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सिपाही भर्ती घपलाः सात लाख दो-नौकरी लो; ब्लैंक चेक, आधार कार्ड और एडमिट कार्ड के साथ तीन धराए

पुलिस ने छानबीन के दौरान उनके पास से वर्ष 2024 में हो रही सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, कई चेकबुक, आधार कार्ड, एक कॉपी जिसमें आठ अभ्यर्थियों के नाम हैं, नकद रुपये, ब्लैंक चेक और मैट्रिक-इंटर के रिजल्ट बरामद किये हैं।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाThu, 15 Aug 2024 07:22 AM
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बिहार पुलिस सिपाही भर्ती में गड़बड़ी करके अयोग्य अभ्यर्थियों की बहाली कराने वालों की जड़ें काफी गहरी हैं। इतनी कार्रवाई के बाद भी रैकेट का सफाया नहीं हो रहा है। रुटीन कार्रवाई में रैकेट में शामिल बदमाश पकड़े जा रहे हैं। पटना में फिर तीन जालासजों को पुलिस ने पकड़ा है। कोतवाली थाने की पुलिस बुधवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होटलों की तलाशी ले रही थी तभी एक कमरे से तीन संदिग्ध पकड़े गये।

पुलिस ने छानबीन के दौरान उनके पास से वर्ष 2024 में हो रही सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, कई चेकबुक, आधार कार्ड, एक कॉपी जिसमें आठ अभ्यर्थियों के नाम हैं, नकद रुपये, ब्लैंक चेक और मैट्रिक-इंटर के रिजल्ट बरामद किये हैं। पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि इनसे मिली जानकारी के आधार पर कई अन्य चहरे भी उजागर होंगे और सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर और खुलासे हो सकते हैं।

इस मामले में वन विभाग के एक कर्मी का नाम सामने आया है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। फिलहाल अररिया और नालंदा जिले के रहने वाले पकड़े गये तीनों संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। दरअसल, कोतवाली थाने की पुलिस फ्रेजर रोड स्थित मगध होटल की दूसरी मंजिल के कमरे में तलाशी ले रही थी। इसी बीच कमरे से सिपाही भर्ती परीक्षा के आठ अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, दो ब्लैंक चेक, कुछ नकद, चेकबुक, मोबाइल व स्टांप पेपर मिले। यह देख पुलिसकर्मियों का माथा ठनका। पूछताछ की तो पता चला कि वन विभाग के एक कर्मी ने उसे एडमिट कार्ड व नकद के साथ बुलाया था।

सात लाख में सिपाही बनाने का दावा

पुलिस टीम पटना के अलावा दूसरे जिले में छापेमारी करने निकल गई है। सूत्रों की मानें तो वन विभाग का कर्मी पटना से बाहर रहता है। उसकी तलाश जारी है। वह कर्मी अगर पकड़ा गया तो उससे पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि अब तक की तफ्तीश में यह बात सामने आई है कि सात लाख रुपये लेकर एक दारोगा ने सिपाही बनाने का दावा किया गया था। बरामद एडमिट कार्ड पूर्णिया, किशनगंज, अररिया समेत अन्य शहरों के अभ्यर्थियों के हैं। दारोगा ने अग्रिम राशि की बजाय एडमिट कार्ड, ब्लैंक चेक और स्टांप पेपर की मांग की थी। लिखित परीक्षा में पास होने के बाद पूरी राशि की मांग की गई थी। इधर, पुलिस ने एक संदिग्ध का मोबाइल जब्त कर लिया है। पकड़े गये संदिग्धों में एक ने पुलिस को बताया कि वह कैंसर की दवा लेने अपने दोस्त के साथ पटना आया था।

क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी?

मामले की जांच की जा रही है। अभ्यर्थियों के कागजात इन लोगों के पास कैसे पहुंचे, इस पहलू पर छानबीनजारी है। संदिग्धों से पुलिस ने पूछताछ की है। जांच पूरी होने के बाद ही कोई निष्कर्ष निकाला जा सकता है। -राजीव मिश्रा, डीआईजी सह एसएसपी

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