कटिहार : सिरूआ पर्व के नाम पर गोगाझील से मछली की लूट, अमदाबाद पुलिस बनी मूकदर्शक
गोगाझील में शनिवार को हजारों लोगों की भीड़ ने पानी से मछली लूट ली। वन विभाग और अमदाबाद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यह माही शिकार सिरूआ पर्व से दो दिन पूर्व शुरू हुआ था। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी मछली...

मनिहारी। निज संवाददाता गोगाझील मे शनिवार को हजारो की संख्या मे लोग जुटकर पानी से मछली लूट ली । वन विभाग तथा अमदाबाद पुलिस मूकदर्शक बनी रही । इस वर्ष भी सिरूआ पर्व से दो दिन पूर्व हजारो की संख्या मे लोगो की भीङ गोगा झील मे जुटकर मछली लुट लिया । माही शिकार के दौरान वनरक्षी तथा अमदाबाद पुलिस हाथ पर हाथ दिये मूकदर्शक बनी रही और लोग मछली लुटते रहे । मछली शिकार 12 अप्रैल की सुबह से शुरू हो गया था । जिसमे जिले के कई थाना क्षेत्र तथा पश्चिम बंगाल क्षेत्र के लोग मछली लुटने के जाल और टापी लेकर अपने निजी वाहन से गोगाझील पहुंचे थे । वन विभाग के मनिहारी क्षेत्र के वन रक्षी सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा मनिहारी, अमदाबाद के थानाध्यक्ष को लिखित सूचना देकर गोगा झील मे जबरन माही शिकार की जानकारी देते हुए सुरक्षा की मांग की गई थी । मालुम हो की गोगा झील पक्षी विहार के वर्ष 2019 मे संरक्षित क्षेत्र घोषित होने के बाद से माही शिकार पर प्रतिबंध लग गया है । सिरूआ पर्व के आर मे अन्य समुदाय के लोग बड़ी संख्या मे गोगा झील से मछली का लुट पाट करते है । पिछले साल 2024 मे भी लाखों की संख्या मे लोग पहुंच कर माही शिकार किया था । परंतु इस वर्ष भी वन विभाग के अधिकारी समय पर तैयार नही रहे जिसका नतीजा लाखों रूपये का मछली लुट हो गया । इस मछली के शिकार से लाखों रूपये का सरकारी राजस्व की क्षति का अनुमान है । गोगा विकास समिति के सदस्यो ने गोगा झील के प्रतिबंधित क्षेत्र से सरकार द्वारा मछली मारने पर रोक के निर्देशो का पालन के लिए झील परिसर मे एक पुलिस कैंप स्थापित कराने का मांग किया है ।
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