विदेशी सैलानियों ने कलाकृतियों को निहारा
तीन पहाड़ी शांति धाम, तापस धाम और एएसआई द्वारा संरक्षित पंजाबी बाबा के आश्रम को
कहलगांव। निज प्रतिनिधि आरवी क्लव पांडव क्रूज से वाराणसी से कोलकाता जाने के क्रम में विदेशी सैलानियों का जत्था बुधवार को कहलगांव पहुंचा। जत्थे में इंग्लैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, स्वीटजरलैंड और न्यूजीलैंड के 17 सैलानी शामिल हैं जिसमें 10 महिला और सात पुरुष शामिल हैं।
गंगा के बीच में लंगर लगाकर छोटी नौकाओं से सैलानी कहलगांव गंगा के बीच तीन पहाड़ी स्थित शांति बाबा धाम पहुंचे। शांति बाबा के समाधि स्थल, श्री राम जानकी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में सैलानियों ने मत्था टेका। गाइड दीपक मिश्रा ने पंजाबी बाबा पहाड़, तापस धाम यानि बंगाली बाबा पहाड़ और शांति बाबा धाम के बारे में जानकारी दी। वहीं विदेशी सैलानियों ने एएसआई द्वारा संरक्षित पंजाबी बाबा पहाड़ पर पाल वंश के समय में उत्कीर्ण पत्थरों पर कलाकृति और प्रतीक चिह्न को समझने की कोशिश की। ऑस्ट्रेलिया की एलिजाबेथ, इंग्लैंड की अन्ना क्रॉफ्ट ने कहा कि यहां का मनोरम दृश्य अद्भुत है।
साथ चल रहे गाइड दीपक मिश्रा ने बताया कि रात्रि विश्राम कहलगांव गंगा के बीच में होगा। वहीं गुरुवार की सुबह सड़क मार्ग के द्वारा सैलानी प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय के पुरावशेषों का अवलोकन करने जाएंगे।
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