प्रेम के माध्यम से ईश्वर तक पहुंच सकते हैं: शीतली
भागलपुर में श्री रामचरित मानस और गीता ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को होगा। साध्वी शीतली भारती ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए ईश्वर की भक्ति आवश्यक है। उन्होंने ज्ञान और प्रेम के महत्व पर जोर दिया...
भागलपुर, वरीय संवाददाता अलीगंज गंगटी में चल रहे श्री रामचरित मानस व गीता ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को होगा। कथा के तीसरे दिन साध्वी शीतली भारती ने कहा कि जीवन में अगर सफल होना है तो ईश्वर की भक्ति करनी होगी। ईश्वर की भक्ति मानव को संपूर्ण बंधनों से मुक्त करती है। उन्होंने कहा कि प्रेम के माध्यम से आप न केवल ईश्वर तक पहुंचते हैं, बल्कि भगवान आपके वश में भी हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कहा कि ज्ञान प्रेम के लिए रास्ता बनाता है। आप उसे प्रेम नहीं कर सकते, जिसे आप जानते ही नहीं। इसलिए ईश्वर से प्रेम करने से पहले उनका ज्ञान आवश्यक है। यह ज्ञान क्रिया योग के अभ्यास से आता है।
साध्वी शीतली भारती ने कहा कि जब तक आपकी ईश्वरीय भक्ति और ईश्वरीय बोध पूरे नहीं हो जाते, विश्राम से न बैठें। ध्यान करने के समय नींद में न चले जाएं। ईश्वर की अपेक्षा अन्य किसी वस्तु को प्राथमिकता कभी न दें। स्वामी संसदानंद ने बताया कि 15 जनवरी को श्रीरामचरित मानस व गीता ज्ञान यज्ञ का आयोजन हो रहा है।
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