पीरपैंती में थर्मल पावर निर्माण की कवायद शुरू
चिह्नित 1,020.61 एकड़ जमीन एनटीपीसी को सौंपने की हो रही तैयारी प्रशासन ने परियोजना के
भागलपुर, वरीय संवाददाता। पीरपैंती में प्रस्तावित थर्मल पावर के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। बीते शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण एवं वित्तीय टीम ने पीरपैंती का दौरा किया था और किसानों से बातचीत भी की थी। अब एनटीपीसी को परियोजना शुरू करने के लिए 1,020.61 एकड़ जमीन सौंपने की तैयारी हो रही है। जिला प्रशासन ने परियोजना के लिए चिह्नित जमीन के हस्तांतरण की कवायद के तहत दशकों पुरानी फाइल फिर से खोली है। जिला भू-अर्जन कार्यालय में ‘लाल कपड़े में बंधी यह फाइल दोबारा से निकाली गई है। 988.335 एकड़ रैयती, 32.275 एकड़ सरकारी पर बनेगा थर्मल
संचिका के मुताबिक वर्ष 2006 में परियोजना के लिए राज्य सरकार ने कवायद शुरू की थी। तब परियोजना के लिए करीब 1171 एकड़ जमीन की जरूरत बताई गई थी। जिसमें 988.335 एकड़ रैयती और 32.275 एकड़ सरकारी जमीन चिह्नित की गई थी। जमीन अधिग्रहण के लिए 919 रैयतों का चयन किया गया था। जिसमें 856 रैयतों को मुआवजे की राशि मिल चुकी है। मात्र 63 रैयतों को मुआवजा नहीं मिल पाया है। संचिका में पाया गया कि बिहार सरकार की अनाबाद जमीन 32.275 एकड़ के हस्तांतरण के लिए 24.04 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। इसको लेकर समाहर्ता ने आधारभूत संरचना विकास प्राधिकार (आईडीए) के निदेशक को पत्र लिखा है। समाहर्ता डॉ. नवल किशोर चौधरी ने आईडीए के वित्त निदेशक से 24.04 करोड़ रुपये की मांग की है।
तीन मौजे की सरकारी जमीन वास्ते 24.04 करोड़ की जरूरत
समाहर्ता ने आईडीए को भेजे पत्र में कहा है कि हरिणकोल मौजा के लिए 10,37,07,000 रुपये की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा मुंडवा उर्फ टुंडवा मौजा के लिए 12,36,60,000 और सिरमतपुर मौजा के लिए 1,31,22,000 रुपये उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। समाहर्ता ने परियोजना के लिए तीनों मौजों के सरकारी भूमि के सशर्त हस्तांतरण के लिए 24 करोड़ 04 लाख 89 हजार रुपये उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
पीरपैंती के पांच मौजे की जमीन पावर प्रोजेक्ट में जाएगी
उल्लेखनीय है कि करीब 21,400 करोड़ से 2,400 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट स्थापित होना है। यह प्लांट पीरपैंती में पांच मौजे की जमीन पर बनाया जाएगा। परियोजना के लिए अंचल के हरिणकोल मौजा के 728, श्रीमतपुर मौजा के 47, रायपुरा मौजा के 26, सुंदरपुर मौजा के 37 और टुंडवा-मुंडवा मौजा के 81 रैयतों की जमीन का चयन किया गया है।
सृजन घोटाला में प्रोजेक्ट के लिए संचित दो अरब डूबे
प्रस्तावित योजना के लिए केंद्र से मिली राशि का कुछ हिस्सा सृजन घोटाला की भेंट चढ़ गई थी। जिला भू-अर्जन कार्यालय के खाते से सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के खाते में गये 270 करोड़ रुपये में से करीब 200 करोड़ (दो अरब) रुपये पावर प्रोजेक्ट के थे। वर्ष 2014 में तत्कालीन डीएलएओ ने बैंक ऑफ बड़ौदा में पीरपैंती पावर प्रोजेक्ट का खाता खुलवाया था। जहां से दो टर्म में पैसे सृजन के खाते में गए थे। काफी लिखापढ़ी के बाद केंद्र से राशि मंगाई गई है।
कोट
परियोजना अंतर्गत तीन मौजे की अनाबाद बिहार सरकार की भूमि के सशर्त हस्तांतरण के लिए 24.04 करोड़ रुपये की मांग आईडीए से की गई है। ताकि भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई की जा सके।
- डॉ. नवल किशोर चौधरी, डीएम।
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