक्टिव हुआ लेकिन बहुत ज्यादा राहत नहीं मिली। पिछले 15 दिनों में कई जिलों में अच्छी तो कुछ जिलों में हल्की और मध्यम दर्जे की बारिश हुई। इस बीच खबर है कि मानसून बिहार में एक बार फिर कमजोर पड़ गया है। मौसम विभाग पटना शाखा के हालिया रिपोर्ट के अनुसार बिहार में अगले 5-6 दिनों तक अच्छी बारिश के आसार नहीं हैं। मानसून की बेरुखी ने किसानों के साथ मौसम वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि आज शुक्रवार को बिहार के दक्षिणी हिस्से में कुछ स्थानों पर बल्कि या मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर कड़ी धूप निकलने की संभावना है जिससे लोगों को उमस वाली गर्मी का सामना करना पड़ेगा
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एसके पटेल से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी से एक्टिव होने वाला मौसमी स्थिति की दिशा बदल गई है। इस वजह से बिहार में बारिश की कमी हो गई। मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अभी जो मौसम की परिस्थिति बन रही है उसमें पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से मध्य और निकटवर्ती उत्तरी खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनता दिख रहा है। संभावना जताई जा रही है कि यह पश्चिम और उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। मानसून रेखा अब सौराष्ट्र, शिवपुरी और अंबिकापुर के गहरे दबाव के केंद्र से होकर बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि मौसम से संबंधित इन फैक्टर के प्रभाव से अगले 5-6 दिनों तक मानसून की गतिविधि राज्य में कमजोर रहने की संभावना है।
बिहार में आज और के मौसम की बात करें तो प्रदेश में कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी के आसार जताए गए हैं। पटना मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कहीं कहीं हल्की बारश हो सकती है तो कहीं धूप भी देखने को मिलेगा। हल्की बारिश के बाद तेज धूप निकलने से लोगों की परेशानी बढ़ेगी। पूर्णिया समेत कई जिलों में उमस, गर्मी और बारिश की गतिविधियां स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही हैं। इससे बच्चों में स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारी बढ़ रही है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ ज्यादा दिख रही है।