बिहार के इस जिले में 121 स्कूलों की मान्यता रद्द होने के कगार पर, छात्रों का क्या होगा
जिले के 121 विद्यालयों द्वारा एक भी छात्रों का डाटा इंट्री कराना कई सवाल खड़े कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के मानक के अनुसार विद्यालय चल रहे हैं या नहीं, इसकी जांच कराने की जरूरत है।
ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर छात्रों की डाटा इंट्री नहीं करने वाले बिहारशरीफ जिले के 121 निजी विद्यालयों की मान्यता रद्द होगी। जिले में कुल 639 निबंधित निजी विद्यालय चलाए जा रहे हैं। इनमें से 121 निजी विद्यालयों के प्राचार्यों ने एक भी छात्र की डाटा इंट्री नहीं करायी है। ऐसे में इन स्कूलों पर कई सवाल उठ रहे हैं।
समग्र शिक्षा डीपीओ कविता कुमारी ने बताया कि निजी स्कूलों के कुछ प्राचार्यों की अनदेखी की वजह से अधिकारियों को वरीय अधिकारी से खरी-खोटी सुननी पड़ रही है। समग्र शिक्षा डीपीओ ने संभाग प्रभारी को चेतावनी देते हुए शत-प्रतिशत बच्चों की डाटा इंट्री कराने का आदेश दिया है। अन्यथा, डाटा इंट्री शुरू नहीं करने वाले चिह्नित निजी विद्यालयों की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई शुरू करने को कहा है। डीपीओ ने बताया कि दो दिन में इन निजी विद्यालयों द्वारा डाटा इंट्री शुरू नहीं करायी गयी तो बाध्य होकर ऐसे विद्यालयों की प्रस्वीकृति रद्द करने की अनुशंसा कर निदेशालय को चिह्वी भेज दी जाएगी।
क्यों नहीं हो रही इंट्री
जिले के 121 विद्यालयों द्वारा एक भी छात्रों का डाटा इंट्री कराना कई सवाल खड़े कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के मानक के अनुसार विद्यालय चल रहे हैं या नहीं, इसकी जांच कराने की जरूरत है। यदि चल रहे हैं तो एक भी छात्र की डाटा इंट्री क्यों नहीं करायी गयी। कहीं, विद्यालय का रजिस्ट्रेशन मिलने के बाद स्कूल बंद तो नहीं हो गए। स्कूल संचालित हैं तो प्राचार्य शिक्षा विभाग की गाइडलाइन को क्यों नहीं मान रहे हैं।
35 फीसदी विद्यार्थियों की ही अबतक हुई डाटा इंट्री
विभागीय रिपोर्ट में अनुसार जिले के निजी विद्यालयों में एक लाख 32 हजार 227 विद्यार्थी नामांकित हैं। लेकिन, शनिवार तक महज 46 हजार 214 छात्रों का ही डाटा इंट्री करायी गयी है। जबकि, सरकारी विद्यालयों में 92 फीसद छात्रों की डाटा इंट्री करायी गयी है। सरकारी विद्यालयों के एचएम को तेज गति से छात्रों का डाटा इंट्री कराने का आदेश दिया गया है।