Hindi Newsबिहार न्यूज़भागलपुरSevere Ragging Incident at Jawaharlal Nehru Medical College 55 MBBS Students Affected

रैगिंग करने वाली सीनियर छात्राओं से कराया जायेगा हॉस्टल खाली

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल पर चस्पा कराया नोटिस छठ पूजा से लौटने के बाद

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरWed, 30 Oct 2024 01:15 AM
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भागलपुर, वरीय संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस 2024-29 के 55 छात्रों के साथ हुए रैगिंग प्रकरण में पता चला कि इस बैच के महज दो दर्जन एमबीबीएस छात्राओं को ही सरकारी हॉस्टल मिला था। इन छात्राओं के हॉस्टल पर मंगलवार को जहां हॉस्टल खाली करने का नोटिस चस्पा कर दिया गया। वहीं दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने निर्णय लिया है कि हॉस्टल से निष्काषित छात्राएं जब छठ पूजा के बाद कॉलेज आएंगी, तब उनसे हॉस्टल खाली करा लिया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि 2023-28 एमबीबीएस बैच के एक भी छात्र को सरकारी हॉस्टल आवंटित नहीं हुआ था। करीब 20 से 25 की संख्या में एमबीबीएस छात्राओं को ही तिलकामांझी बस स्टैंड के सामने स्थित स्टूडेंट हॉस्टल में कमरा आवंटित किया गया था। मंगलवार को इस हॉस्टल में रह रहीं एमबीबीएस 2023-28 बैच की छात्राओं को हॉस्टल खाली करने का नोटिस चस्पा करा दिया गया। वहीं छठ पूजा के बाद इनके हॉस्टल वापसी पर हॉस्टल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। इन छात्राओं पर नजर रखने के लिए हॉस्टल की वार्डन को निर्देश जारी किया गया है।

120 एमबीबीएस छात्रों का सेमेस्टर बैक व 11 छात्रों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाने की हुई है अनुशंसा

गौरतलब हो कि करीब 12 दिन पहले जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में इस तरह की रैगिंग की गई थी जिसमें बर्बरता की सारी हद पार हो गई थी। इस साल मेडिकल कॉलेज में अबतक 120 सीट की तुलना में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 55 छात्रों ने ही प्रवेश लिया है। ये छात्र जब मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो इनकी रैगिंग एमबीबीएस 2023 बैच के 120 छात्रों ने की। रैगिंग करने वाले छात्रों ने एमबीबीएस 2024 के सभी छात्रों का सिर मुड़ा दिया गया था, साथ ही उन्हें मुर्गा भी बनाया था। यहां तक उन्हें गाली देते हुए सीनियर के साथ अदब के साथ पेश होने की धमकी दी गई थी। वहीं रैगिंग करने में शामिल 11 सीनियर छात्रों ने तो हद ही कर दी थी। इन सबने एमबीबीएस की नई छात्राओं के व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेज दिया था। रैगिंग से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो गया। पीड़ित छात्रों ने इसकी शिकायत सबूत के साथ एनएमसी से कर दी। एनएमसी के सख्त तेवर के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने दो बार रैगिंग कमेटी की बैठक की और कमेटी से मिले मंतव्य के आधार पर कार्रवाई करने की रिपोर्ट एनएमसी को भेज दी गई।

इस रिपोर्ट में रैगिंग का दोषी पाये जाने पर एनएमसी के गाइडलाइन के अनुसार, एमबीबीएस के 2023-28 बैच के 120 छात्रों को सेमेस्टर बैक किए जाने व छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने वाले 11 सीनियर छात्रों पर सेमेस्टर बैक के साथ-साथ 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाने की अनुशंसा की गई है। इसी के तहत सेमेस्टर बैक रहने तक इन छात्राओं को सरकारी हॉस्टल से निकाले जाने का निर्णय लिया गया।

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