बटेश्वर में गंगा नदी पर पीपीपी मोड में जल्द होगा रेल पुल का निर्माण
पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने किया स्थल निरीक्षण सड़क पुल निर्माण की जरूरत...
कहलगांव। निज प्रतिनिधि
प्रसिद्ध व प्राचीन शैव स्थल बटेश्वर स्थान के निकट गंगा नदी पर जल्द ही रेल पुल निर्माण का काम शुरू करा दिया जाएगा। इसके लिए आगामी चार पांच माह में टेंडर अवार्ड कर दिये जाने की संभावना है। पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने मालदा मंडल के वरीय अधिकारियों की टीम के साथ प्रस्तावित पुल निर्माण स्थल का शनिवार को स्थलीय जायजा लिया तथा नक्शा को देखा। करीब 2200 करोड़ की लागत से उक्त पुल और रेल लाइन का निर्माण होगा जो शिवनारायणपुर रेल स्टेशन से बटेश्वर, नवगछिया होते कटरिया में मिलेगा।
हिन्दुस्तान से बात करते रेल महाप्रबंधक ने बताया कि बटेश्वर में गंगा नदी पर बननेवाले प्रस्तावित रेल पुल की स्वीकृति रेलवे बोर्ड के पिंक बुक में कर दी गई है। इसका निर्माण पीपीपी मोड यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में होगा। इसका डीपीआर और टेंडर के डॉक्यूमेंट तैयार करने का जिम्मा राइट्स कंपनी को दिया गया है। महाप्रबंधक ने बताया कि पूर्व में ही प्रारंभिक सर्वे का काम हो चुका है। पुल के साथ-साथ रेल पटरी बिछाने के लिए जमीन की समस्या नहीं है। पूर्व से ही मीटर गेज लाइन का रेलवे की जमीन उपलब्ध है। जरूरत पड़ने पर जमीन अधिग्रहण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कम आबादी वाला क्षेत्र होने के कारण जमीन अधिग्रहण की समस्या भी खड़ी नहीं होगी।
इस बीच स्थल से ही रेल महाप्रबंधक ने केंद्रीय रेलमंत्री से बात की तथा रेल पुल के साथ-साथ सड़क पुल निर्माण का भी प्रस्ताव दिया। उन्होंने मंत्री को सुझाव देते कहा कि पीपीपी मोड के लिए सड़क पुल बनाये जाने की काफी जरूरत है। इस दौरान उन्होंने गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे से भी मोबाइल पर बात की तथा वस्तुस्थिति से अवगत कराया। वहीं ओरियप पंचायत के मुखिया त्रिभुवन शेखर झा ने भी रेल महाप्रबंधक से सड़क पुल निर्माण की जरूरत पर बल देते डीपीआर में शामिल करने का अनुरोध किया। इसपर महाप्रबंधक ने सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिया। पूर्व रेल मध्य रेलवे महाप्रबंधक के साथ मालदा मंडल के एडीआरएम सुजीत कुमार, सीनियर डीसीएम पवन कुमार, पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य अभियंता मुकेश कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
2016-17 में इस परियोजना को बजट में मिली थी स्वीकृति
बटेश्वर में गंगा नदी पर रेल पुल का निर्माण कार्य पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा कराया जा रहा है। क्योंकि इसका एक सिरा पूर्व मध्य रेलवे के सीमा में जाकर मिलेगा। इसलिए इसकी निगरानी पूर्व मध्य रेलवे से की जा रही है। 2016-17 के बजट में इस परियोजना को स्वीकृति मिली और यह काम पूर्व मध्य रेलवे के जिम्मे दिया गया। पीरपैंती से कटरिया यह 18 किमी की रेल लाइन होगी। इसमें गंगा में एक पुल भी है। पुल का एक सिरा बटेश्वर में मिलेगा तो दूसरा सिरा नवगछिया-कटिहार रेलखंड के कटरिया स्टेशन के पास। भागलपुर प्रमंडल का यह पहला रेल पुल होगा जो गंगा नदी पर बनेगा। सबसे अहम यह कि इस परियोजना के क्रियान्वित होने से नवगछिया और भागलपुर रेलखंड के बीच सीधा जुड़ाव हो जाएगा। अभी नवगछिया जाने वालों के लिए सड़क संपर्क तो है लेकिन ट्रेन से जाने के लिए मुंगेर के रास्ते जाना होता है। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल ये दोनों समनांतर लाइन एक दूसरे से जुड़ेंगी बल्कि निर्माणाधीन पीरपैंती-जसीडीह रेलखंड के जरिये आसनसोल-किउल रेलखंड से भी सीधा जुड़ाव हो जाएगा।
डीजीएम ने यार्ड का निरीक्षण किया
कहलगांव से लौटने के क्रम में पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ललित चन्द्र त्रिवेदी भागलपुर में भी रुके। हालांकि वह अधिकांश समय तक सैलून में ही रहे। उनके साथ पूर्व मध्य रेलवे के अन्य अधिकारी भी थे। जीएम के भागलपुर में रहने के दौरान स्टेशन पर साफ सफाई बेहतर की गई थी। स्थानीय रेलकर्मी भी वहां मौजूद रहे। एडीआरएम सुजीत कुमार, सीनियर डीसीएम पवन कुमार और डीईएन मालदा से रात में ही भागलपुर पहुंच गए थे। सुबह जीएम का सैलून आने पर साथ में कहलगांव रवाना हुए। दिन के डेढ़ बजे ही जीएम कहलगांव से निरीक्षण कर वापस भागलपुर लौटे। इस दौरान डीजीएम एसके मिश्रा ने भागलपुर रेलवे यार्ड का भी निरीक्षण किया। भागलपुर रेलवे यार्ड में नए कोचिंग डिपो का निर्माण पूर्व मध्य रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ही कराया जा रहा है। उन्होंने काम में तेजी लाने का निर्देश दिया। बताया गया कि मई तक काम पूरा करने को कहा गया है।
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