संताली सहित अन्य नए विषयों के लिए शिक्षकों की हो बहाली
कुलपति ने कुलाधिपति के समक्ष किया अनुरोध सारे प्रस्ताव पर एकेडमिक सीनेट की मुहर
भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। टीएमबीयू में 12 अप्रैल और 6 सितंबर को हुए एकेडमिक काउंसिल में पास सारे प्रस्ताव पर एकेडमिक सीनेट की मुहर लग गई। इसमें कई कॉलेजों में पीजी और नए विषयों की पढ़ाई समेत अन्य निर्णय लिए गए थे। कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि विवि स्तर पर नौ सर्टिफिकेट कोर्स, सात डिप्लोमा कोर्स और तीन तरह के बैचलर डिग्री कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी। इसमें कई सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स पहले से चल रहे हैं।
कुलपति ने संताली भाषा में शिक्षकों के साथ नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षकों की कमियों से कुलाधिपति को अवगत कराया। साथ ही अनुरोध किया कि शिक्षा विभाग के पास टीएमबीयू का 200 पद सरेंडर किया गया था। उसे वापस कराने के लिए पहल करने का अनुरोध किया। प्रश्नोत्तर समाप्ति की घोषणा के कारण कई सदस्य सवाल नहीं पूछ सके। स्वागत के प्रश्चात कुलसचिव डॉ. रामाशीष पूर्वे ने शोक प्रस्ताव पढ़ा। इस पर कई सदस्यों ने आपत्ति की। दो सीनेट सदस्यों ने सवाल दिए जाने के बाद भी प्रोसिडिंग में शामिल नहीं करने पर सवाल उठाया। इस पर कुलाधिपति ने चर्चा के दौरान उन्हें शामिल करने का आश्वासन दिया।
प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दौरान जब कुलपति डाटा के माध्यम से सदस्यों को जानकारी दे रहे थे। तभी सिंडिकेट सदस्य सह एमएलसी डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि जो बातें कुलपति पढ़ रहे हैं। वो कॉपी सभी के पास है। इस कारण वे रिपोर्ट समाप्त कर सीनेट सदस्यों को प्रश्न पूछने का मौका दें। इस पर कुलाधिपति ने भी कुलपति से निष्कर्ष देते हुए बात समाप्त करने का निर्देश दिया। तब कुलपति ने निष्कर्ष रखना शुरू किया। यह बात भी जब ज्यादा लंबी होने लगी तो कुलाधिपति ने कुलपति से कहा कि वे प्रश्न पूछने का मौका दें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।