‘संस्कार के लिए सुने कथा
कथावाचक पंडित पंकज शरण ने कहा कि समाज और परिवार के बीच से संस्कार विलुप्त हो रहा चुका है। अगर संस्कार को बनाना हो तो कथा सुनना होगा। लोहिया पुल के नीचे बजरंगबली मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद्भगवत...
Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरMon, 13 Jan 2020 09:37 PM
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भागलपुर। वरीय संवाददाता
कथावाचक पंडित पंकज शरण ने कहा कि समाज और परिवार के बीच से संस्कार विलुप्त हो रहा है। अगर संस्कार को बनाना हो तो कथा सुनना होगा। लोहिया पुल के नीचे बजरंगबली मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन उन्होंने कहा कि भगीरथ ने गंगा को धरती पर लाने के लिए ब्रह्मा जी की तपस्या की थी। ब्रह्मा जी जब मान गए और गंगा को आदेश दिये कि वह पृथ्वी पर जाये और वहां से पाताल लोक जाये ताकि भगीरथ के वंशजों को मोक्ष प्राप्त हो सके। इस मौके पर ‘कभी राम बनके, कभी श्याम बनके चली आना..., ‘मेरी नाव पड़ी मझधार... आदि भजन सुनाये।
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